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2009-10 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर 2009) के दौरान भारत की भुगतान संतुलन संबंधी गतिविधियां तथा 2007-08, 2008-09 और 2009-10 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2009) में संशोधन

31 दिसंबर 2009

2009-10 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर 2009) के दौरान भारत की भुगतान संतुलन संबंधी गतिविधियां तथा 2007-08, 2008-09 और 2009-10 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2009) में संशोधन

वित्तीय वर्ष 2009-10 की दूसरी तिमाही (ति2) अर्थात जुलाई-सितंबर 2009 के भारत के भुगतान संतुलन के प्रारंभिक आंकड़े अब उपलब्ध हैं। वर्तमान वित्तीय वर्ष की पहली छमाही अर्थात् अप्रैल-सितंबर 2009 की अवधि के भुगतान संतुलन के आंकड़ों का समेकन करते समय, इन प्रारंभिक आंकड़ों और पहली तिमाही (ति1) अर्थात अप्रैल-जून 2009 के आंशिक रूप से संशोधित आंकड़ों को ध्यान में रखा गया है। इन आंकड़ों के पूरे ब्यौरे भुगतान संतुलन के प्रस्तुतीकरण संबंधी विवरण 1 और 2 के मानक फार्मेट में दिए गए हैं।

संशोधन संबंधी नीति के अनुसार भारत के भुगतान संतुलन के पिछले दो वर्षों के आंकड़ों का संशोधन वर्ष में केवल एक बार किया जाता है जब जुलाई-सितंबर तिमाही के आंकड़े दिसंबर के अंत में (अर्थात् 31 दिसंबर को) प्रकाशित किए जाते हैं। उदाहरण के लिए, वर्ष 2007-08 तथा 2008-09 के आंकड़ों का संशोधन अभी किया गया है। आंकड़ों के संग्रहण और समेकन के संबंध में प्रक्रियागत परिवर्तन तथा/ अथवा आंकड़ों की श्रृंखला में ढांचागत बदलाव ला सकने वाले आंकड़ों के स्रोतों में उल्लेखनीय परिवर्तन जैसे केवल उन अपवादात्मक स्थितियों को छोड़कर, 2007-08 के आंकड़ों को अब अंतिम रूप देकर स्थिर (फ्रिज) कर दिया गया है। वित्तीय वर्ष 2008-09 के आंकड़ों में अब आंशिक संशोधन किया जा रहा है। इसे अंतिम रूप देकर दिसंबर 2010 में स्थिर कर दिया जाएगा। चालू तिमाही के लिए आंकड़ों का संकलन करते समय उसी वर्ष की पिछली तिमाहियों के आंकड़ों में संशोधन का कार्य भी किया जाता है। तदनुसार, 2009-10 की पहली तिमाही के भुगतान संतुलन (बीओपी) से संबंधित आंकड़ों में संशोधन का कार्य भी किया गया है।

1. मुख्य-मुख्य बातें

  1. 2009-10 की दूसरी तिमाही के दौरान निर्यात और आयात की वृद्धि में गिरावट की प्रवृत्ति जारी रही।

  2. तथापि, व्यापार घाटा कम रहा जो आयातों में, विशेष रूप से पिछले वर्ष की तुलना में तेल की कीमतों में कमी आने के कारण तेल के आयात में भारी मात्रा में कमी आने को प्रतिबिंबित करता है।

  3. 2009-10 के दौरान अब तक निजी अंतरण प्राप्तियां मजबूत बनी रहीं। तथापि, सॉफ्टवेयर सेवा निर्यात का स्तर कम रहा।

  4. व्यापार घाटा कम रहने के बावजूद, 2009-10 की दूसरी तिमाही में 12.6 बिलियन अमरीकी डॉलर पर चालू खाता घाटा लगभग पिछले वर्ष के स्तर के समान रहा, जिसका मुख्य कारण अदृश्य मद अधिशेष का कम रहना था। अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान 18.6 बिलियन अमरीकी डॉलर पर चालू खाता घाटा उच्चतर स्तर पर बना रहा।

