RbiSearchHeader

Press escape key to go back

पिछली खोज

पृष्ठ
भारतीय रिज़र्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट
थीम
थीम
टेक्स्ट का साइज़
टेक्स्ट का साइज़
PwC_SIT

FEMA Marquee

आरबीआई की घोषणाएं
आरबीआई की घोषणाएं विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम घोषणा

RBINotificationSearchFilter

सर्च रिफाइन करें

खोज परिणाम

अधिसूचनाएं

  • Row View
  • Grid View
सितंबर 02, 2014
रिपब्लिक आफ कांगो (Congo) की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 89.90 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
भारिबैंक/2014-15/205 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 24 2 सितंबर 2014 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय रिपब्लिक आफ कांगो (Congo) की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 89.90 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक आफ कांगो की सरकार को कांगो में परिवहन प्रणाली के विकास के बाबत वित्तपोषण के लिए भारत से पात्र वस्तुओं, मशीनरी, उपकरणों एवं परामर्शदात्री सेवाओं सहित सेवाओं के वित्तपोषण के लिए 89.90 मिलियन अमरीकी डॉलर (नवा
भारिबैंक/2014-15/205 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 24 2 सितंबर 2014 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय रिपब्लिक आफ कांगो (Congo) की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 89.90 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक आफ कांगो की सरकार को कांगो में परिवहन प्रणाली के विकास के बाबत वित्तपोषण के लिए भारत से पात्र वस्तुओं, मशीनरी, उपकरणों एवं परामर्शदात्री सेवाओं सहित सेवाओं के वित्तपोषण के लिए 89.90 मिलियन अमरीकी डॉलर (नवा
सितंबर 02, 2014
विदेशी मुद्रा विभाग के 3 प्रभागों को विदेशी मुद्रा विभाग केन्द्रीय कार्यालय कक्ष, नई दिल्ली स्थानांतरित करना
भारिबैंक/2014-15/204 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.23 2 सितंबर 2014 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा विभाग के 3 प्रभागों को विदेशी मुद्रा विभाग केन्द्रीय कार्यालय कक्ष, नई दिल्ली स्थानांतरित करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान 17 जून 2014 की प्रेस प्रकाशनी की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें विदेशी निवेश प्रभाग के 3 प्रभागों अर्थात संपर्क/शाखा/परियोजना कार्यालय (LO/BO/PO) प्रभाग, अनिवासी विदेशी खाता प्रभाग (NRFAD) और अचल संपत
भारिबैंक/2014-15/204 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.23 2 सितंबर 2014 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा विभाग के 3 प्रभागों को विदेशी मुद्रा विभाग केन्द्रीय कार्यालय कक्ष, नई दिल्ली स्थानांतरित करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान 17 जून 2014 की प्रेस प्रकाशनी की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें विदेशी निवेश प्रभाग के 3 प्रभागों अर्थात संपर्क/शाखा/परियोजना कार्यालय (LO/BO/PO) प्रभाग, अनिवासी विदेशी खाता प्रभाग (NRFAD) और अचल संपत
अगस्त 28, 2014
भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा किसी भारतीय कंपनी के शेयरों अथवा परिवर्तनीय डेबेंचरों से भिन्न प्रतिभूतियों की खरीद अथवा बिक्री
भारिबैंक/2014-15/197 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.22 28 अगस्त 2014 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा किसी भारतीय कंपनी के शेयरों अथवा परिवर्तनीय डेबेंचरों से भिन्न प्रतिभूतियों की खरीद अथवा बिक्री प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं फेमा.20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अ
भारिबैंक/2014-15/197 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.22 28 अगस्त 2014 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा किसी भारतीय कंपनी के शेयरों अथवा परिवर्तनीय डेबेंचरों से भिन्न प्रतिभूतियों की खरीद अथवा बिक्री प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं फेमा.20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अ
अगस्त 27, 2014
कम समग्र लागत सीमा पर बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) का पुनर्वित्तपोषण - क्रियाविधि सरलीकरण
भारिबैंक/2014-15/196ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.21 27 अगस्त 2014 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, कम समग्र लागत सीमा पर बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) का पुनर्वित्तपोषण - क्रियाविधि सरलीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 1 अगस्त 2005 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार कम समग्र लागत सीमा पर नए बाह्य वाणिज्यिक उधार से मौजूदा बाह्य वाणिज्यिक उधार को पुनर्वित्तपोषित करने की अ
भारिबैंक/2014-15/196ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.21 27 अगस्त 2014 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, कम समग्र लागत सीमा पर बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) का पुनर्वित्तपोषण - क्रियाविधि सरलीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 1 अगस्त 2005 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार कम समग्र लागत सीमा पर नए बाह्य वाणिज्यिक उधार से मौजूदा बाह्य वाणिज्यिक उधार को पुनर्वित्तपोषित करने की अ
