पायनियर अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक लि., लखनऊ को निदेशों के अधीन लिया
26 मार्च 2015 पायनियर अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक लि., लखनऊ को निदेशों के अधीन लिया भारतीय रिज़र्व बैंक ने जनहित को ध्यान में रखते हुए पायनियर अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक लि., लखनऊ को कतिपय निदेश जारी किए। ये अनुदेश छह माह की अवधि के लिए लागू रहेंगे और समय-समय इनकी समीक्षा की जाएगी। तदनुसार, पायनियर अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक लि., लखनऊ 24 मार्च, 2015 को कारोबार की समाप्ति से, भारतीय रिज़र्व बैंक से लिखित रूप में पूर्व अनुमति लिए बिना कोई भी ऋण और अग्रिम मंजूर नहीं कर सकता है या उसका नवीकरण नहीं कर सकता है, कोई निवेश नहीं कर सकता है, निधियां उधार लेने और नई जमाराशियां स्वीकार करने सहित अपने ऊपर कोई भी देयता नहीं ले सकता है, कोई भुगतान नहीं कर सकता है और न ही भुगतान करने के लिए सहमत हो सकता है, भले ही, भुगतान उसकी देनदारियों और दायित्वों के निर्वहन से या अन्यथा संबंधित क्यों न हो, कोई समझौता या इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं कर सकता है और अपनी किसी भी संपत्ति या आस्ति को न तो बेच सकता है, न अंतरित कर सकता है या अन्यथा रीति से उसका निपटान कर सकता है। यह बैंक/इस बैंक
विस्तृत निदेश इच्छुक लोगों की सूचना के लिए बैंक परिसर में प्रदर्शित किए गए हैं। भारतीय रिज़र्व बैंक परिस्थितियों के आधार पर इन निदेशों में संशोधन करने पर विचार कर सकता है। भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा निदेश जारी करने का यह अर्थ न लगाया जाए कि रिज़र्व बैंक ने बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया है। भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 56 के साथ पठित बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 (सहकारी समितियों पर यथालागू) की धारा 35क की उप धारा (1) के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए ये निदेश जारी किए हैं। अल्पना किल्लावाला प्रेस प्रकाशनी : 2014-2015/2031 |
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