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अगस्त 25, 2016
विवेकपूर्ण मानदंडों की समीक्षा– कारपोरेट, आस्ति वित्त कंपनियों (एएफसी) और गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों– इन्फ्रास्ट्रक्चर वित्त कंपनियों (एनबीएफसी-आईएफसी) के प्रति एक्सपोज़र के लिए जोखिम भार
आरबीआई/2016-17/44 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.6/21.06.001/2016-17 25 अगस्त, 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया, विवेकपूर्ण मानदंडों की समीक्षा– कारपोरेट, आस्ति वित्त कंपनियों (एएफसी) और गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों– इन्फ्रास्ट्रक्चर वित्त कंपनियों (एनबीएफसी-आईएफसी) के प्रति एक्सपोज़र के लिए जोखिम भार कृपया उपर्युक्त संस्थाओं के प्रति एक्सपोज़र के संबंध में बासल III पूंजी विनियमावली पर 1 जुलाई, 2015 के
आरबीआई/2016-17/44 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.6/21.06.001/2016-17 25 अगस्त, 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया, विवेकपूर्ण मानदंडों की समीक्षा– कारपोरेट, आस्ति वित्त कंपनियों (एएफसी) और गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों– इन्फ्रास्ट्रक्चर वित्त कंपनियों (एनबीएफसी-आईएफसी) के प्रति एक्सपोज़र के लिए जोखिम भार कृपया उपर्युक्त संस्थाओं के प्रति एक्सपोज़र के संबंध में बासल III पूंजी विनियमावली पर 1 जुलाई, 2015 के
अगस्त 25, 2016
बैंकों के तुलन पत्र में शामिल न होने वाले एक्सपोज़र के संबंध में विवेकपूर्ण मानदंड - डेरिवेटिव संविदा की पुनर्रचना
आरबीआई/2016-17/45 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.7/21.04.157/2016-17 25 अगस्त, 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों औरक्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया, बैंकों के तुलन पत्र में शामिल न होने वाले एक्सपोज़र के संबंध में विवेकपूर्ण मानदंड - डेरिवेटिव संविदा की पुनर्रचना कृपया उपर्युक्त विषय पर 13 अक्तूबर, 2008 का परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी.57/21.04.157/2008-09 देखें। उक्त परिपत्र के पैरा 2.2 में अपेक्षित है कि ऐसे मामलों में जहां डेरिवेटिव
आरबीआई/2016-17/45 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.7/21.04.157/2016-17 25 अगस्त, 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (स्थानीय क्षेत्र के बैंकों औरक्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया, बैंकों के तुलन पत्र में शामिल न होने वाले एक्सपोज़र के संबंध में विवेकपूर्ण मानदंड - डेरिवेटिव संविदा की पुनर्रचना कृपया उपर्युक्त विषय पर 13 अक्तूबर, 2008 का परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी.57/21.04.157/2008-09 देखें। उक्त परिपत्र के पैरा 2.2 में अपेक्षित है कि ऐसे मामलों में जहां डेरिवेटिव
अगस्त 11, 2016
बैंकों और अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाओं (एआईएफआई) में क्षमता वर्धन
भा.रि.बैं/2015-16/36 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.4/21.03.009/2016-17 11 अगस्त, 2016 सभी वाणिज्यिक बैंक और अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं (एक्जिम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी और सिडबी) महोदया/ महोदय, बैंकों और अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाओं (एआईएफआई) में क्षमता वर्धन रिज़र्व बैंक ने पूर्व कार्यपालक निदेशक श्री जी. गोपालकृष्ण की अध्यक्षता में ‘क्षमता वर्धन पर समिति’ (जुलाई 2014) का गठन किया था, जिसका उद्देश्य बैंकों और गैर-बैंकों में क्षमता वर्धन के संबंध में वित्तीय क्षेत्र विधायी सुधार
भा.रि.बैं/2015-16/36 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.4/21.03.009/2016-17 11 अगस्त, 2016 सभी वाणिज्यिक बैंक और अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं (एक्जिम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी और सिडबी) महोदया/ महोदय, बैंकों और अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाओं (एआईएफआई) में क्षमता वर्धन रिज़र्व बैंक ने पूर्व कार्यपालक निदेशक श्री जी. गोपालकृष्ण की अध्यक्षता में ‘क्षमता वर्धन पर समिति’ (जुलाई 2014) का गठन किया था, जिसका उद्देश्य बैंकों और गैर-बैंकों में क्षमता वर्धन के संबंध में वित्तीय क्षेत्र विधायी सुधार
अगस्त 04, 2016
भारतीय लेखा मानकों (इंड एएस) का कार्यान्वयन