  5. निवल पूंजी प्रवाह मुख्यत: विदेशी निवेश अंतर्वाह में वृद्धि के कारण अब तक उच्चतर रहा जो विशेष रूप से एफआइआइ अंतर्वाह में हुई भारी वृद्धि को प्रतिबिंबित करता है। एनआरआइ जमाराशियों में भी उच्चतर अंतर्वाह देखा गया।

  6. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा एसडीआर के आबंटन के साथ-साथ उच्चतर पूंजी अंतर्वाह के कारण अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान बीओपी आधार पर (अर्थात मूल्यांकन को छोड़कर) भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 9.5 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई। इसी अवधि में मूल्यांकन में परिवर्तन को लेकर विदेशी मुद्रा भंडार में हुई वृद्धि 29.3 बिलियन अमरीकी डॉलर पर उच्चतर रही।

2. 2009-10 की जुलाई-सितंबर तिमाही (दूसरी तिमाही) में भुगतान संतुलन

2009-10 की दूसरी तिमाही के भुगतान संतुलन की प्रमुख मदें सारणी 1 में दी गई हैं।

सारणी 1 : भारत के भुगतान संतुलन की प्रमुख मदें

(मिलियन अमरीकी डॉलर)

मदें

अप्रैल-जून

जुलाई-सितंबर

2008-09
(आं.सं.)

2009-10
(आं.सं.)

2008-09
(आं.सं.)

2009-10
(प्रा.)

1

2

3

4

5

1.निर्यात

57,454

38,789

53,630

42,350

2.आयात

82,731

64,804

92,752

74,552

3.व्यापार संतुलन (1-2)

-25,277

-26,016

-39,121

-32,201

4.अदृश्य मदें, निवल

22,003

20,022

26,546

19,576

5.चालू खाता शेष (3+4)

-3,274

-5,993

-12,575

-12,625

6.पूंजी खाता*

5,509

6,108

7,841

22,043

7.रिज़र्व में परिवर्तन #
(-चिहन वृद्धि दर्शाता है; + चिहन ाटांस दर्शाता है)

-2,235

-115

4,734

-9,418

*: भूल चूक सहित   #: भुगतान संतुलन के आधार पर (अर्थात् मूल्यन को छोड़कर)
प्रा : प्रारंभिक      आं.सं. :आंशिक संशोधित

पण्य व्यापार

  1. अक्तूबर 2008 से निर्यात में गिरावट की जो शुरुआत हुई थी वह 2009-10 की दूसरी तिमाही में भी जारी रही। भुगतान संतुलन के आधार पर, भारत के पण्य निर्यात में 2009-10 की दूसरी तिमाही में 21.0 प्रतिशत की गिरावट हुई, जबकि 2008-09 की दूसरी तिमाही में 39.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।

  2. भुगतान संतुलन के आधार पर, आयात के भुगतान में 2009-10 की दूसरी तिमाही में 19.6 प्रतिशत की कमी आई, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में 54.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।

  3. वाणिज्यिक आसूचना और अंक संकलन महानिदेशालय (डीजीसीआइएण्डएस) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 2009-10 की दूसरी तिमाही के दौरान तेल आयात और तेल से इतर आयात दोनों में क्रमश: 45.7 प्रतिशत तथा 27.5 प्रतिशत की कमी आई। तेल के आयात में आई कमी का मुख्य कारण तेल की कीमत जुलाई 2008 के 132.5 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल के उच्चतम स्तर से उल्लेखनीय रूप से गिरकर 2009-10 की दूसरी तिमाही में 67.6 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल तक आ जाना था(चार्ट 1)। 2009-10 की दूसरी तिमाही में तेल के आयात का हिस्सा कुल आयात का 28.7 प्रतिशत था(2008-09 की दूसरी तिमाही में 35.0 प्रतिशत)।

