RbiSearchHeader

Press escape key to go back

पिछली खोज

पृष्ठ
भारतीय रिज़र्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट
थीम
थीम
टेक्स्ट का साइज़
टेक्स्ट का साइज़
PwC_SIT

FEMA Marquee

आरबीआई की घोषणाएं
आरबीआई की घोषणाएं विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम घोषणा

RBINotificationSearchFilter

सर्च रिफाइन करें

खोज परिणाम

अधिसूचनाएं

  • Row View
  • Grid View
जून 07, 2007
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत के बाहर अचल संपत्ति का अधिग्रहण तथा अंतरण)(संशोधन) विनियमावली, 2007
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001. अधिसूचना सं. फेमा 155/2007-आरबी दिनांक: 07 जून, 2007 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत के बाहर अचल संपत्ति का अधिग्रहण तथा अंतरण)(संशोधन) विनियमावली, 2007 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ज) और धारा 47 की उप-धारा (2) में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक , समय समय पर यथा संशोधित,विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत के बाहर अचल संपत्ति का अधिग
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001. अधिसूचना सं. फेमा 155/2007-आरबी दिनांक: 07 जून, 2007 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत के बाहर अचल संपत्ति का अधिग्रहण तथा अंतरण)(संशोधन) विनियमावली, 2007 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ज) और धारा 47 की उप-धारा (2) में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक , समय समय पर यथा संशोधित,विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत के बाहर अचल संपत्ति का अधिग
जून 05, 2007
सेसेल्स की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 8 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता
आरबीआइ/2006-07/428 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.69 जून 5, 2007सेवा में सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंकमहोदया/महोदय,सेसेल्स की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 8 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायताभारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने सेसेल्स सरकार के साथ अत्यावश्यक वस्तुओं की खरीद, जो भारत सरकार की विदेश व्यापार नीति के अंतर्गत निर्यात के लिए पात्र हैं और जिसकी खरीद के लिए इस करार के तहत एक्ज़िम बैंक वित्तपोषण हेतु सहमत हो सकता है, के वित्तपोषण हेतु उनको कुल 8 मिल
आरबीआइ/2006-07/428 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.69 जून 5, 2007सेवा में सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंकमहोदया/महोदय,सेसेल्स की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 8 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायताभारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने सेसेल्स सरकार के साथ अत्यावश्यक वस्तुओं की खरीद, जो भारत सरकार की विदेश व्यापार नीति के अंतर्गत निर्यात के लिए पात्र हैं और जिसकी खरीद के लिए इस करार के तहत एक्ज़िम बैंक वित्तपोषण हेतु सहमत हो सकता है, के वित्तपोषण हेतु उनको कुल 8 मिल
मई 31, 2007
Foreign Exchange Management (Transfer or Issue of Security by a Person Resident Outside India) (Amendment) Regulations, 2007
Reserve Bank of India Foreign Exchange Department Central Office Mumbai- 400 001 @@NBSP@@ Notification No. FEMA. 153/2007-RB Dated@@NBSP@@ May 31, 2007 Foreign Exchange Management (Transfer or Issue of Security by a Person Resident Outside India) (Amendment) Regulations, 2007 In exercise of the powers conferred by clause (b) of sub-section (3) of Section 6 and Section 47 of the Foreign Exchange Management Act, 1999 (42 of 1999),@@NBSP@@@@NBSP@@ the Reserve Bank of Ind
Reserve Bank of India Foreign Exchange Department Central Office Mumbai- 400 001 @@NBSP@@ Notification No. FEMA. 153/2007-RB Dated@@NBSP@@ May 31, 2007 Foreign Exchange Management (Transfer or Issue of Security by a Person Resident Outside India) (Amendment) Regulations, 2007 In exercise of the powers conferred by clause (b) of sub-section (3) of Section 6 and Section 47 of the Foreign Exchange Management Act, 1999 (42 of 1999),@@NBSP@@@@NBSP@@ the Reserve Bank of Ind
मई 31, 2007
कंपनियों के समापन पर प्रेषण
आरबीआइ/2006-07/422 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.65 मई 31, 2007 सेवा में सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंकमहोदया/महोदय, कंपनियों के समापन पर प्रेषण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना फेमा 13/2000-आरबी के विनियम 3 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसके अनुसार अधिनियम अथवा नियम अथवा विनियम में अन्यथा न हो तो भारत में निवास करनेवाला अथवा निवास न करनेवाला व्यक्ति भारत में उसके द्वारा अथवा किसी अन्य द्वारा धारित किसी परिसंपत्ति का प्रेषण सिवाय
आरबीआइ/2006-07/422 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.65 मई 31, 2007 सेवा में सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंकमहोदया/महोदय, कंपनियों के समापन पर प्रेषण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना फेमा 13/2000-आरबी के विनियम 3 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसके अनुसार अधिनियम अथवा नियम अथवा विनियम में अन्यथा न हो तो भारत में निवास करनेवाला अथवा निवास न करनेवाला व्यक्ति भारत में उसके द्वारा अथवा किसी अन्य द्वारा धारित किसी परिसंपत्ति का प्रेषण सिवाय
मई 31, 2007
जोखिम प्रबंधन और अंतर बैंक लेनदेन - पण्य हेजिंग
आरबीआइ/2006-07/423 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.66 मई 31, 2007 सेवा में सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंकमहोदया/महोदय, जोखिम प्रबंधन और अंतर बैंक लेनदेन - पण्य हेजिंगप्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना फेमा.25/आरबी-2000 के विनियम 6 और जुलाई 23, 2005 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.03 की ओर आकर्षित किया जाता है। वर्तमान में भारत में निवासी व्यक्तियों को रिजर्व बैंक के पूर्वानुमोदन से कतिपय शर्तों के अधीन पण्य
आरबीआइ/2006-07/423 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.66 मई 31, 2007 सेवा में सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंकमहोदया/महोदय, जोखिम प्रबंधन और अंतर बैंक लेनदेन - पण्य हेजिंगप्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना फेमा.25/आरबी-2000 के विनियम 6 और जुलाई 23, 2005 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.03 की ओर आकर्षित किया जाता है। वर्तमान में भारत में निवासी व्यक्तियों को रिजर्व बैंक के पूर्वानुमोदन से कतिपय शर्तों के अधीन पण्य
मई 15, 2007
विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) (संशोधन) विनियमावली, 2007
विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा 152/2007-आरबी दिनांक: 15 मई, 2007 विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) (संशोधन) विनियमावली, 2007 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतद्वारा (3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 13/2000-आरबी ) विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) विनियमावली 2000, में निम्नलिखित संशोधन करता है, अर्थात्, संक्षिप्त नाम
विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा 152/2007-आरबी दिनांक: 15 मई, 2007 विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) (संशोधन) विनियमावली, 2007 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतद्वारा (3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 13/2000-आरबी ) विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का प्रेषण) विनियमावली 2000, में निम्नलिखित संशोधन करता है, अर्थात्, संक्षिप्त नाम
मई 08, 2007
पिछले कार्य निष्पादन के आधार पर वायदा संविदाओं की बुकिंग
आर बी आइ/2006-07/380 ए.पी.(डी आइ आर सिरीज) परिपत्र सं. 52मई 08, 2007सभी प्राधिकृत श्रेणी I बैंक महोदया / महोदय पिछले कार्य निष्पादन के आधार पर वायदा संविदाओं की बुकिंग प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान जनवरी 24, 2004 के ए.पी.(डी आइ आर सिरीज) परिपत्र सं. 19, दिसंबर 21, 2002 के ए.पी.(डी आइ आर सिरीज) परिपत्र सं 63, नवंबर 1, 2004 के ए.पी.(डी आइ आर सिरीज) परिपत्र सं. 26 और दिसंबर 13, 2006 के ए.पी.(डी आइ आर सिरीज) परिपत्र सं. 22 की ओर आकर्षित किया जाता है । 2. वर्
आर बी आइ/2006-07/380 ए.पी.(डी आइ आर सिरीज) परिपत्र सं. 52मई 08, 2007सभी प्राधिकृत श्रेणी I बैंक महोदया / महोदय पिछले कार्य निष्पादन के आधार पर वायदा संविदाओं की बुकिंग प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान जनवरी 24, 2004 के ए.पी.(डी आइ आर सिरीज) परिपत्र सं. 19, दिसंबर 21, 2002 के ए.पी.(डी आइ आर सिरीज) परिपत्र सं 63, नवंबर 1, 2004 के ए.पी.(डी आइ आर सिरीज) परिपत्र सं. 26 और दिसंबर 13, 2006 के ए.पी.(डी आइ आर सिरीज) परिपत्र सं. 22 की ओर आकर्षित किया जाता है । 2. वर्
अप्रैल 26, 2007
रिपब्लिक ऑफ सूडान की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 48 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता
आरबीआइ/2006-07/350ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.43 अप्रैल 26,2007 सेवा मेंसभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकमहोदया/महोदय, रिपब्लिक ऑफ सूडान की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 48 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता ?ाारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक ऑफ सूडान की सरकार को फरवरी 12, 2007 को हुए ऋण करार के तहत सूडान में परियोजनाओं के वित्तपोषण हेतु उन्हें कुल 48 मिलियन अमरीकी डॉलर (अडतालीस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) तक की ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए करार किय
आरबीआइ/2006-07/350ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.43 अप्रैल 26,2007 सेवा मेंसभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकमहोदया/महोदय, रिपब्लिक ऑफ सूडान की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 48 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता ?ाारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक ऑफ सूडान की सरकार को फरवरी 12, 2007 को हुए ऋण करार के तहत सूडान में परियोजनाओं के वित्तपोषण हेतु उन्हें कुल 48 मिलियन अमरीकी डॉलर (अडतालीस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) तक की ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए करार किय
अप्रैल 20, 2007
विदेशी प्रत्यक्ष निवेश को सरल और कारगर बनाना
आरबीआइ/2006-07/337ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.41अप्रैल 20, 2007सेवा मेंसभी प्राधिकृत व्यापारी बैंक श्रेणी Iमहोदया/महोदय,विदेशी प्रत्यक्ष निवेश को सरल और कारगर बनाना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित जुलाई 7, 2004 की अधिसूचना सं.फेमा.120/आरबी-2004 (अधिसूचना) द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2004 की ओर आकर्षित किया जाता है। वर्तमान प्रावधानों को सरल और कारगर बनाने के लिए समुद्
आरबीआइ/2006-07/337ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.41अप्रैल 20, 2007सेवा मेंसभी प्राधिकृत व्यापारी बैंक श्रेणी Iमहोदया/महोदय,विदेशी प्रत्यक्ष निवेश को सरल और कारगर बनाना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित जुलाई 7, 2004 की अधिसूचना सं.फेमा.120/आरबी-2004 (अधिसूचना) द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2004 की ओर आकर्षित किया जाता है। वर्तमान प्रावधानों को सरल और कारगर बनाने के लिए समुद्
अप्रैल 16, 2007
रिपब्लिक ऑफ सेनेगल की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 11 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता
आरबीआइ/2006-07/323 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.39 अप्रैल 16, 2007सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकमहोदया/महोदय,रिपब्लिक ऑफ सेनेगल की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 11 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक ऑफ सेनेगल की सरकार को जनवरी 15, 2007 को हुए ऋण करार के तहत कुल 11 मिलियन अमरीकी डॉलर (ग्यारह मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) तक की ऋण सहायता महिला गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम की सहायता और भारत से 400 वाहनों के अधिग्रहण
आरबीआइ/2006-07/323 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.39 अप्रैल 16, 2007सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकमहोदया/महोदय,रिपब्लिक ऑफ सेनेगल की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 11 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक ऑफ सेनेगल की सरकार को जनवरी 15, 2007 को हुए ऋण करार के तहत कुल 11 मिलियन अमरीकी डॉलर (ग्यारह मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) तक की ऋण सहायता महिला गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम की सहायता और भारत से 400 वाहनों के अधिग्रहण
फ़रवरी 07, 2007
मोज़ाम्बिक गणतंत्र की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता
आरबीआइ/2006-07/251 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.31  07 फरवरी,  2007 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी बैंक श्रेणी I महोदया/महोदय, मोज़ाम्बिक गणतंत्र की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने मोज़ाम्बिक गणतंत्र की सरकार के साथ मोज़ाम्बिक में गाज़ा प्रदेश के विद्युतीकरण के लिए क्रेताओं द्वारा उधारकर्ता के देश में पात्र माल की खरीद को सुविधाजनक बनाने हेतु उनको कुल 20 मिलियन अमरीकी डॉलर (बीस मिल
आरबीआइ/2006-07/251 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.31  07 फरवरी,  2007 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी बैंक श्रेणी I महोदया/महोदय, मोज़ाम्बिक गणतंत्र की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने मोज़ाम्बिक गणतंत्र की सरकार के साथ मोज़ाम्बिक में गाज़ा प्रदेश के विद्युतीकरण के लिए क्रेताओं द्वारा उधारकर्ता के देश में पात्र माल की खरीद को सुविधाजनक बनाने हेतु उनको कुल 20 मिलियन अमरीकी डॉलर (बीस मिल
जनवरी 31, 2007
विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा) विनियमावली, 2000 - अनिवासी (बाह्य) रुपया खाता/ विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) जमाराशियों की जमानत पर अनिवासियों/तीसरेपक्षकोऋणप्रदानकरना
आरबीआइ/2006-07/244 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.29 31 जनवरी,  2007 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा) विनियमावली, 2000 - अनिवासी (बाह्य) रुपया खाता/ विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) जमाराशियों की जमानत पर अनिवासियों/ तीसरे पक्ष को ऋण प्रदान करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों और प्राधिकृत बैंकों (बैंकों) का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 5/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्र
