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भारतीय रिज़र्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट
अधिसूचनाएं
जनवरी 15, 2014
स्पष्टीकरण – विदेशी एंटिटीज़ द्वारा भारत में संपर्क कार्यालय/ शाखा कार्यालय/परियोजना कार्यालय की स्थापना – सामान्य अनुमति
भारिबैंक/2013-14/447 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 93 15 जनवरी 2014 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/ महोदय, स्पष्टीकरण – विदेशी एंटिटीज़ द्वारा भारत में संपर्क कार्यालय/ शाखा कार्यालय/परियोजना कार्यालय की स्थापना – सामान्य अनुमति प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथासंशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं॰फेमा.22/2000-आरबी, अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में शाखा अथवा कार्यालय अथवा कारोबारी अन्य स्थल की स्थापना) विनियमावली, 2000 की ओर
भारिबैंक/2013-14/447 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 93 15 जनवरी 2014 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/ महोदय, स्पष्टीकरण – विदेशी एंटिटीज़ द्वारा भारत में संपर्क कार्यालय/ शाखा कार्यालय/परियोजना कार्यालय की स्थापना – सामान्य अनुमति प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथासंशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं॰फेमा.22/2000-आरबी, अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में शाखा अथवा कार्यालय अथवा कारोबारी अन्य स्थल की स्थापना) विनियमावली, 2000 की ओर
जनवरी 13, 2014
रिपब्लिक आफ सूडान की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 125 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
भारिबैंक/2013-14/445 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 91 13 जनवरी 2014 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय रिपब्लिक आफ सूडान की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 125 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक आफ सूडान की सरकार को सूडान में मश्कौर (पूर्ववर्ती एल्डयुएम) शुगर परियोजना के वित्तपोषण के प्रयोजन हेतु भारत से परामर्शदात्री सेवाओं सहित पात्र वस्तुओं, सेवाओं, मशीनरी और उपकरणों के वित्तपोषण के लिए 125 मिलियन अमरीकी
भारिबैंक/2013-14/445 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 91 13 जनवरी 2014 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय रिपब्लिक आफ सूडान की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 125 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक आफ सूडान की सरकार को सूडान में मश्कौर (पूर्ववर्ती एल्डयुएम) शुगर परियोजना के वित्तपोषण के प्रयोजन हेतु भारत से परामर्शदात्री सेवाओं सहित पात्र वस्तुओं, सेवाओं, मशीनरी और उपकरणों के वित्तपोषण के लिए 125 मिलियन अमरीकी
जनवरी 13, 2014
जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक लेनदेन
भारिबैंक/2013-14/446ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 92 13 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक लेनदेन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथासंशोधित, विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदाए) विनियमावली 2000 (3 मई 2000 की अधिसूचना सं॰ फेमा. 25/आरबी-2000) और 15 दिसंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 58, 31 जुलाई 2012 और ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 13 और 4 सितम्बर 2013 के ए.
भारिबैंक/2013-14/446ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 92 13 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक लेनदेन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथासंशोधित, विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदाए) विनियमावली 2000 (3 मई 2000 की अधिसूचना सं॰ फेमा. 25/आरबी-2000) और 15 दिसंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 58, 31 जुलाई 2012 और ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 13 और 4 सितम्बर 2013 के ए.
जनवरी 09, 2014
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 (4)के अंतर्गत उपबंध – स्पष्टीकरण
भारिबैंक/2013-14/440 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.90 9 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक और प्राधिकृत बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 कीधारा 6 (4)के अंतर्गत उपबंध – स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 की धारा 6(4) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में निवासी कोई व्यक्ति विदेशी मुद्रा, विदेशी प्रतिभूति अथवा भारत से बाहर स्थित किसी अचल संपत्ति को धारित (होल्ड), स्वाधिकृत, अंत
भारिबैंक/2013-14/440 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.90 9 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक और प्राधिकृत बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 कीधारा 6 (4)के अंतर्गत उपबंध – स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 की धारा 6(4) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में निवासी कोई व्यक्ति विदेशी मुद्रा, विदेशी प्रतिभूति अथवा भारत से बाहर स्थित किसी अचल संपत्ति को धारित (होल्ड), स्वाधिकृत, अंत
जनवरी 09, 2014
रिपब्लिक आफ बेनिन की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 42.61 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
भारिबैंक/2013-14/439 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 89 9 जनवरी 2014 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय रिपब्लिक आफ बेनिन की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 42.61 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक आफ बेनिन की सरकार को बेनिन में 69 गांवों में जल आपूर्ति योजना के उन्नयन के वित्तपोषण के प्रयोजन हेतु भारत से परामर्शदात्री सेवाओं सहित पात्र वस्तुओं, सेवाओं, मशीनरी और उपकरणों के वित्तपोषण के लिए 42.61 मिलियन अमरीक