अगस्त 12, 2014
भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते
भारिबैंक/2014-15/172 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 20 12 अगस्त 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 26 मई 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.134 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 21 मई 2014 से रुपया का मूल्य 80.603699 रुपए नियत किया गया था। 2. प्राधिकृत व्याप
भारिबैंक/2014-15/172 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 20 12 अगस्त 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 26 मई 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.134 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 21 मई 2014 से रुपया का मूल्य 80.603699 रुपए नियत किया गया था। 2. प्राधिकृत व्याप
अगस्त 11, 2014
निवासी व्यक्तियों के लिए उदारीकृत विप्रेषण योजना – स्पष्टीकरण
भारिबैंक/2014-15/171 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 19 11 अगस्त 2014 सभी श्रेणी - I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए उदारीकृत विप्रेषण योजना – स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - I बैंकों का ध्यान 17 जुलाई 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.5 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि इस योजना का उपयोग भारत से बाहर अचल संपत्ति के अर्जन के लिए भी किया जा सकता है। 2. उपर्युक्त स्पष्टीकरण के मद्देनज़र, 4 सितम्बर 2013 क
भारिबैंक/2014-15/171 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 19 11 अगस्त 2014 सभी श्रेणी - I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए उदारीकृत विप्रेषण योजना – स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - I बैंकों का ध्यान 17 जुलाई 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.5 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि इस योजना का उपयोग भारत से बाहर अचल संपत्ति के अर्जन के लिए भी किया जा सकता है। 2. उपर्युक्त स्पष्टीकरण के मद्देनज़र, 4 सितम्बर 2013 क
जुलाई 30, 2014
विशेष जांच दल का गठन – सूचना का आदान-प्रदान (Sharing of information)
भारिबैंक/2014-15/154ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 18 30 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, विशेष जांच दल का गठन – सूचना का आदान-प्रदान (Sharing of information) माननीय उच्चतम न्यायालय के 4 जुलाई 2011 के निर्णय के अनुसरण में भारत सरकार ने माननीय न्यायमूर्ति एम॰बी॰ शाह की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल का गठन किया है। इस संबंध में माननीय उच्चतम न्यायालय ने निम्नलिखित निर्देश दिए हैं कि: "राज्य की सभी एजेंसियों के अंग, विभाग और एजेंट, चाहे वे भारत संघ के स्त
भारिबैंक/2014-15/154ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 18 30 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, विशेष जांच दल का गठन – सूचना का आदान-प्रदान (Sharing of information) माननीय उच्चतम न्यायालय के 4 जुलाई 2011 के निर्णय के अनुसरण में भारत सरकार ने माननीय न्यायमूर्ति एम॰बी॰ शाह की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल का गठन किया है। इस संबंध में माननीय उच्चतम न्यायालय ने निम्नलिखित निर्देश दिए हैं कि: "राज्य की सभी एजेंसियों के अंग, विभाग और एजेंट, चाहे वे भारत संघ के स्त
जुलाई 28, 2014
बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति – समग्र लागत की उच्चतम सीमा की समीक्षा
भारिबैंक/2014-15/153 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 17 28 जुलाई 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति – समग्र लागत की उच्चतम सीमा की समीक्षा प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार हेतु समग्र लागत की उच्चतम सीमा से संबंधित 10 अप्रैल 2014 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 121 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 30 मार्च 2012 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 99
भारिबैंक/2014-15/153 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 17 28 जुलाई 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति – समग्र लागत की उच्चतम सीमा की समीक्षा प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार हेतु समग्र लागत की उच्चतम सीमा से संबंधित 10 अप्रैल 2014 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 121 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 30 मार्च 2012 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 99
जुलाई 28, 2014
भारत में आयात हेतु व्यापार ऋण (ट्रेड क्रेडिट) – समग्र लागत की उच्चतम सीमा की समीक्षा