2

व्यापार घाटा

  1. भुगतान संतुलन आधार पर व्यापार घाटा 2009-10 की दूसरी तिमाही में 32.2 बिलियन अमरीकी डॉलर पर 2008-09 की दूसरी तिमाही के 39.1 बिलियन अमरीकी डॉलर की तुलना में कम था (चार्ट 2)।

3

अदृश्य मदें

  1. अदृश्य मद प्राप्तियों में, जिनमें सेवाएं, चालू अंतरण और आय शामिल है, 2009-10 की दूसरी तिमाही में 15.1 प्रतिशत कमी आई (2008-09 की दूसरी तिमाही में 33.1 प्रतिशत की उच्च वृद्धि हुई थी)। तिमाही के दौरान सेवा निर्यात की प्रमुख श्रेणियों में गिरावट दर्ज हुई। कारोबारी सेवाओं, निर्माण तथा रायल्टी, कॉपीराइट तथा लाइसेंस शुल्क सहित सॉफ्टवेयर से इतर विविध सेवाओं से प्राप्त राशि में कमी आई। तथापि, तिमाही के दौरान निजी अंतरण प्राप्तियों में 3.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।

  2. अदृश्य मदों के भुगतान में, मुख्यत: कारोबार तथा वित्तीय सेवाओं के अंतर्गत भुगतान के कारण 2009-10 की दूसरी तिमाही के दौरान मामूली-सी वृद्धि दर्ज हुई।

  3. 2009-10 की दूसरी तिमाही में 19.6 बिलियन अमरीकी डॉलर पर निवल अदृश्य मदें (अदृश्य मद प्राप्तियां - अदृश्य मद भुगतान)कम स्तर पर थीं (2008-09 की दूसरी तिमाही में 26.5 बिलियन अमरीकी डॉलर) (सारणी 2)। इस स्तर पर निवल अदृश्य मदों के अधिशेष ने 2009-10 की दूसरी तिमाही के व्यापार घाटे के 60.8 प्रतिशत का वित्तपोषण किया (2008-09 की दूसरी तिमाही में 67.9 प्रतिशत)।

सारणी 2: निवल अदृश्य मदें

(मिलियन अमरीकी डॉलर)

मद

अप्रैल-जून

जुलाई-सितंबर

2008-09
(आं.सं.)

2009-10
(आं.सं.)

2008-09
(आं.सं.)

2009-10
(प्रा.)

1

2

3

4

5

क. सेवाएं (1 से 5)

10,710

9,098

14,400

6,273

1.यात्रा

341

282

75

126

2.परिवहन

-713

-287

-710

346

3. बीमा

123

73

71

43

4.सरकार जिसे अन्यत्र शामिल नहीं किया गया है

19

-3

-14

-29

5. विविध

10,940

9,033

14,978

5,787

जिसमें से

 

 

 

 

सॉफ्टवेयर

11,237

10,373

11,185

10,207

सॉफ्टवेयर से इतर

-297

-1,340

3,793

-4,420

ख.अंतरण

12,143

12,878

12,942

13,702

निजी

12,102

12,939

12,988

13,757

आधिकारिक

40

-61

-46

-54

ग.आय

-849

-1,953

-796

-399

निवेश आय

-676

-1,843

-755

-248

कर्मचारियों के वेतन

-174

-110

-41

-152

अदृश्य मदें (क+ख+ग)

22,003

20,022

26,546

19,576

प्रा.: प्रारंभिक आं.सं.: आंशिक संशोधित    

चालू खाता घाटा

  1. व्यापार घाटा कम होने के बावजूद, मुख्यत: अदृश्य मदों से अधिशेष की राशि कम रहने के कारण 12.6 बिलियन अमरीकी डॉलर पर 2009-10 की दूसरी तिमाही का चालू खाता घाटा लगभग पिछले वर्ष के स्तर के समान था। तथापि, अदृश्य मद अधिशेष निजी अंतरण और सॉफ्टवेयर निर्यातों से प्रेरित रहा।