आरबीआइ/2006-07/244 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.29 31 जनवरी,  2007 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा) विनियमावली, 2000 - अनिवासी (बाह्य) रुपया खाता/ विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) जमाराशियों की जमानत पर अनिवासियों/ तीसरे पक्ष को ऋण प्रदान करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों और प्राधिकृत बैंकों (बैंकों) का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 5/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्र
जनवरी 04, 2007
विदेशी मुद्रा प्रबंध (गारंटी) विनियमावली 2000 -विनियमावली में संशोधन
अधिसूचना सं.फेमा 151 /2007-आरबी दिनांक जनवरी 4, 2007विदेशी मुद्रा प्रबंध (गारंटी) विनियमावली 2000 -विनियमावली में संशोधन विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उपधारा (3) के खंड (ञ) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए विदेशी मुद्रा प्रबंध (गारंटी) विनियमावली 2000 (मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा 8/2000-आरबी) में भारतीय रिज़र्व बैंक निम्नलिखित संशोधन करता है, अर्थात्- 1. संक्षिप्त नाम और प्रारंभ (i) ये विनियम विदेशी
अधिसूचना सं.फेमा 151 /2007-आरबी दिनांक जनवरी 4, 2007विदेशी मुद्रा प्रबंध (गारंटी) विनियमावली 2000 -विनियमावली में संशोधन विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उपधारा (3) के खंड (ञ) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए विदेशी मुद्रा प्रबंध (गारंटी) विनियमावली 2000 (मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा 8/2000-आरबी) में भारतीय रिज़र्व बैंक निम्नलिखित संशोधन करता है, अर्थात्- 1. संक्षिप्त नाम और प्रारंभ (i) ये विनियम विदेशी
दिसंबर 20, 2006
निवासी व्यक्तियों के लिए 50,000 अमरीकी डॉलर की उदारीकृत विप्रेषण योजना
आरबीआइ/2006-07/216 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.24 दिसंबर 20, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए 50,000 अमरीकी डॉलर की उदारीकृत विप्रेषण योजना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान फरवरी 4, 2004 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.64, समय-समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) नियमावली, 2000 (नियम) तथा जनवरी 13, 2003 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.66 की ओर आकर्षित किया जाता है।उपर्
आरबीआइ/2006-07/216 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.24 दिसंबर 20, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए 50,000 अमरीकी डॉलर की उदारीकृत विप्रेषण योजना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान फरवरी 4, 2004 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.64, समय-समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) नियमावली, 2000 (नियम) तथा जनवरी 13, 2003 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.66 की ओर आकर्षित किया जाता है।उपर्
दिसंबर 18, 2006
भारत सरकार और भूतपूर्व यूएसएसआर के बीच अप्रैल 30, 1981 और दिसंबर 23, 1985 के आस्थगित भुगतान प्रोटोकोल
आरबीआइ/2006-07/215 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.23 दिसंबर 18, 2006 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और भूतपूर्व यूएसएसआर के बीच अप्रैल 30, 1981 और दिसंबर 23, 1985 के आस्थगित भुगतान प्रोटोकोल प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान जुलाई 6, 2006 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.01 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें विशेष करेंसी बास्केट का रुपया मूल्य मई 31, 2006 से 60.4958 रुपये दर्शाया गया था। 2. प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I ब
आरबीआइ/2006-07/215 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.23 दिसंबर 18, 2006 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और भूतपूर्व यूएसएसआर के बीच अप्रैल 30, 1981 और दिसंबर 23, 1985 के आस्थगित भुगतान प्रोटोकोल प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान जुलाई 6, 2006 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.01 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें विशेष करेंसी बास्केट का रुपया मूल्य मई 31, 2006 से 60.4958 रुपये दर्शाया गया था। 2. प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I ब
दिसंबर 13, 2006
आयात के सीमाशुल्क घटक के लिए वायदा संविदा बुक करना
आरबीआइ/2006-07/207 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.21 दिसंबर 13, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, आयात के सीमाशुल्क घटक के लिए वायदा संविदा बुक करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 25/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित और समय-समय पर यथासंशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) नियमावली, 2000 की अनुसूची-1 [अ.1(ञ)] तथा अप्रैल 29, 2003 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.98 की ओर आकर्
आरबीआइ/2006-07/207 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.21 दिसंबर 13, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, आयात के सीमाशुल्क घटक के लिए वायदा संविदा बुक करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 25/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित और समय-समय पर यथासंशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) नियमावली, 2000 की अनुसूची-1 [अ.1(ञ)] तथा अप्रैल 29, 2003 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.98 की ओर आकर्
दिसंबर 13, 2006
पिछले कार्य निष्पादन के आधार पर वायदा संविदाएं बुक करना
आरबीआइ/2006-07/208 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.22 दिसंबर 13, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, पिछले कार्य निष्पादन के आधार पर वायदा संविदाएं बुक करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान जनवरी 24, 2002 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.19, दिसंबर 21, 2002 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.63 तथा नवंबर 1, 2004 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.26 की ओर आकर्षित किया जाता है। वर्तमान में प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक, विश
आरबीआइ/2006-07/208 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.22 दिसंबर 13, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, पिछले कार्य निष्पादन के आधार पर वायदा संविदाएं बुक करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान जनवरी 24, 2002 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.19, दिसंबर 21, 2002 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.63 तथा नवंबर 1, 2004 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.26 की ओर आकर्षित किया जाता है। वर्तमान में प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक, विश
दिसंबर 06, 2006
म्यांमार फॉरेन ट्रेड बैंक को एक्ज़िम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता
आरबीआइ/2006-07/199 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.19 दिसंबर 6, 2006 सेवा में सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, म्यांमार फॉरेन ट्रेड बैंक को एक्ज़िम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने म्यांमार फॉरेन ट्रेड बैंक के साथ म्यांमार स्थित थानलिइन रिफाइनरी के नवीकरण के लिए भारत सरकार की विदेश व्यापार नीति के अंतर्गत निर्यात के लिए पात्र, परामर्श सेवाओं सहित, माल और सेवाओं के निर्यात के वित्तपोषण हेतु उनको
आरबीआइ/2006-07/199 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.19 दिसंबर 6, 2006 सेवा में सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, म्यांमार फॉरेन ट्रेड बैंक को एक्ज़िम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने म्यांमार फॉरेन ट्रेड बैंक के साथ म्यांमार स्थित थानलिइन रिफाइनरी के नवीकरण के लिए भारत सरकार की विदेश व्यापार नीति के अंतर्गत निर्यात के लिए पात्र, परामर्श सेवाओं सहित, माल और सेवाओं के निर्यात के वित्तपोषण हेतु उनको
दिसंबर 04, 2006
बाह्य वाणिज्यिक उधार
आरबीआइ/2006-07/194 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.17 दिसंबर 4, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार से संबद्ध समय-समय पर यथासंशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा उधार देना) विनियमावली, 2000 के विनियम 6 तथा अगस्त 1, 2005 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.5 की ओर आकर्षित किया जाता है। 2. वर्तमान में, कंपनियां स्वतः अनुमोदित मार्ग
आरबीआइ/2006-07/194 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.17 दिसंबर 4, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार से संबद्ध समय-समय पर यथासंशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा उधार देना) विनियमावली, 2000 के विनियम 6 तथा अगस्त 1, 2005 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.5 की ओर आकर्षित किया जाता है। 2. वर्तमान में, कंपनियां स्वतः अनुमोदित मार्ग
दिसंबर 04, 2006
विदेश में कार्यालयों की स्थापना
आरबीआइ/2006-07/197 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.18 दिसंबर 4, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेश में कार्यालयों की स्थापना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.10/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित और समय-समय पर यथासंशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति का विदेशी मुद्रा खाता) विनियमावली, 2000 तथा अप्रैल 21, 2006 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.32 की ओर आकर्षित किया जाता है। वर्तमान
आरबीआइ/2006-07/197 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.18 दिसंबर 4, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेश में कार्यालयों की स्थापना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.10/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित और समय-समय पर यथासंशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी व्यक्ति का विदेशी मुद्रा खाता) विनियमावली, 2000 तथा अप्रैल 21, 2006 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.32 की ओर आकर्षित किया जाता है। वर्तमान
नवंबर 30, 2006
विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा खाता - प्रक्रिया का उदारीकरण
आरबीआइ/2006-07/129 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.15 नवंबर 30, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा खाता - प्रक्रिया का उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 10/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी किसी व्यक्ति का विदेशी मुद्रा खाता) विनियमावली, 2000 के विनियम 4 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसके अनुसार भारत में
आरबीआइ/2006-07/129 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.15 नवंबर 30, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा खाता - प्रक्रिया का उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 10/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवासी किसी व्यक्ति का विदेशी मुद्रा खाता) विनियमावली, 2000 के विनियम 4 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसके अनुसार भारत में
नवंबर 30, 2006
अंगोला सरकार को एक्ज़िम बैंक की 10 मिलियन अमरीकी डॉलर  की वित्तीय सहायता
आरबीआइ/2006-07/193 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.16 नवंबर 30,  2006 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय, अंगोला सरकार को एक्ज़िम बैंक की 10 मिलियन अमरीकी डॉलर  की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने अंगोला गणतंत्र की सरकार के साथ उनको कुल 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (दस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) तक की ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए जुलाई 6, 2006 को करार किया है। यह ऋण भारत सरकार की विदेश व्यापार नीति के अंतर्गत निर्यात क
आरबीआइ/2006-07/193 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.16 नवंबर 30,  2006 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय, अंगोला सरकार को एक्ज़िम बैंक की 10 मिलियन अमरीकी डॉलर  की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने अंगोला गणतंत्र की सरकार के साथ उनको कुल 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (दस मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) तक की ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए जुलाई 6, 2006 को करार किया है। यह ऋण भारत सरकार की विदेश व्यापार नीति के अंतर्गत निर्यात क
नवंबर 28, 2006
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 - चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण
आरबीआइ/2006-07/190 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.14 नवंबर 28, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 - चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. जी.एस.आर. 381(E) द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) नियमावली, 2000 की ओर आकर्षित किया जाता है। 2. विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) नियमावली, 2000 के
आरबीआइ/2006-07/190 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.14 नवंबर 28, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 - चालू खाता लेनदेन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. जी.एस.आर. 381(E) द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) नियमावली, 2000 की ओर आकर्षित किया जाता है। 2. विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) नियमावली, 2000 के
नवंबर 17, 2006
सेवा आयातकों की ओर से बैंक गारंटी जारी करना
आरबीआइ/2006-07/181 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.13 नवंबर 17, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, सेवा आयातकों की ओर से बैंक गारंटी जारी करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 8/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (गारंटी) विनियमावली, 2000 के विनियम 4 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसके अनुसार उसमें बताए गए निर्दिष्ट प्रयोजनों के लिए प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैं
आरबीआइ/2006-07/181 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.13 नवंबर 17, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, सेवा आयातकों की ओर से बैंक गारंटी जारी करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 8/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (गारंटी) विनियमावली, 2000 के विनियम 4 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसके अनुसार उसमें बताए गए निर्दिष्ट प्रयोजनों के लिए प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैं
