विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बॉण्डों (एफसीसीबी) का शोधन
4 जुलाई 2011 विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बॉण्डों (एफसीसीबी) का शोधन भारतीय कंपनियॉं जिनको शोधन प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है उनके द्वारा विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बॉण्डों के पुनर्वित्त की सुविधा उपलब्ध कराने की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए रिज़र्व बैंक ने भारत सरकार के परामर्श से भारतीय कंपनियों को उनके द्वारा जारी बकाया एफसीसीबी को पुनर्वित्त/पुनर्रचना करने की अनुमति देने का निर्णय लिया है। तदनुसार भारतीय कंपनियों को उनको बकाया एफसीसीबी के पुनर्वित्त के लिए स्वचालित मार्ग के अंतर्गत वर्तमान इसीबी दिशानिर्देशों के अनुसार नई इसीबी/एफसीसीबी की उगाही की अनुमति दी गई है। ऐसे एफसीसीबी के पुनर्वित्त की अनुमति नहीं है जिनमें वर्तमान परिवर्तन मूल्य में परिवर्तन शामिल है। तथापि ऐसे एफसीसीबी के पुनर्वित्त के प्रस्ताव जिनमें परिवर्तन मूल्य में परिवर्तन शामिल है के प्रस्ताव को उनके गुण-दोष के आधार पर अनुमोदन मार्ग के अंतर्गत विचार किया जाएगा। इसके विस्तृत अनुदेश भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 4 जुलाई 2011 को जारी ए.पी. (डीआइआर श्रृंखला) परिपत्र सं.01 में दिए गए हैं। अजीत प्रसाद प्रेस प्रकाशनी : 2011-2012/19 |
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