पूंजी खाता और विदेशी मुद्रा भण्डार

(i) 2009-10 की दूसरी तिमाही के दौरान सकल अंतर्वाह और बहिर्वाह दोनों में सुदृढ़ वृद्धि हुई। 2009-10 की दूसरी तिमाही के दौरान भारत में सकल पूंजी अंतर्वाह की राशि, मुख्यत: 55.8 बिलियन अमरीकी डॉलर के विदेशी निवेश अंतर्वाह के कारण बढ़कर 98.1 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गई (2008-09 की दूसरी तिमाही में 90.0 बिलियन अमरीकी डॉलर थी)।

(ii) 2009-10 की दूसरी तिमाही में 23.6 बिलियन अमरीकी डॉलर पर निवल पूंजी प्रवाह 2008-09 की दूसरी तिमाही के 7.1 बिलियन अमरीकी डॉलर की तुलना में उल्लेखनीय रूप से उच्चतर था जो बड़ी मात्रा में निवल विदेशी निवेश अंतर्वाह और तिमाही के दौरान आइएमएफ द्वारा एसडीआर के आबंटन के कारण था (सारणी 3)।

सारणी 3: निवल पूंजी प्रवाह

(मिलियन अमरीकी डॉलर)

मद

अप्रैल-जून

जुलाई-सितंबर

2008-09
(आं.सं.)

2009-10
(आं.सं.)

2008-09
(आं.सं.)

2009-10
(प्रा.)

1

2

3

4

5

1.विदेशी प्रत्यक्ष निवेश(एफडीआइ)

8,964

7,025

4,903

7,116

आवक एफडीआइ

11,876

9,651

8,778

11,326

जावक एफडीआइ

2,912

2,626

3,876

4,209

2.पोर्टफोलियो निवेश

-4,207

8,268

-1,311

9,678

जिसमें से

 

 

 

 

एफआइआइ

-5,177

8,227

-1,437

7,038

एडीआर/जीडीआर

999

43

136

2,664

3. बाह्य सहायता

351

84

518

487

4. बाह्य वाणिज्यिक उधार

1,479

-441

1,687

1,186

5.एनआरआइ जमाराशियां

814

1,817

259

1,047

6. एनआरआइ जमाराशियों को छोड़कर बैंकिंग पूंजी

1,882

-5,183

2,016

3,376

7. अल्पावधि व्यापार ऋण

4,503

-1,463

402

845

8. रुपया ऋण चुकौती

-30

-23

-3

-1

9. अन्य पूंजी*

-8,904

-4,131

-1372

-121

कुल (1 से 9)

4,853

5,955

7,099

23,613

प्रा.: प्रारंभिक आं.सं.: आंशिक संशाधित     *:एसडीआर आबंटन शामिल है

(iii) विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआइ) में मुख्य रूप से इक्विटी, पुनर्निवेशित आय तथा अंतर कारपारेट ऋण शामिल होते हैं। 2009-10 की दूसरी तिमाही के दौरान निवल एफडीआइ प्रवाह (निवल एफडीआइ अंतर्वाह - निवल एफडीआइ बहिर्वाह) 7.1 बिलियन अमरीकी डॉलर पर 2008-09 की दूसरी तिमाही के 4.9 बिलियन अमरीकी डॉलर की तुलना में उच्चतर था। भारतीय अर्थव्यवस्था की बेहतर वृद्धि संभावना को प्रतिबिंबित करते हुए 2009-10 की दूसरी तिमाही में 11.3 बिलियन अमरीकी डॉलर पर (2008-09 की दूसरी तिमाही में 8.8 बिलियन अमरीकी डॉलर) निवल एफडीआइ अंतर्वाह उच्चतर था। 2009-10 की दूसरी तिमाही में निवल एफडीआइ बहिर्वाह 4.2 बिलियन अमरीकी डॉलर रहा (2008-09 की दूसरी तिमाही में 3.9 बिलियन अमरीकी डॉलर था)।

