विनिर्माण क्षेत्र का माँग पुस्तिका, सूची और क्षमता उपयोग सर्वेक्षण – Q4 (चौथी तिमाही): 2017-18
जनवरी-मार्च 2018 की तिमाही के लिए माँग पुस्तिका, सूची और क्षमता उपयोग सर्वेक्षण के इकतालीसवें चक्र, जिसमें 1061 विनिर्माण क्षेत्र की कंपनियों को सम्मिलित किया गया था, के परिणाम आज रिज़र्व बैंक ने जारी किए हैं। यह सर्वेक्षण भारतीय विनिर्माण क्षेत्र में मांग की स्थितियों का एक स्नैप शॉट हमें देता है। 1 विशेष: 1) क्षमता उपयोग (कैपेसिटी युटीलाइसेशन): समग्र स्तर पर Q4:2017-182 के दौरान क्षमता उपयोग 75.2 प्रतिशत रहा, औद्योगिक उत्पादन (आइआइपी)3 के डी-ट्रेंडेड सूचकांक में तीव्र बढ़त पायी गयी। (चार्ट-1) 2) माँग पुस्तिका (ऑर्डर बुक्स): नए ऑर्डर्स (वर्षानुवर्ष वृद्धि में यथा परिलक्षित) की भारी मांग में Q4:2017-18 में कमी देखी गई (चार्ट-2)। 3) तैयार माल सूची (फिनिश्ड गुड्स इन्वेंटरी) और बिक्री का अनुपात: बिक्री में भारी वृद्धि को देखते हुए तैयार माल सूची और बिक्री का अनुपात पिछली तिमाही की तुलना में घट गया (चार्ट-3)। 4) कच्चे माल की सूची (रॉ मटेरियल इन्वेंटरी) और बिक्री का अनुपात : प्रतीत होता है कि उत्पादकों ने कच्चे माल के स्टॉक को बढ़ाया है और कच्चे माल की सूची और बिक्री का अनुपात अपरिवर्तित रहा (चार्ट 3)। एक्सेल प्रारूप में ऐतिहासिक समय श्रृंखला उपलब्ध कराई गई है। ANNEX 1: Data Tables
1 सर्वेक्षण में प्राप्त प्रत्युत्तर स्वैच्छिक हैं और एकत्र सैंपल्स में के अंतर परिणमों को कुछ हद तक प्रभावित कर सकते हैं। संदर्भ अवधि अक्तूबर-दिसंबर 2017 के लिए ओबिकस का 40वाँ चक्र, जिसमें 940 विनिर्माण कंपनियों को सम्मिलित किया गया था, 5 अप्रैल 2018 को भारिबैं वेब साइट पर जारी किया गया। 2 इस तिमाही में 73.0 प्रतिशत पर मौसमी समायोजित क्षमता उपयोग 2017-18 की पिछली तिमाही की तुलना में 1.3 प्रतिशत अंक कम था। 3 आइआइपी की गणना नियत आधार (वर्तमान में 2011-12=100) पर की जाती है जबकि सीयू में भाजक या डिनोमिनेटर (अर्थात संस्थापित क्षमता) को प्रत्येक तिमाही में अद्यतन किया जाता है। तुलनात्मक दृष्टि से आइआइपी के ट्रेंड कंपोनेन्ट को हटा दिया गया है। |
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