नवंबर 16, 2006
विदेशी प्रतिभूतियों में म्यूच्युअल फंडों द्वारा निवेश - उदारीकरण
आरबीआइ/2006-07/179 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.11 नवंबर 16, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी प्रतिभूतियों में म्यूच्युअल फंडों द्वारा निवेश - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित जुलाई 7, 2004 की अधिसूचना सं. फेमा 120/आरबी-2004 के विनियम 6आ और विनियम 26 और जुलाई 26, 2006 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.3 की ओर आकर्षित किया जाता है। 2. विदेशों में निवेश के अवसरों को बढ़ाने की दृष्टि से
आरबीआइ/2006-07/179 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.11 नवंबर 16, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी प्रतिभूतियों में म्यूच्युअल फंडों द्वारा निवेश - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित जुलाई 7, 2004 की अधिसूचना सं. फेमा 120/आरबी-2004 के विनियम 6आ और विनियम 26 और जुलाई 26, 2006 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.3 की ओर आकर्षित किया जाता है। 2. विदेशों में निवेश के अवसरों को बढ़ाने की दृष्टि से
नवंबर 16, 2006
अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों और विदेशी राष्ट्रिकों को सुविधाएं - उदारीकरण
आरबीआइ/2006-07/180 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.12 नवंबर 16, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों और विदेशी राष्ट्रिकों को सुविधाएं - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 13/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का विप्रेषण) विनियमावली, 2000 के विनियम सं. 4 और जनवरी 13, 2003 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिप
आरबीआइ/2006-07/180 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.12 नवंबर 16, 2006 सेवा में सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों और विदेशी राष्ट्रिकों को सुविधाएं - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 13/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (परिसंपत्तियों का विप्रेषण) विनियमावली, 2000 के विनियम सं. 4 और जनवरी 13, 2003 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिप
अगस्त 21, 2006
विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (संशोधन) विनियमावली, 2006
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय - मुंबई अधिसूचना सं.फेमा.150/2006-आरबी दिनांक: 21 अगस्त, 2006 विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (संशोधन) विनियमावली, 2006 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उपधारा (3) के खंड (क) और धारा 47 की उपधारा (2) द्वारा प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतद् द्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय - मुंबई अधिसूचना सं.फेमा.150/2006-आरबी दिनांक: 21 अगस्त, 2006 विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (संशोधन) विनियमावली, 2006 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उपधारा (3) के खंड (क) और धारा 47 की उपधारा (2) द्वारा प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतद् द्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली
जून 09, 2006
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2006
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.149/2006-आरबी दिनांक : 09 जून , 2006 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2006 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उपधारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग और 3 मई 2000 की अपनी अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.149/2006-आरबी दिनांक : 09 जून , 2006 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2006 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उपधारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग और 3 मई 2000 की अपनी अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्
मई 12, 2006
बाह्य वाणिज्यिक उधार - मान्यताप्राप्त उधारदाताओं के रूप में विदेशी कंपनी निकायों के संबंध में स्पष्टीकरण
आरबीआइ/2005-06/385 ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.34 मई 12, 2006सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंकमहोदया/महोदय,बाह्य वाणिज्यिक उधार - मान्यताप्राप्त उधारदाताओं के रूप में विदेशी कंपनी निकायों के संबंध में स्पष्टीकरणप्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान सितंबर 16, 2003 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.14 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार वर्तमान विदेशी मुद्रा प्रबंध विनियमावली के तहत उपलब्ध विभिन्न मार्गों/ योजनाओं के अंतर्गत एक पात्र
आरबीआइ/2005-06/385 ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.34 मई 12, 2006सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंकमहोदया/महोदय,बाह्य वाणिज्यिक उधार - मान्यताप्राप्त उधारदाताओं के रूप में विदेशी कंपनी निकायों के संबंध में स्पष्टीकरणप्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान सितंबर 16, 2003 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.14 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार वर्तमान विदेशी मुद्रा प्रबंध विनियमावली के तहत उपलब्ध विभिन्न मार्गों/ योजनाओं के अंतर्गत एक पात्र
अप्रैल 21, 2006
माल और सेवाओं का निर्यात - वसूली अवधि बढ़ाना
आरबीआइ/2005-06/371 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.31 अप्रैल 21, 2006सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंकमहोदया/महोदय माल और सेवाओं का निर्यात - वसूली अवधि बढ़ाना प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान जनवरी 28, 2002 के एपी(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.20 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार उसमें निर्धारित शर्तों के अधीन 100,000 अमरीकी डॉलर तक के बीजक मूल्यवाले निर्यात प्राप्तियों की वसूली के लिए निर्यात की तारीख से निर्धारित अवधि से और आगे अव
आरबीआइ/2005-06/371 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.31 अप्रैल 21, 2006सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंकमहोदया/महोदय माल और सेवाओं का निर्यात - वसूली अवधि बढ़ाना प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान जनवरी 28, 2002 के एपी(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.20 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार उसमें निर्धारित शर्तों के अधीन 100,000 अमरीकी डॉलर तक के बीजक मूल्यवाले निर्यात प्राप्तियों की वसूली के लिए निर्यात की तारीख से निर्धारित अवधि से और आगे अव
अप्रैल 21, 2006
विदेश में खोले गए शाखा कार्यालयों के लिए प्रारंभिक और आवर्ती व्यय का प्रेषण
आरबीआइ/2005-06/372 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.32 अप्रैल 21, 2006सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंकमहोदया/महोदयविदेश में खोले गए शाखा कार्यालयों के लिए प्रारंभिक और आवर्ती व्यय का प्रेषणप्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान जून 29, 2002 के एपी(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.54 के साथ संलग्न दिसंबर 5, 2001 की अधिसूचना सं.फेमा 47/2001-आरबी के उप-विनियम 4अ की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारी बैंकों को विदेश स्थित शाखा अथवा