(iv) पोर्टफोलियो निवेश में, जिसमें मुख्यत: विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआइआइ) के निवेश और अमरीकी डिपॉजिटरी रसीद (एडीआर)/ ग्लोबल डिपॉजिटरी रसीद (जीडीआर) शामिल है, वृद्धि की तेज गति बनी रही और 2009-10 की दूसरी तिमाही में इस मद में 9.7 बिलियन अमरीकी डॉलर का रिकार्ड निवल अंतर्वाह हुआ (2008-09 की दूसरी तिमाही में 1.3 बिलियन अमरीकी डॉलर का बहिर्वाह हुआ) जो 2009-10 की पहली तिमाही से एफआइआइ अंतर्वाह में हुई बहाली के कारण था। पोर्टफोलियो निवेश के अंतर्गत अंतर्वाह में वृद्धि का कारण एफआइआइ द्वारा इक्विटी (2009-10 की दूसरी तिमाही के दौरान 7.0 बिलियन अमरीकी डॉलर) की भारी खरीद और भारतीय कंपनियों के स्टॉक की कीमतों में वृद्धि के कारण एडीआर/ जीडीआर के अंतर्गत निवल अंतर्वाह में पुन: सुदृढ़ता आना था।

(v) अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) के भुगतान संतुलन मैन्युअल (बीपीएम6) के छठवे संस्करण में दिये गये दिशानिर्देशों के अनुसार, विशेष आहरण अधिकारों (एसडीआर) के अंतर्गत आबंटनों को अनिवासी भारतीयों के प्रति देयताओं (विदेशी देयताएं) के रूप में माना जाता है और उसे भुगतान संतुलन के वित्तीय खाते के अन्य निवेशों के अंतर्गत देयताओं के रूप में सूचित किया जाता है। तदनुसार, 28 अगस्त 2009 को 3,082.5 मिलियन एसडीआर के सामान्य आबंटन और 214.6 मिलियन एसडीआर के विशेष आबंटन, जो कुल मिलाकर 5.2 बिलियन एसडीआर थे, को 2009-10 की दूसरी तिमाही के दौरान भुगतान संतुलन के पूंजी खाते की ‘अन्य पूंजी’ में शामिल किया गया है। आबंटनों की भुगतान संतुलन की आरक्षित आस्तियों में नामे प्रविष्टि है जो विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में वृद्धि की एक समान राशि को दर्शाती है।

(vi) भुगतान संतुलन आधार पर (अर्थात मूल्यन को छोडकर), विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में 2009-10 की दूसरी तिमाही में 9.4 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि दिखी है जबकि 2008-09 की दूसरी तिमाही में आरक्षित निधियों में 4.7 बिलियन अमरीकी डॉलर की गिरावट हुई। आरक्षित निधियों में वृद्धि मुख्य रूप से विशाल पूंजी अंतर्वाहों और आइएमएफ के एसडीआर आबंटनों के कारण थी।

3. अप्रैल-सितंबर 2009 के लिए भुगतान संतुलन

(i) जैसा कि पहले कहा गया, 2009-10 की पहली तिमाही के आंशिक रूप से संशोधित आंकड़ों और 2009-10 की दूसरी तिमाही के प्रारंभिक आंकड़ों को लेते हुए, वित्तीय वर्ष 2009-10 (अप्रैल-सितंबर) की पहली छमाही के लिए बीओपी आंकड़े समेकित किए गये हैं। जबकि विस्तृत आंकड़े बीओपी प्रस्तुतीकरण के मानक फॉर्मेट में विवरण I और II में दिए गये हैं, प्रमुख मदें सारणी 4 में प्रस्तुत की गयी है।

सारणी 4 : भारत के भुगतान संतुलन की प्रमुख मदें -अप्रैल-सितंबर 2009

(मिलियन अमरीकी डॉलर)

मदें

अप्रैल-मार्च

अप्रैल-सितंबर

2007-08
(सं.)

2008-09
(आं.सं.)

2008-09
(आं.सं.)

2007-08
(सं.)