भारिबैंक/2014-15/152ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 16 28 जुलाई 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय भारत में आयात हेतु व्यापार ऋण (ट्रेड क्रेडिट) – समग्र लागत की उच्चतम सीमा की समीक्षा प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I (प्रा॰व्या॰श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान भारत में आयात हेतु व्यापार ऋण की समग्र लागत की उच्चतम सीमा से संबंधित 10 अप्रैल 2014 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 122 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 11 सित
भारिबैंक/2014-15/152ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 16 28 जुलाई 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय भारत में आयात हेतु व्यापार ऋण (ट्रेड क्रेडिट) – समग्र लागत की उच्चतम सीमा की समीक्षा प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I (प्रा॰व्या॰श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान भारत में आयात हेतु व्यापार ऋण की समग्र लागत की उच्चतम सीमा से संबंधित 10 अप्रैल 2014 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 122 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 11 सित
जुलाई 28, 2014
आर-रिटर्न का समेकन – फेटर्स (FETERS) के अंतर्गत रिपोर्टिंग – ईएनसी और अनुसूची 3 से 6 फाइलों का प्रस्तुतीकरण बंद करना
भारिबैंक/2014-15/151ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 15 28 जुलाई 2014 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, आर-रिटर्न का समेकन – फेटर्स (FETERS) के अंतर्गत रिपोर्टिंग – ईएनसी और अनुसूची 3 से 6 फाइलों का प्रस्तुतीकरण बंद करना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 28 फरवरी 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.109 के साथ पठित 4 फरवरी 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.101 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार व्यापक सूचना प्रोद्योगिकी आधारित निर्यात डाटा प्र
भारिबैंक/2014-15/151ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 15 28 जुलाई 2014 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, आर-रिटर्न का समेकन – फेटर्स (FETERS) के अंतर्गत रिपोर्टिंग – ईएनसी और अनुसूची 3 से 6 फाइलों का प्रस्तुतीकरण बंद करना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 28 फरवरी 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.109 के साथ पठित 4 फरवरी 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.101 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार व्यापक सूचना प्रोद्योगिकी आधारित निर्यात डाटा प्र
जुलाई 25, 2014
प्रीपेड फोरेक्स कार्ड जारी करना - समुचित सावधानी उपायों और केवाईसी मानदण्डों का पालन
भारिबैंक/2014-15/147 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 14 25 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/ महोदय, प्रीपेड फोरेक्स कार्ड जारी करना - समुचित सावधानी उपायों और केवाईसी मानदण्डों का पालन विदेशी मुद्रा का कारोबार करने वाले सभी प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान 4 अप्रैल 2012 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 104 के पैरा 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. हमारे ध्यान में यह बात लायी गई है कि प्रीपेड विदेशी मुद्रा कार्ड (कुछ चयनित बैंकों द्वारा जारी) बेचते (जारी करते) समय
भारिबैंक/2014-15/147 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 14 25 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/ महोदय, प्रीपेड फोरेक्स कार्ड जारी करना - समुचित सावधानी उपायों और केवाईसी मानदण्डों का पालन विदेशी मुद्रा का कारोबार करने वाले सभी प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान 4 अप्रैल 2012 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 104 के पैरा 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. हमारे ध्यान में यह बात लायी गई है कि प्रीपेड विदेशी मुद्रा कार्ड (कुछ चयनित बैंकों द्वारा जारी) बेचते (जारी करते) समय
जुलाई 23, 2014
रिपब्लिक आफ सेनेगल की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 41.96 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
भारिबैंक/2014-15/144 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 12 23 जुलाई 2014 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय रिपब्लिक आफ सेनेगल की सरकार को एक्ज़िम बैंककी 41.96 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक आफ सेनेगल की सरकार को सेनेगल में आधुनिक बूचड़खाना, मांस प्रसंस्करण, कोल्ड स्टोरेज़, उपोत्पाद (रेंडरिंग), टैनरी प्लांट तथा बाजार स्थल की स्थापना हेतु वित्तपोषण के लिए भारत से पात्र वस्तुओं, मशीनरी, उपकरणों एवं पराम
भारिबैंक/2014-15/144 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 12 23 जुलाई 2014 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय रिपब्लिक आफ सेनेगल की सरकार को एक्ज़िम बैंककी 41.96 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक आफ सेनेगल की सरकार को सेनेगल में आधुनिक बूचड़खाना, मांस प्रसंस्करण, कोल्ड स्टोरेज़, उपोत्पाद (रेंडरिंग), टैनरी प्लांट तथा बाजार स्थल की स्थापना हेतु वित्तपोषण के लिए भारत से पात्र वस्तुओं, मशीनरी, उपकरणों एवं पराम
जुलाई 23, 2014
सेबी के पास पंजीकृत दीर्घकालिक निवेशकों द्वारा भारत में सरकारी दिनांकित प्रतिभूतियों में विदेशी निवेश