भारिबैं/2016-17/34 बैंविवि.एफआईडी.सं.1/01.02.000/2016-17 04 अगस्त 2016 अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं (एक्ज़िम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी और सिडबी) महोदया / महोदय, भारतीय लेखा मानकों (इंड एएस) का कार्यान्वयन कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (एमसीए), भारत सरकार ने दिनांक 16 फरवरी 2015 को कंपनी (भारतीय लेखा मानक) नियमावली, 2015 अधिसूचित किया है। इस संबंध में कंपनी मामलों के मंत्रालय द्वारा दिनांक 18 जनवरी 2016 को जारी प्रेस विज्ञप्ति भी देखें, जिसमें बैंकों, गैर वित्तीय बैंकिंग कं
भारिबैं/2016-17/34 बैंविवि.एफआईडी.सं.1/01.02.000/2016-17 04 अगस्त 2016 अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं (एक्ज़िम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी और सिडबी) महोदया / महोदय, भारतीय लेखा मानकों (इंड एएस) का कार्यान्वयन कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (एमसीए), भारत सरकार ने दिनांक 16 फरवरी 2015 को कंपनी (भारतीय लेखा मानक) नियमावली, 2015 अधिसूचित किया है। इस संबंध में कंपनी मामलों के मंत्रालय द्वारा दिनांक 18 जनवरी 2016 को जारी प्रेस विज्ञप्ति भी देखें, जिसमें बैंकों, गैर वित्तीय बैंकिंग कं
अगस्त 04, 2016
चेकों का नकारा जाना – क्रियाविधि में संशोधन
आरबीआई/2016-17/33 बैंविवि.सं.एलईजी.बीसी.3/09.07.005/2016-17 04 अगस्त 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित) महोदय/ महोदया, चेकों का नकारा जाना – क्रियाविधि में संशोधन कृपया 26 जून 2003 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.बीसी.एलईजी.सं.113/09.12.001/2002-03 और 12 मई 2014 का परिपत्र आरपीसीडी.केका.आरआरबी.बीसी.सं.100/03.05.33/2013-14 का पैरा 11.4 (i) देखें जिनमें बैंकों को सूचित किया गया है कि वे चेक की सुविधा वाले खातों के परिचालन के लिए यह शर्त रखें कि ख
आरबीआई/2016-17/33 बैंविवि.सं.एलईजी.बीसी.3/09.07.005/2016-17 04 अगस्त 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित) महोदय/ महोदया, चेकों का नकारा जाना – क्रियाविधि में संशोधन कृपया 26 जून 2003 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.बीसी.एलईजी.सं.113/09.12.001/2002-03 और 12 मई 2014 का परिपत्र आरपीसीडी.केका.आरआरबी.बीसी.सं.100/03.05.33/2013-14 का पैरा 11.4 (i) देखें जिनमें बैंकों को सूचित किया गया है कि वे चेक की सुविधा वाले खातों के परिचालन के लिए यह शर्त रखें कि ख
जुलाई 28, 2016
हिंदी सामग्री शीघ्र ही अद्यतन की जाएगी।
Half yearly/Quarterly Review of Accounts of Public Sector Banks
RBI/2016-17/29 Ref.DBS.ARS.No.BC.2/08.91.001/2016-17 July 28, 2016 All Public Sector Banks Dear Sir/Madam, Half yearly/Quarterly Review of Accounts of Public Sector Banks Please refer to our circular DBS.ARS.No.BC.17/08.91.001/2002-03 dated June 5, 2003 on conduct of Half yearly/Quarterly Review of Accounts of Public Sector Banks. 2. The reporting format has been revised as per the annex. You may, accordingly, arrange to prepare the review in the revised format as enc
RBI/2016-17/29 Ref.DBS.ARS.No.BC.2/08.91.001/2016-17 July 28, 2016 All Public Sector Banks Dear Sir/Madam, Half yearly/Quarterly Review of Accounts of Public Sector Banks Please refer to our circular DBS.ARS.No.BC.17/08.91.001/2002-03 dated June 5, 2003 on conduct of Half yearly/Quarterly Review of Accounts of Public Sector Banks. 2. The reporting format has been revised as per the annex. You may, accordingly, arrange to prepare the review in the revised format as enc
जुलाई 21, 2016
चलनिधि मानकों पर बासल III ढांचा– चलनिधि कवरेज अनुपात (एलसीआर), चलनिधि जोखिम निगरानी साधन तथा एलसीआर प्रकटीकरण मानक
भारिबैं./2016-17/25 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.2/21.04.098/2016-17 21 जुलाई 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया, चलनिधि मानकों पर बासल III ढांचा– चलनिधि कवरेज अनुपात (एलसीआर), चलनिधि जोखिम निगरानी साधन तथा एलसीआर प्रकटीकरण मानक कृपया 'चलनिधि मानकों पर बासल III ढांचा – चलनिधि कवरेज अनुपात (एलसीआर), चलनिधि जोखिम निगरानी साधन तथा एलसीआर प्रकटीकरण मानक' पर हमारे परिपत्र दिनांक 09 जून 2014 का बैंपविवि.बीपी.बीसी.सं.120/21.04.098/2013
