भारत में विदेशी मुद्रा भंडार में घटबढ़ के स्रोत : 2008-09
30 जून 2009 भारत में विदेशी मुद्रा भंडार में घटबढ़ के स्रोत : 2008-09 भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट (www.rbi.org.in) पर अप्रैल 2008-09 के भुगतान संतुलन (बीओपी) के आंकड़े जारी किए हैं । इन आंकड़ों के आधार पर 2008-09 के दौरान के विदेशी मुद्रा भंडार में घटबढ़ के स्रोत संकलित किए गए हैं। विदेशी मुद्रा भंडार में घटबढ़ के स्रोत : 2008-09 2008-09 के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आई थी। 2008-09 के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार के मुख्य घटकों में हुई घटबढ़ सारणी में दी गई है। सारणी 1:विदेशी मुद्रा के भंडार में घटबढ़ के स्रोत
2008-09 के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार (मूल्यन प्रभाव सहित) में 57,738 मिलि.अम.डॉलर की गिरावट हुई जबकि 2007-08 के दौरान 110,544 मिलि.अम.डॉलर की वृद्धि हुई थी (सारणी 2)। भुगतान संतुलन आधार पर (अर्थात मूल्यन प्रभाव छोड़कर) 2008-09 के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में 20,080 मिलि.अम.डॉलर की गिरावट हुई थी जबकि 2007-08 के दौरान 92,164 मिलि.अम.डॉलर की वृद्धि हुई थी। अमरीकी डॉलर के प्रति मुख्य मुद्राओं में मूल्यांस दर्शाते हुए मूल्यन हानि 2008-09 के दौरान 37,658 मिलि.अम.डॉलर थी जबकि 2007-08 के दौरान मूल्यन लाभ 18,380 मिलियन अम.डॉलर था। तदनुसार, 2008-09 के दौरान मूल्यन हानि विदेशी मुद्रा भंडारों में हुई कुल गिरावट का 65.2 प्रतिशत है। चालू खाते के घाटे के अलावा, संविभाग निवेश, बैंकिंग पूंजी एवं अल्पकालिक व्यापार क्रेडिटों के तहत बहिर्वाह के मुख्य स्रोत थे जिनके कारण 2008-09 के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट हुई थी। अजीत प्रसाद प्रेस प्रकाशनी : 2008-2009/2118 |
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