भारिबैंक/2013-14/439 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 89 9 जनवरी 2014 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय रिपब्लिक आफ बेनिन की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 42.61 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक आफ बेनिन की सरकार को बेनिन में 69 गांवों में जल आपूर्ति योजना के उन्नयन के वित्तपोषण के प्रयोजन हेतु भारत से परामर्शदात्री सेवाओं सहित पात्र वस्तुओं, सेवाओं, मशीनरी और उपकरणों के वित्तपोषण के लिए 42.61 मिलियन अमरीक
जनवरी 09, 2014
अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाते खोलने और उन्हें बनाये रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन
भारिबैंक/2013-14/438 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.88 9 जनवरी 2014 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक महोदया/महोदय अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खातेखोलने और उन्हें बनाये रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, उल्लिखित विषय पर, समय-समय पर यथा संशोधित, 6 फरवरी 2008 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.28[ए.पी.(एफएल/आरएल सीरीज़) परिपत्र सं.02] के संलग्नक-। के भाग (बी) की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. रुपया आहरण व्
भारिबैंक/2013-14/438 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.88 9 जनवरी 2014 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक महोदया/महोदय अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खातेखोलने और उन्हें बनाये रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, उल्लिखित विषय पर, समय-समय पर यथा संशोधित, 6 फरवरी 2008 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.28[ए.पी.(एफएल/आरएल सीरीज़) परिपत्र सं.02] के संलग्नक-। के भाग (बी) की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. रुपया आहरण व्
जनवरी 09, 2014
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - आप्शनैलिटी उपबंधों वाले प्रत्यक्ष विदेशी निवेश लिखतों के लिए कीमत निर्धारण संबंधी दिशानिर्देश
भारिबैंक/2013-14/436ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.86 9 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - आप्शनैलिटी उपबंधों वाले प्रत्यक्ष विदेशीनिवेश लिखतों के लिए कीमत निर्धारण संबंधी दिशानिर्देश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की
भारिबैंक/2013-14/436ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.86 9 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - आप्शनैलिटी उपबंधों वाले प्रत्यक्ष विदेशीनिवेश लिखतों के लिए कीमत निर्धारण संबंधी दिशानिर्देश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की
जनवरी 09, 2014
भारत में निवासियों द्वारा रखे गए निवासी बैंक खाते-संयुक्त खाता धारक–उदारीकरण
भारिबैंक/2013-14/437ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.87 9 जनवरी 2014 विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय भारत में निवासियों द्वारा रखे गए निवासीबैंक खाते-संयुक्त खाता धारक–उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 15 सितंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.12 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में निवासी व्यक्तियों को अपने निवासी बचत बैंक खातों में ‘प्रथम अथवा उत्तरजीवी’ के आधार पर अनिवासी घनिष्ठ रिशतेदारों (कंपनी अधिनिय
भारिबैंक/2013-14/437ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.87 9 जनवरी 2014 विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय भारत में निवासियों द्वारा रखे गए निवासीबैंक खाते-संयुक्त खाता धारक–उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 15 सितंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.12 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में निवासी व्यक्तियों को अपने निवासी बचत बैंक खातों में ‘प्रथम अथवा उत्तरजीवी’ के आधार पर अनिवासी घनिष्ठ रिशतेदारों (कंपनी अधिनिय
जनवरी 06, 2014
बाह्य वाणिज्यिक उधार (ECB) नीति – इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की परिभाषा का उदारीकरण
भारिबैंक/2013-14/429 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.85 6 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महेदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार (ECB) नीति – इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की परिभाषा का उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, 12 सितंबर 2013 के जी.एस.आर. सं. 627(ई) के जरिए भारत के राजपत्र में प्रकाशित 19 जुलाई 2013 की अधिसूचना सं. फेमा. 281/2013-आरबी और 18 सितंबर 2013 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.48 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार 27 मार्च
भारिबैंक/2013-14/429 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.85 6 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महेदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार (ECB) नीति – इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की परिभाषा का उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, 12 सितंबर 2013 के जी.एस.आर. सं. 627(ई) के जरिए भारत के राजपत्र में प्रकाशित 19 जुलाई 2013 की अधिसूचना सं. फेमा. 281/2013-आरबी और 18 सितंबर 2013 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.48 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार 27 मार्च
जनवरी 06, 2014
अपरिवर्तनीय/प्रतिदेय बोनस अधिमानी शेयर अथवा डिबेंचर जारी करना - स्पष्टीकरण
भारिबैंक/2013-14/428ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 84 6 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय अपरिवर्तनीय/प्रतिदेय बोनस अधिमानी शेयर अथवा डिबेंचर जारी करना - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं फेमा. 20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 के विनियम (2ii) और विनियम 5 की ओर आक
भारिबैंक/2013-14/428ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 84 6 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय अपरिवर्तनीय/प्रतिदेय बोनस अधिमानी शेयर अथवा डिबेंचर जारी करना - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं फेमा. 20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 के विनियम (2ii) और विनियम 5 की ओर आक
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जून 05, 2025