अप्रैल 2021 – सितंबर 2021 के लिए विपणन योग्य दिनांकित प्रतिभूतियों के निर्गम हेतु कैलेंडर
31 मार्च 2021 अप्रैल 2021 – सितंबर 2021 के लिए संस्थागत और खुदरा निवेशकों के लिए उनके निवेश की कार्यकुशल योजना बनाने और सरकारी प्रतिभूति बाजार में पारदर्शिता और स्थिरता उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक के परामर्श से राजकोषीय वर्ष 2021-22 (1 अप्रैल 2021 से 30 सितंबर 2021) की पहली छमाही के लिए भारत सरकार की दिनांकित प्रतिभूतियों के निर्गम के लिए सांकेतिक कैलेंडर तैयार किया गया है। निर्गम कैलेंडर निम्नानुसार है:
2. जैसाकि अब तक होता रहा है, इस कैलंडर में समाहित सभी नीलामियों में गैर-प्रतिस्पर्धी बोली योजना की सुविधा रहेगी जिसके अंतर्गत अधिसूचित राशि का 5 प्रतिशत निर्दिष्ट खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित रहेगा। 3. विगत की भांति, भारत सरकार के पास यह छूट होगी कि वह भारतीय रिज़र्व बैंक के परामर्श से भारत सरकार की आवश्यकताओं, उभरती बाज़ार स्थितियों तथा अन्य संबद्ध कारकों को ध्यान में रखते हुए विधिवत सूचना देकर उक्त सारणी में दर्शायी गयी अधिसूचित राशि, निर्गम अवधि, परिपक्वता, आदि में आशोधन कर सके और गैर-मानक परिपक्वता वाली लिखतों और अस्थिर दर बांड (एफआरबी) सहित विभिन्न प्रकार की लिखतें, सीपीआई लिंक्ड मुद्रास्फीति लिंक्ड बांड जारी कर सकें। बीच में अवकाश का दिन आने जैसे कारणों सहित परिस्थितियों की आवश्यकता के अनुसार इस कैलेंडर में बदलाव किया जा सकता है। ऐसे परिवर्तनों को प्रेस प्रकाशनी के माध्यम से सूचित किया जाएगा। 4. भारत सरकार के पास यह अधिकार सुरक्षित है कि वह भारतीय रिज़र्व बैंक के परामर्श से उपर्युक्त प्रतिभूतियों की संख्या के अनुसार प्रत्येक साप्ताहिक नीलामी में ₹6,000/8000 करोड़ तक का अतिरिक्त अभिदान बनाए रखने के लिए ग्रीन-शू विकल्प का उपयोग कर सकता है। 5. भारतीय रिजर्व बैंक महीने के हर तीसरे सोमवार को नीलामी के माध्यम से प्रतिभूतियों के स्विच का भी आयोजन करेगा। यदि तीसरे सोमवार की छुट्टी है, तो महीने के चौथे सोमवार को स्विच नीलामी आयोजित की जाएगी। 6. दिनांकित प्रतिभूतियों की नीलामी 27 मार्च 2018 को भारत सरकार द्वारा जारी और समय-समय पर यथासंशोधित सामान्य अधिसूचना एफ.सं.4 (2)-डब्ल्यूएंडएम/2018 में विनिर्दिष्ट निबंधन एवं शर्तों के अधीन होगी। (योगेश दयाल) प्रेस प्रकाशनी: 2020-2021/1335 |
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