1

2

3

4

5

1.निर्यात

166,162

189,001

111,085

81,139

2.आयात

257,629

307,651

175,483

139,356

3.व्यापार संतुलन(1-2)

-91,467

-118,650

-64,398

-58,217

4.अदृश्य मदें, निवल

75,731

89,923

48,549

39,599

5.चालू खाता शेष (3+4)

-15,737

-28,728

-15,849

-18,618

6.पूंजी खाता*

107,901

8,648

13,350

28,151

7.प्रारक्षित भंडार में परिवर्तन #
(- चिन्ह वृद्धि दर्शाता है, + चिन्ह कमी दर्शाता है)

-92,164

20,080

2,499

-9,533

*:भूल चूक संहित।  #: भुगतान संतुलन आधार पर (अर्थात मूल्यन को छोड़कर)।  प्रा: प्रारंभिक ।
आं.सं.:आंशिक रूप से संशोधित। संसंशोधित ।

पण्य व्यापार

  1. भुगतान संतुलन आधार पर, भारत के वाणिज्यिक निर्यात में अप्रैल-सितंबर 2009 में 27.0 प्रतिशत की गिरावट हुई (जबकि पिछले वर्ष की तदनुरूप अवधि में 48.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी)।

  2. भुगतान संतुलन आधार पर, आयात भुगतानों में अप्रैल-सितंबर 2009 में 20.6 प्रतिशत की गिरावट हुई जबकि पिछले वर्ष की तदनुरूप अवधि में 51.0 प्रतिशत की तीव्र वृद्धि हुई थी। आयात में गिरावट मुख्य रूप से आधार प्रभाव और तेल मूल्यों में गिरावट के कारण थी।

  3. डीजीसीआइ एण्ड एस के आंकड़ों के अनुसार, तेल आयात में अप्रैल-सितंबर 2009 में 45.0 प्रतिशत की गिरावट हुई जबकि अप्रैल-सितंबर 2008 के दौरान 83 प्रतिशत की अधिक वृद्धि हुई थी। इसी अवधि के दौरान, तेल से इतर आयातों में सापेक्षिक रूप से 26.3 प्रतिशत की मामूली गिरावट दिखी (जबकि अप्रैल-सितंबर 2008 में 43.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी)। समग्र राशि में, अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान तेल आयात कुल आयातों का लगभग 26 प्रतिशत था (पिछले वर्ष की तदनुरूप अवधि में 34.2 प्रतिशत थी)।

  4. रत्न और आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान रत्न और आभूषण का कुल आयात 12 प्रतिशत गिरा जबकि पिछले वर्ष की तदनुरूप अवधि में 33.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।

व्यापार घाटा

  1. भुगतान संतुलन आधार पर, वाणिज्यिक व्यापार घाटा अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान 58.2 बिलियन अमरीकी डॉलर पर कम बना रहा जबकि अप्रैल-सितंबर 2008 में यह 64.4 बिलियन अमरीकी डॉलर था मुख्य रूप से तेल आयात गिरावट के कारण (चार्ट 2)।

अदृश्य मदें

अदृश्य मद प्राप्तियां

(i) अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान अदृश्य मद प्राप्तियों में 11.6 प्रतिशत की गिरावट हुई जबकि पिछले वर्ष की तदनुरूप अवधि में 32.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। इस गिरावट के लिए मुख्य रूप से सभी सेवाओं के घटकों के अंतर्गत कम प्राप्तियों को उत्तरदायी माना जाता है (सारणी 5 और चार्ट 3)। फिर भी, निजी अंतरण प्राप्तियों, जिसमें 2008-09 की दूसरी छमाही के दौरान मामूली रूप से गिरावट आई थी, में 2009-10 की दूसरी छमाही में 4.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

सारणी 5 : अदृश्य मदों की सकल प्राप्तियां और भुगतान

(मिलियन अमरीकी डॉलर)

मद

अदृश्य मदों की प्राप्तियां

अदृश्य मदों के भुगतान

 

अप्रैल-मार्च

अप्रैल-सितंबर

अप्रैल-मार्च

अप्रैल-सितंबर

 

2007-08
(सं.)