भारिबैंक/2014-15/145 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 13 23 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, सेबी के पास पंजीकृत दीर्घकालिक निवेशकों द्वारा भारत में सरकारी दिनांकित प्रतिभूतियों में विदेशी निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की अनुसूची 5 की ओर
भारिबैंक/2014-15/145 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 13 23 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, सेबी के पास पंजीकृत दीर्घकालिक निवेशकों द्वारा भारत में सरकारी दिनांकित प्रतिभूतियों में विदेशी निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की अनुसूची 5 की ओर
जुलाई 22, 2014
माल और सेवाओं का निर्यात - परियोजना निर्यात
भारिबैंक/2014-15/141 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.11 22 जुलाई 2014 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय माल और सेवाओं का निर्यात - परियोजना निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 23/2000-आरबी अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 के विनियम 18 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार आस्थगित भुगतान पर माल अथवा सेवाओं का निर्यात अथवा तैयार परियोजना अथवा सिविल निर्माण ठेके के कार्यान्वयन के लि
भारिबैंक/2014-15/141 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.11 22 जुलाई 2014 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय माल और सेवाओं का निर्यात - परियोजना निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 23/2000-आरबी अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 के विनियम 18 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार आस्थगित भुगतान पर माल अथवा सेवाओं का निर्यात अथवा तैयार परियोजना अथवा सिविल निर्माण ठेके के कार्यान्वयन के लि
जुलाई 21, 2014
अपने ग्राहक को जानिये (केवाइसी) मानदंड/धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने/धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत प्राधिकृत व्याक्तियों के दायित्व-मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियां– पीएमएल नियमावली के अंतर्गत ई-आधार को एक 'आधिकारिक वैध दस्तावेज' के रूप में स्वीकार करना
भारिबैंक/2014-15/137ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 9 21 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति, महोदया/महोदय, अपने ग्राहक को जानिये (केवाइसी) मानदंड/धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने/धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत प्राधिकृत व्याक्तियों के दायित्व-मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियां– पीएमएल नियमावली के अंतर्गत ई-आधार को एक 'आधिकारिक वैध दस्तावेज' के रूप में स्वीकार करना प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान उपर्युक्त विषय पर, सम
भारिबैंक/2014-15/137ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 9 21 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति, महोदया/महोदय, अपने ग्राहक को जानिये (केवाइसी) मानदंड/धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने/धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत प्राधिकृत व्याक्तियों के दायित्व-मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियां– पीएमएल नियमावली के अंतर्गत ई-आधार को एक 'आधिकारिक वैध दस्तावेज' के रूप में स्वीकार करना प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान उपर्युक्त विषय पर, सम
जुलाई 21, 2014
अपने ग्राहक को जानिये (केवाइसी) मानदंड/धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने/धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के तहत प्राधिकृत व्यक्तियों के दायित्व- धन अंतरण सेवा योजना – पीएमएल नियमावली के अंतर्गत ई - आधार को एक' आधिकारिक वैध दस्तावेज' के रूप में स्वीकार करना
भारिबैंक/2014-15/138 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 10 21 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति जो धन अंतरण सेवा योजना के अंतर्गत भारतीय एजेंट हैं महोदया/महोदय, अपने ग्राहक को जानिये (केवाइसी) मानदंड/धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने/धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के तहत प्राधिकृत व्यक्तियों के दायित्व- धन अंतरण सेवा योजना – पीएमएल नियमावली के अंतर्गत ई - आधार को एक' आधिकारिक वैध दस्तावेज' के रूप में स्वीकार करना प्राधिकृत व
भारिबैंक/2014-15/138 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 10 21 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति जो धन अंतरण सेवा योजना के अंतर्गत भारतीय एजेंट हैं महोदया/महोदय, अपने ग्राहक को जानिये (केवाइसी) मानदंड/धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने/धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के तहत प्राधिकृत व्यक्तियों के दायित्व- धन अंतरण सेवा योजना – पीएमएल नियमावली के अंतर्गत ई - आधार को एक' आधिकारिक वैध दस्तावेज' के रूप में स्वीकार करना प्राधिकृत व
जुलाई 18, 2014
धन अंतरण सेवा योजना – क्षेत्रीय कार्यालयों में कार्यों का प्रत्यायोजन