भारिबैं./2016-17/25 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.2/21.04.098/2016-17 21 जुलाई 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया, चलनिधि मानकों पर बासल III ढांचा– चलनिधि कवरेज अनुपात (एलसीआर), चलनिधि जोखिम निगरानी साधन तथा एलसीआर प्रकटीकरण मानक कृपया 'चलनिधि मानकों पर बासल III ढांचा – चलनिधि कवरेज अनुपात (एलसीआर), चलनिधि जोखिम निगरानी साधन तथा एलसीआर प्रकटीकरण मानक' पर हमारे परिपत्र दिनांक 09 जून 2014 का बैंपविवि.बीपी.बीसी.सं.120/21.04.098/2013
जुलाई 08, 2016
केवाईसी पर मास्टर निदेश में संशोधन- केंद्रीय केवाईसी रजिस्ट्री (सीकेवयसीआर) को परिचालनीय बनाना तथा विदेशी संविभाग निवेशकों (एफपीआई) के लिए केवाईसी मानदंड
भारिबैंक/2016-17/11 बैंविवि.एएमएल.बीसी.सं.1/14.01.001/2016-17 8 जुलाई 2016 सभी विनियमित संस्थाएं (आरई) महोदय/महोदया, केवाईसी पर मास्टर निदेश में संशोधन- केंद्रीय केवाईसी रजिस्ट्री (सीकेवयसीआर) को परिचालनीय बनाना तथा विदेशी संविभाग निवेशकों (एफपीआई) के लिए केवाईसी मानदंड बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35 ए के अधीन प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतद् द्वारा ये निदेश देता है कि भारतीय रिज़र्व बैंक (अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) निदेश, 20
भारिबैंक/2016-17/11 बैंविवि.एएमएल.बीसी.सं.1/14.01.001/2016-17 8 जुलाई 2016 सभी विनियमित संस्थाएं (आरई) महोदय/महोदया, केवाईसी पर मास्टर निदेश में संशोधन- केंद्रीय केवाईसी रजिस्ट्री (सीकेवयसीआर) को परिचालनीय बनाना तथा विदेशी संविभाग निवेशकों (एफपीआई) के लिए केवाईसी मानदंड बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35 ए के अधीन प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतद् द्वारा ये निदेश देता है कि भारतीय रिज़र्व बैंक (अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) निदेश, 20
जून 30, 2016
तिमाही रिपोर्टिंग प्रणाली – भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाएं / अनुषंगी कंपनियां / संयुक्त उपक्रम / सहयोगी संस्थाएं
आरबीआई/2015-16/435 बैंपर्यवि.केंका.पीपीडी.15123/11.01.021/2015-16 30 जून, 2016 मुख्य कार्यपालक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदया/महोदय, तिमाही रिपोर्टिंग प्रणाली – भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाएं / अनुषंगी कंपनियां / संयुक्त उपक्रम / सहयोगी संस्थाएं कृपया आप तिमाही रिपोर्टिंग प्रणाली – भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाओं / अनुषंगी कंपनियों / संयुक्त उपक्रमों / सहयोगी संस्थाओं पर दिनांक 24 मार्च, 2008 का हमारा परिपत्र डीबीएस.सीओ.पीपी.बीसी 11/11.01.005/2007-08 देखें जिसके अनुस
आरबीआई/2015-16/435 बैंपर्यवि.केंका.पीपीडी.15123/11.01.021/2015-16 30 जून, 2016 मुख्य कार्यपालक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदया/महोदय, तिमाही रिपोर्टिंग प्रणाली – भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाएं / अनुषंगी कंपनियां / संयुक्त उपक्रम / सहयोगी संस्थाएं कृपया आप तिमाही रिपोर्टिंग प्रणाली – भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाओं / अनुषंगी कंपनियों / संयुक्त उपक्रमों / सहयोगी संस्थाओं पर दिनांक 24 मार्च, 2008 का हमारा परिपत्र डीबीएस.सीओ.पीपी.बीसी 11/11.01.005/2007-08 देखें जिसके अनुस
जून 23, 2016
हिंदी सामग्री शीघ्र ही अद्यतन की जाएगी।
Reporting Requirements under Basel III Capital Regulations- Review
RBI/2015-16/428 DBR.BP.BC.No.105/21.06.001/2015-16 June 23, 2016 All Commercial Banks (Excluding Local Area Banks and Regional Rural Banks) Dear Sir, Reporting Requirements under Basel III Capital Regulations- Review Please refer to the Annexures 3 and 4 of the Master Circular DBR.No.BP.BC.1/21.06.201/2015-16 dated July 1, 2015 on Basel III Capital Regulations in terms of which banks are permitted to raise perpetual non-cumulative preference shares (PNCPS) and perpetu
RBI/2015-16/428 DBR.BP.BC.No.105/21.06.001/2015-16 June 23, 2016 All Commercial Banks (Excluding Local Area Banks and Regional Rural Banks) Dear Sir, Reporting Requirements under Basel III Capital Regulations- Review Please refer to the Annexures 3 and 4 of the Master Circular DBR.No.BP.BC.1/21.06.201/2015-16 dated July 1, 2015 on Basel III Capital Regulations in terms of which banks are permitted to raise perpetual non-cumulative preference shares (PNCPS) and perpetu

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