आरबीआइ/2005-06/372 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.32 अप्रैल 21, 2006सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंकमहोदया/महोदयविदेश में खोले गए शाखा कार्यालयों के लिए प्रारंभिक और आवर्ती व्यय का प्रेषणप्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान जून 29, 2002 के एपी(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.54 के साथ संलग्न दिसंबर 5, 2001 की अधिसूचना सं.फेमा 47/2001-आरबी के उप-विनियम 4अ की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारी बैंकों को विदेश स्थित शाखा अथवा
मार्च 16, 2006
विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदाएं)(संशोधन) विनियमावली, 2006
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा. 148/ आरबी-2007 दिनांक :16 मार्च 2006 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदाएं)(संशोधन) विनियमावली, 2006 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 47 के उप-खंड (2) के खंड (ज) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक, विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा भारत में व्युत्पन्न संविदाएं) विनियमावली, 2000 (दिनांक 3 मई 2000 की अध
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा. 148/ आरबी-2007 दिनांक :16 मार्च 2006 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदाएं)(संशोधन) विनियमावली, 2006 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 47 के उप-खंड (2) के खंड (ज) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक, विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा भारत में व्युत्पन्न संविदाएं) विनियमावली, 2000 (दिनांक 3 मई 2000 की अध
मार्च 16, 2006
विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (संशोधन) विनियमावली, 2006
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा. 147/आरबी-2006 दिनांक : 16 मार्च, 2006 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (संशोधन) विनियमावली, 2006 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 47 की उपधारा (2) के खंड (ज) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक, विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) विनियमावली, 2000 (दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फ
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा. 147/आरबी-2006 दिनांक : 16 मार्च, 2006 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (संशोधन) विनियमावली, 2006 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 47 की उपधारा (2) के खंड (ज) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक, विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) विनियमावली, 2000 (दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फ
फ़रवरी 10, 2006
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में अचल संपत्ति का अधिग्रहण तथा अंतरण)(संशोधन) विनियमावली, 2006
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001. अधिसूचना सं. फेमा 146/2006-आरबी दिनांक:10 फरवरी, 2006 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में अचल संपत्ति का अधिग्रहण तथा अंतरण)(संशोधन) विनियमावली, 2006 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (i), धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में अचल संपत्ति का अधिग्रहण तथा अंतरण) विन
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001. अधिसूचना सं. फेमा 146/2006-आरबी दिनांक:10 फरवरी, 2006 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में अचल संपत्ति का अधिग्रहण तथा अंतरण)(संशोधन) विनियमावली, 2006 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (i), धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में अचल संपत्ति का अधिग्रहण तथा अंतरण) विन
दिसंबर 19, 2005
विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) (संशोधन) विनियमावली, 2005
भारतीय रिजर्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई-400 001 अधिसूचना सं. फेमा 143/आरबी-2005 19 दिसंबर 2005 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदा) (संशोधन) विनियम, 2005 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 47 की उप-धारा (2) के खंड (एच) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, भारतीय रिजर्व बैंक विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदा) विनियम, 2000 (अधिसूचना संख्या फेमा 25/आरबी-2000, दिनांक मई 3, 2000) में निम
भारतीय रिजर्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई-400 001 अधिसूचना सं. फेमा 143/आरबी-2005 19 दिसंबर 2005 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदा) (संशोधन) विनियम, 2005 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 47 की उप-धारा (2) के खंड (एच) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, भारतीय रिजर्व बैंक विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदा) विनियम, 2000 (अधिसूचना संख्या फेमा 25/आरबी-2000, दिनांक मई 3, 2000) में निम
दिसंबर 06, 2005
विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा देना) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2005
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं. फेमा. 142/2005-आरबी दिनांक : 06 दिसंबर, 2005 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा देना) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2005 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उपधारा (3) के खंड (घ) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक, समय-समय पर यथासंशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना और
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं. फेमा. 142/2005-आरबी दिनांक : 06 दिसंबर, 2005 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा देना) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2005 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उपधारा (3) के खंड (घ) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक, समय-समय पर यथासंशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना और
नवंबर 11, 2005
परिसंपत्ति पुनर्निर्माण कंपनियों (एआरसी) में विदेशी निवेश
आरबीआइ/2005-06/203 ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.16 नवंबर 11, 2005सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, परिसंपत्ति पुनर्निर्माण कंपनियों (एआरसी) में विदेशी निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.20 द्वारा भारतीय रिज़र्व बैक द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर रहनेवाले किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की ओर आकर्षित किया जाता है। 2. प
आरबीआइ/2005-06/203 ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.16 नवंबर 11, 2005सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, परिसंपत्ति पुनर्निर्माण कंपनियों (एआरसी) में विदेशी निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.20 द्वारा भारतीय रिज़र्व बैक द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर रहनेवाले किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की ओर आकर्षित किया जाता है। 2. प
नवंबर 04, 2005
बाह्य वाणिज्यिक उधार