भारिबैंक/2014-15/135ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 8 18 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति, जो धन अंतरण सेवा योजना के अंतर्गत भारतीय एजेंट हैं महोदया/महोदय, धन अंतरण सेवा योजना – क्षेत्रीय कार्यालयों में कार्यों का प्रत्यायोजन प्राधिकृत व्यक्ति, जो धन अंतरण सेवा योजना के अंतर्गत भारतीय एजेंट हैं, का ध्यान धन अंतरण सेवा योजना - संशोधित दिशानिर्देशों संबंधी, समय-समय पर यथासंशोधित, 12 मार्च 2013 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं.89 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. उल्लिखित
भारिबैंक/2014-15/135ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 8 18 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति, जो धन अंतरण सेवा योजना के अंतर्गत भारतीय एजेंट हैं महोदया/महोदय, धन अंतरण सेवा योजना – क्षेत्रीय कार्यालयों में कार्यों का प्रत्यायोजन प्राधिकृत व्यक्ति, जो धन अंतरण सेवा योजना के अंतर्गत भारतीय एजेंट हैं, का ध्यान धन अंतरण सेवा योजना - संशोधित दिशानिर्देशों संबंधी, समय-समय पर यथासंशोधित, 12 मार्च 2013 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं.89 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. उल्लिखित
जुलाई 18, 2014
रुपया आहरण व्यवस्था– क्षेत्रीय कार्यालयों में कार्यों का प्रत्यायोजन
भारिबैंक/2014-15/134ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 7 18 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय, रुपया आहरण व्यवस्था– क्षेत्रीय कार्यालयों में कार्यों का प्रत्यायोजन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/विदेशी मुद्रा वोस्ट्रो खाते खोलने और रखने से संबंधित अनुदेशों के ज्ञापन संबंधी, समय-समय पर यथा संशोधित 6 फरवरी 2008 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं.28 [ए.पी.(एफएल/आरएल सीरीज़) परिपत्र सं.2] की ओर आकृष्ट किया
भारिबैंक/2014-15/134ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 7 18 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय, रुपया आहरण व्यवस्था– क्षेत्रीय कार्यालयों में कार्यों का प्रत्यायोजन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/विदेशी मुद्रा वोस्ट्रो खाते खोलने और रखने से संबंधित अनुदेशों के ज्ञापन संबंधी, समय-समय पर यथा संशोधित 6 फरवरी 2008 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं.28 [ए.पी.(एफएल/आरएल सीरीज़) परिपत्र सं.2] की ओर आकृष्ट किया
जुलाई 18, 2014
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - प्रत्यक्ष विदेशी निवेश योजना के अंतर्गत रिपोर्टिंग
भारिबैंक/2014-15/133ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 6 18 जुलाई 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - प्रत्यक्ष विदेशी निवेश योजना के अंतर्गत रिपोर्टिंग प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 20/2000-आरबी के मार्फत भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा अधिसूचति विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की
भारिबैंक/2014-15/133ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 6 18 जुलाई 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - प्रत्यक्ष विदेशी निवेश योजना के अंतर्गत रिपोर्टिंग प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 20/2000-आरबी के मार्फत भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा अधिसूचति विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की
जुलाई 17, 2014
निवासी व्यक्तियों के लिए उदारीकृत विप्रेषण योजना –75,000 अमरीकी डालर की सीमा बढ़कार 1,25,000 अमरीकी डालर की गयी
भारिबैंक/2014-15/132ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 5 17 जुलाई 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए उदारीकृत विप्रेषण योजना –75,000 अमरीकी डालर की सीमा बढ़कार 1,25,000 अमरीकी डालर की गयी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान निवासी व्यक्तियों के लिए उदारीकृत विप्रेषण योजना संबंधी दिशानिर्देशों (योजना) की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. 30 जून 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.138 में यह निर्णय लिया गया था कि 75,000 अम
भारिबैंक/2014-15/132ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 5 17 जुलाई 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए उदारीकृत विप्रेषण योजना –75,000 अमरीकी डालर की सीमा बढ़कार 1,25,000 अमरीकी डालर की गयी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान निवासी व्यक्तियों के लिए उदारीकृत विप्रेषण योजना संबंधी दिशानिर्देशों (योजना) की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. 30 जून 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.138 में यह निर्णय लिया गया था कि 75,000 अम

आरबीआई-इंस्टॉल-आरबीआई-सामग्री-वैश्विक

आरबीआई मोबाइल एप्लीकेशन इंस्टॉल करें और लेटेस्ट न्यूज़ का तुरंत एक्सेस पाएं!

हमारा ऐप इंस्टॉल करने के लिए QR कोड स्कैन करें

Scan Your QR code to Install our app

RBIPageLastUpdatedOn

पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जून 05, 2025

श्रेणी पहलू

केटेगरी

Custom Date Facet