2008-09
(आं. सं.)

2008-09
(आं. सं.)

2009-10
(प्रा.)

2007-08
(सं.)

2008-09
(आं. सं.)

2008-09
(आं. सं.)

2009-10
(प्रा.)

1

2

3

4

5

6

7

8

9

क.सेवाएं (1 से 5)

90,342

101,678

50,979

40,057

51,490

52,047

25,870

24,686

1.यात्रा

11,349

10,894

5,290

4,805

9,258

9,425

4,874

4,397

2.परिवहन

10,014

11,286

5,656

5,056

11,514

12,820

7,079

4,998

3.बीमा

1,639

1,419

727

771

1,044

1,130

533

655

4.सरकारी, अन्यत्र
शामिल न किए गए

331

389

211

200

376

793

206

232

5.विविध

67,010

77,691

39,095

29,225

29,298

27,879

13,177

14,404

जिसमें से

 

 

 

 

 

 

 

 

सॉफ्टवेयर

40,300

46,300

24,201

21,409

3,358

2,814

1,778

829

गैर-सॉफ्टवेयर

26,710

31,391

14,894

7,816

25,940

25,065

11,398

13,575

ख.अंतरण

44,261

47,547

26,570

27,612

2,316

2,749

1,485

1,032

निजी

43,508

46,903

26,371

27,515

1,802

2,336

1,281

820

आधिकारिक

753

645

199

97

514

413

204

212

ग.आय

14,272

14,309

7,718

7,700

19,339

18,816

9,363

10,052

निवेश आय

13,811

13,483

7,273

7,267

18,244

17,506

8,704

9,358

कर्मचारियों को क्षतिपूर्ति

461

825

445

433

1,095

1,309

659

695

अदृश्य मदें (क +ख +ग)

148,875

163,534

85,267

75,368

73,144

73,612

36,718

35,770

प्रा. : प्रारंभिक  आं.सं. : आंशिक रूप से संशोधित  सं. संशोधित

टप्पणी: विविध (मद सं.5) के तहत सॉफ्टवेयर से भिन्न सेवाओं का ब्योरा सारणी 8 में दिया गया है।.

(ii) निजी अंतरण मुख्य तौर पर (i) परिवार के भरण पोषण के लिए विदेशी भारतीय कामगारों से आवक प्रेषण, (ii) अनिवासी भारतीय रुपया जमाओं से स्थानीय आहरण, (iii) यात्रियों के माल के माध्यम से लाये जाने वाले सोना और चांदी, और (iv) धर्मार्थ / धार्मिक संस्थाओं को प्राप्त वैयक्तिक उपहार / दान के रूप में थे।

(iii) निजी अंतरण प्राप्तियां, जिसमें मुख्य रूप से विदेश में काम करने वाले भारतीयों के प्रेषण शामिल थे, अप्रैल-सितंबर 2009 में बढ़कर 27.5 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गईं जबकि पिछले वर्ष की तदनुरूप अवधि में ये 26.4 बिलियन अमरीकी डॉलर थीं। अप्रैल-सितंबर 2009 में निजी अंतरण प्राप्तियां चालू प्राप्तियों का 17.6 प्रतिशत थीं (पिछले वर्ष की तदनुरूप अवधि में ये 13.4 प्रतिशत थीं)।

4

(iv) एनआरआइ जमाराशियां जब घरेलू तौर पर आहरित की जाती है, निजी अंतरण का हिस्सा होती है क्योंकि स्थानीय प्रयोग के लिए एक बार आहरित किए जाने पर ये एकपक्षीय अंतरण हो जाती हैं और इसमें कोई दुतरफा मुद्रा लेन-देन नहीं किया जाता है। ऐसे एनआरआइ स्थानीय आहरण/ जमाराशियों से चुकौती भुगतान संतुलन के चालू खाते में देयता के रूप में अपना अस्तित्व खो देते हैं और निजी अंतरण, जिसे भुगतान संतुलन के चालू खाते में शामिल किया गया है, का रूप धारण कर लेते हैं।