आरबीआइ/2005-06/197 ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.15 नवंबर 4, 2005सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अनुमोदन मार्ग के अंतर्गत बाह्य वाणिज्यिक उधार से संबंधित पात्र उधारकर्ताओं और गारंटी, तत्काल साखपत्र, वचन पत्र अथवा लेटर ऑफ कंफर्ट जारी करने के बारे में अगस्त 1, 2005 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.5 के संलग्नक में पैराग्राफ 1(अ)(व)(क) और 1(ख)(ख्) की ओर आकर्षित किया जाता
आरबीआइ/2005-06/197 ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.15 नवंबर 4, 2005सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अनुमोदन मार्ग के अंतर्गत बाह्य वाणिज्यिक उधार से संबंधित पात्र उधारकर्ताओं और गारंटी, तत्काल साखपत्र, वचन पत्र अथवा लेटर ऑफ कंफर्ट जारी करने के बारे में अगस्त 1, 2005 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.5 के संलग्नक में पैराग्राफ 1(अ)(व)(क) और 1(ख)(ख्) की ओर आकर्षित किया जाता
अक्‍तूबर 31, 2005
विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा) (दूसरा संशोधन) विनियमावली,2005
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं. फेमा 140/2005-आरबी  31 अक्तूबर, 2005 विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा) (दूसरा संशोधन) विनियमावली,2005 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (च), धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा) विनियमावली, 2000 (मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 5/2000-आरबी) में निम्नलिखि
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001 अधिसूचना सं. फेमा 140/2005-आरबी  31 अक्तूबर, 2005 विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा) (दूसरा संशोधन) विनियमावली,2005 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (च), धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा) विनियमावली, 2000 (मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 5/2000-आरबी) में निम्नलिखि
अक्‍तूबर 27, 2005
चैड गणराज्य के सरकार को एक्ज़िम बैंक की 50 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001. आरबीआइ/2005-06/191 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.14 अक्तूबर 27, 2005 सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, चैड गणराज्य के सरकार को एक्ज़िम बैंक की 50 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने चैड गणराज्य के सरकार के साथ उनको कुल 50 मिलियन अमरीकी डॉलर (पचास मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) की ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए करार कि
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001. आरबीआइ/2005-06/191 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.14 अक्तूबर 27, 2005 सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, चैड गणराज्य के सरकार को एक्ज़िम बैंक की 50 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने चैड गणराज्य के सरकार के साथ उनको कुल 50 मिलियन अमरीकी डॉलर (पचास मिलियन अमरीकी डॉलर मात्र) की ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए करार कि
सितंबर 27, 2005
परिचालन पट्टे पर हवाई जहाज़ का आयात - जमानत जमा
आरबीआइ/2005-06/168 ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.13 सितंबर 27, 2005सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिवफ्त सभी बैंक महोदया/महोदय, परिचालन पट्टे पर हवाई जहाज़ का आयात - जमानत जमा प्राधिवफ्त व्यापारी बैंकों का ध्यान मार्च 1, 2002 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.24 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसमें प्राधिवफ्त व्यापारियों को हवाई कंपनियों द्वारा पट्टा किराए के प्रेषण और परिचालन पट्टे पर हवाई जहाज़ के अधिग्रहण हेतु जमानत जमाराशि के लिए साख पत्र खोलने की
आरबीआइ/2005-06/168 ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.13 सितंबर 27, 2005सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिवफ्त सभी बैंक महोदया/महोदय, परिचालन पट्टे पर हवाई जहाज़ का आयात - जमानत जमा प्राधिवफ्त व्यापारी बैंकों का ध्यान मार्च 1, 2002 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.24 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसमें प्राधिवफ्त व्यापारियों को हवाई कंपनियों द्वारा पट्टा किराए के प्रेषण और परिचालन पट्टे पर हवाई जहाज़ के अधिग्रहण हेतु जमानत जमाराशि के लिए साख पत्र खोलने की
सितंबर 19, 2005
बैंक मरोकेइन ड्यु कॉमर्स एक्स्टीरियूर (बीएमसीई बैंक), मोरक्को को एक्ज़िम बैंक की 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001. आरबीआइ/2005-06/165 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.12 सितंबर 19, 2005 सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, बैंक मरोकेइन ड्यु कॉमर्स एक्स्टीरियूर (बीएमसीई बैंक), मोरक्को को एक्ज़िम बैंक की 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने जुलाई 4, 2005 को बैंक मरोकेइन ड्यु कॉमर्स एक्स्टीरियूर (बीएमसीई बैंक), मोरक्को के साथ उनको
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001. आरबीआइ/2005-06/165 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.12 सितंबर 19, 2005 सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, बैंक मरोकेइन ड्यु कॉमर्स एक्स्टीरियूर (बीएमसीई बैंक), मोरक्को को एक्ज़िम बैंक की 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने जुलाई 4, 2005 को बैंक मरोकेइन ड्यु कॉमर्स एक्स्टीरियूर (बीएमसीई बैंक), मोरक्को के साथ उनको
अगस्त 29, 2005
भूटान में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश
आरबीआइ/2005-06/146 ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.09 अगस्त 29, 2005 सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिवफ्त सभी बैंक महोदया/महोदय, भूटान में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश प्राधिवफ्त व्यापारी बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित जुलाई 7, 2004 की अधिसूचना सं. फेमा 120/2004-आरबी (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) के विनियम 6 के खण्ड (2) के उप-खण्ड (व) के स्पष्टीकरण की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार भूटान और नेपाल में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश केवल
आरबीआइ/2005-06/146 ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.09 अगस्त 29, 2005 सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिवफ्त सभी बैंक महोदया/महोदय, भूटान में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश प्राधिवफ्त व्यापारी बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित जुलाई 7, 2004 की अधिसूचना सं. फेमा 120/2004-आरबी (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) के विनियम 6 के खण्ड (2) के उप-खण्ड (व) के स्पष्टीकरण की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार भूटान और नेपाल में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश केवल
अगस्त 25, 2005
भारत में विदेशी निवेश - उपहार के रूप में प्रतिभूति का अंतरण - प्रािया
आरबीआइ/2005-06/143ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.08 अगस्त 25, 2005 सेवा मेंविदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिवफ्त सभी बैंकमहोदया/महोदय, भारत में विदेशी निवेश - उपहार के रूप में प्रतिभूति का अंतरण - प्रक्रिया प्राधिवफ्त व्यापारी बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की भारतीय रिज़र्व बैंक अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के विनियम 10 अ(क) की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा भारत से बाहर रहनेवाले व्यक्ति को उपहार के रू
