वर्ष 2015-16 की तीसरी तिमाही के लिए औद्योगिक संभावना सर्वेक्षण – (72वां दौर)
15 जनवरी 2016 वर्ष 2015-16 की तीसरी तिमाही के लिए औद्योगिक संभावना सर्वेक्षण – (72वां दौर) अक्टूबर-दिसंबर 2015 के दौरान औद्योगिक संभावना सर्वेक्षण (72वां दौर)1 वर्ष 2015-16 की तीसरी तिमाही के लिए लिए भारतीय विनिर्माण क्षेत्र की कंपनियों की कारोबार स्थिति का गुणवत्ता आकलन और वर्ष 2015-16 की आगामी चौथी तिमाही की प्रत्याशाएं उपलब्ध कराता है। सर्वेक्षण में 1,337 विनिर्माण कंपनियों से प्रतिक्रिया प्राप्त की गई। मुख्य अंश:
![]() आकलन तिमाही (वर्ष 2015-16 की तीसरी तिमाही)
प्रत्याशा तिमाही (वर्ष 2015-16 की चौथी तिमाही)
संगीता दास प्रेस प्रकाशनी : 2015-2016/1676 171वें दौर (वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही) के सर्वेक्षण परिणामों को 29 सितंबर 2015 को भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट पर जारी किया गया। ये सर्वेक्षण परिणाम प्रतिक्रियावादियों के हैं और जरूरी नहीं है कि भारतीय रिज़र्व बैंक के हों। 2निवल प्रतिक्रिया (एनआर) आशावाद और निराशावाद की रिपोर्टिंग करने वाले प्रतिक्रियावादियों के प्रतिशत का अंतर है। इसका दायरा -100 से 100 है। शून्य से अधिक कोई भी मूल्य विस्तार/आशावाद का संकेत है और शून्य से कम कोई भी मूल्य संकुचन/निराशावाद का संकेत है अर्थात एनआर = (आई – डी) जहां आई ‘वृद्धि/आशावाद’ की प्रतिशत प्रतिक्रिया है और डी ‘कमी/निराशावाद’ की प्रतिशत प्रतिक्रिया है तथा ई ‘कोई बदलाव नहीं/बराबर’ की प्रतिशत प्रतिक्रिया है, आई+डी+ई = 100 है। उदाहरण के लिए, उत्पादन में वृद्धि आशावाद है जबकि कच्चे माल की लागत में कमी भी आशावाद है (संबंधित ब्यौरे संगत सराणियों में दर्शाए गए हैं) 3कारोबार प्रत्याशा सूचकांक (बीईआई) एक संयुक्त संकेतक है जो नौ कारोबारी संकेतकों के भारित (विभिन्न उद्योग समूह के जीवीए की हिस्सेदारी) निवल प्रतिक्रिया के रूप मे परिकलित होता है। बीईआई के परिकलन के लिए नौ संकेतक हैं – (1) कुल कारोबारी स्थिति, (2) उत्पादन, (3) आदेश बहियां, (4) कच्चे माल की इन्वेंटरी, (5) तैयार माल की इन्वेंटरी, (6) लाभ मार्जिन, (7) रोजगार, (8) निर्यात और (9) क्षमता उपयोग। यह प्रत्येक तिमाही में कारोबारी दृष्टिकोण की एक झलकी प्रस्तुत करता है। बीईआई 0 से 200 के दायरे में है तथा थ्रेशोल्ड 100 है जो संकुचन से विस्तार को अलग करता है। |
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