आरबीआइ/2005-06/143ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.08 अगस्त 25, 2005 सेवा मेंविदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिवफ्त सभी बैंकमहोदया/महोदय, भारत में विदेशी निवेश - उपहार के रूप में प्रतिभूति का अंतरण - प्रक्रिया प्राधिवफ्त व्यापारी बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की भारतीय रिज़र्व बैंक अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के विनियम 10 अ(क) की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार भारत में निवासी व्यक्ति द्वारा भारत से बाहर रहनेवाले व्यक्ति को उपहार के रू
अगस्त 22, 2005
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) ( पाँचवां संशोधन) विनियमावली, 2005
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.138/2005-आरबी    दिनांक: 22 जुलाई 2005 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) ( पाँचवां संशोधन) विनियमावली, 2005 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उपधारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.138/2005-आरबी    दिनांक: 22 जुलाई 2005 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) ( पाँचवां संशोधन) विनियमावली, 2005 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उपधारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी
अगस्त 17, 2005
भवन-निर्माण विकास क्षेत्र में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश
आरबीआइ/2005-06/127 ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.07 अगस्त 17, 2005सेवा मेंविदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिवफ्त सभी बैंकमहोदया/महोदय,भवन-निर्माण विकास क्षेत्र में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश प्राधिवफ्त व्यापारी बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी की अनुसूची घ् की ओर आकर्षित किया जाता है।2. टाउनशिप आवास, निर्मित ढांचे और भवन निर्माण विकास परियोजनाओं में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से भारत सरका
आरबीआइ/2005-06/127 ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.07 अगस्त 17, 2005सेवा मेंविदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिवफ्त सभी बैंकमहोदया/महोदय,भवन-निर्माण विकास क्षेत्र में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश प्राधिवफ्त व्यापारी बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी की अनुसूची घ् की ओर आकर्षित किया जाता है।2. टाउनशिप आवास, निर्मित ढांचे और भवन निर्माण विकास परियोजनाओं में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से भारत सरका
अगस्त 11, 2005
प्रिंट मीडिया क्षेत्र में विदेशी निवेश
आरबीआइ/2005-06/118ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.06 अगस्त 11, 2005 सेवा मेंविदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिवफ्त सभी बैंकमहोदया/महोदय,प्रिंट मीडिया क्षेत्र में विदेशी निवेश प्राधिवफ्त व्यापारी बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के विनियम 5(2), 5(3)(व), (वव) और 5(5) की ओर आकर्षित किया जाता है जो प्रिंट मीडिया क्षेत्र में कार्यरत किसी भारतीय कंपनी के शेयरों अथवा परिवर्तनीय डिबेंचरों में विदेशी संस्थागत निवेशकों, अ
आरबीआइ/2005-06/118ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.06 अगस्त 11, 2005 सेवा मेंविदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिवफ्त सभी बैंकमहोदया/महोदय,प्रिंट मीडिया क्षेत्र में विदेशी निवेश प्राधिवफ्त व्यापारी बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के विनियम 5(2), 5(3)(व), (वव) और 5(5) की ओर आकर्षित किया जाता है जो प्रिंट मीडिया क्षेत्र में कार्यरत किसी भारतीय कंपनी के शेयरों अथवा परिवर्तनीय डिबेंचरों में विदेशी संस्थागत निवेशकों, अ
अगस्त 11, 2005
विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (तीसरा संशोधन) विनियमावली, 2005
भारतीय रिज़र्व बैंक (विदेशी मुद्रा विभाग) केद्रीय कार्यालय मुंबई अधिसूचना सं.फे मा.139/2005-आरबी 11 अगस्त, 2005 विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (तीसरा संशोधन) विनियमावली, 2005 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (क) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली 2
भारतीय रिज़र्व बैंक (विदेशी मुद्रा विभाग) केद्रीय कार्यालय मुंबई अधिसूचना सं.फे मा.139/2005-आरबी 11 अगस्त, 2005 विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (तीसरा संशोधन) विनियमावली, 2005 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (क) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक इसके द्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली 2
अगस्त 01, 2005
बाह्य वाणिज्यिक उधार
आरबीआइ/2005-06/87 ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.5 अगस्त 1, 2005सेवा मेंविदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिवफ्त सभी बैंकमहोदया/महोदय,बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिवफ्त व्यापारियों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार के संबंध में जारी अप्रैल 25, 2005 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.60 और जनवरी 31, 2004 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 40 की ओर आकर्षित किया जाता है। प्रचलित व्यष्टि आर्थिक परिस्थितियों, बाह्य वाणिज्यिक उधार की व्यवस्था में रिज़र्व बैंक द्वारा अब तक
आरबीआइ/2005-06/87 ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.5 अगस्त 1, 2005सेवा मेंविदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिवफ्त सभी बैंकमहोदया/महोदय,बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिवफ्त व्यापारियों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार के संबंध में जारी अप्रैल 25, 2005 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.60 और जनवरी 31, 2004 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 40 की ओर आकर्षित किया जाता है। प्रचलित व्यष्टि आर्थिक परिस्थितियों, बाह्य वाणिज्यिक उधार की व्यवस्था में रिज़र्व बैंक द्वारा अब तक
जुलाई 29, 2005
पेट्रोलियम क्षेत्र और वायु परिवहन सेवाओं में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश
 आरबीआइ/2005-06/83 ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.04 जुलाई 29, 2005 सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिवफ्त सभी बैंकमहोदया/महोदय,पेट्रोलियम क्षेत्र और वायु परिवहन सेवाओं में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश प्राधिवफ्त व्यापारियों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की ओर आकर्षित किया जाता है।2. स्वत: अन
 आरबीआइ/2005-06/83 ए पी(डीआइआर सिरीजॅ)परिपत्र सं.04 जुलाई 29, 2005 सेवा में विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिवफ्त सभी बैंकमहोदया/महोदय,पेट्रोलियम क्षेत्र और वायु परिवहन सेवाओं में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश प्राधिवफ्त व्यापारियों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की ओर आकर्षित किया जाता है।2. स्वत: अन

आरबीआई-इंस्टॉल-आरबीआई-सामग्री-वैश्विक

आरबीआई मोबाइल एप्लीकेशन इंस्टॉल करें और लेटेस्ट न्यूज़ का तुरंत एक्सेस पाएं!

हमारा ऐप इंस्टॉल करने के लिए QR कोड स्कैन करें

Scan Your QR code to Install our app

RBIPageLastUpdatedOn

पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जून 05, 2025

श्रेणी पहलू

केटेगरी

Custom Date Facet