(v) एनआरआइ जमाराशियों के अंतर्गत, अंतर्वाह और बहिर्वाह दोनों हाल में स्थिर रहे हैं। एनआरआइ जमाराशियों के बहिर्वाहों का एक बड़ा हिस्सा स्थानीय आहरणों के रूप में है। इन आहरणों को वास्तव में प्रत्यावर्तित नहीं किया जाता है लेकिन घरेलू तौर उपयोग किया जाता है। अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान, एनआरआइ जमाराशियों से कुल बहिर्वाहों में स्थानीय आहरण का हिस्सा 63.4 प्रतिशत था जबकि अप्रैल-सितंबर 2008 में 64.9 प्रतिशत था (सारणी 6)।

सारणी 6 : अनिवासी भारतीय जमाराशि से अंतर्वाह और बहिर्वाह तथा स्थानीय आहरण्

(मिलियन अमरीकी डॉलर)

वर्ष

अंतर्वाह  

बहिर्वाह

स्थानीय आहरण

1

2

3

4

2007-08 (सं.)

29,400

29,222

18,919

2008-09 (आ.सं.)

37,147

32,858

20,617

अप्रैल-सितंबर 2008 (आ.सं.)

18,274

17,202

11,168

अप्रैल-सितंबर 2009 (प्रा.)

21,513

18,649

11,818

सं. संशोधित  प्रा. : प्रारंभिक   आं.सं. : आंशिक रूप से संशोधित 

(vi) निजी अंतरण के अंतर्गत, परिवार के भरण पोषण के लिए आवक प्रेषण कुल निजी अंतरण प्राप्तियों के 53.3 प्रतिशत थे, जबकि अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान स्थानीय आहरण 43.0 प्रतिशत थे लेकिन अप्रैल-सितंबर 2008 में यही आंकड़े क्रमश: 52.6 प्रतिशत और 42.3 प्रतिशत थे (सारणी 7)।

सारणी 7 : भारत को निजी अंतरण का ब्योरा

(मिलियन अमरीकी डॉलर)

वर्ष

कुल निजी अंतरण

जिसमें से

परिवार के भरणपोषण के लिए आवक प्रेषण

जमाराशि से स्थानीय आहरण/चुकौत

Amount

Percentage Share in Total

Amount

Percentage Share in Total

1

2

3

4

5

6

2007-08 (R)

43,508

21,922

50.4

18,919

43.5

2008-09 (PR)

46,903

23,886

50.9

20,617

44.0

अप्रैल-सितंबर 2008 (PR)

26,371

13,882

52.6

11,168

42.3

अप्रैल-सितंबर 2009 (P)

27,515

14,677

53.3

11,818

43.0

सं. संशोधित    प्रा. : प्रारंभिक    आं.सं. : आंशिक रूप से संशोधित 

(vii) अप्रैल-सितंबर 2009 में 21.4 बिलियन अमरीकी डॉलर की सॉफ्टवेयर प्राप्तियों में 11.5 प्रतिशत की गिरावट दिखी जबकि अप्रैल-सितंबर 2008 में 35.3 प्रतिशत की उच्च वृद्धि हुई थी।

(viii) सॉफ्टवेयर निर्यात को छोड़कर, विविध प्राप्तियां अप्रैल-सितंबर 2009 में 7.8 बिलियन अमरीकी डॉलर थीं (अप्रैल-सितंबर 2008 में 14.9 बिलियन अमरीकी डॉलर)। सॉफ्टवेयर से भिन्न विविध सेवाओं जैसे कारोबारी सेवाओं, निर्माण और रॉयल्टी, कॉपी राइट तथा लाइसेंस शुल्क की प्राप्तियों में गिरावट दिखी जबकि इन सेवाओं से संबंधित भुगतानों में मामूली वृद्धि हुई। परिणाम के रूप में, अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान निवल आधार पर गैर सॉफ्टवेयर सेवाओं में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में गिरावट आई। इन आंकड़ों का ब्यौरा सारणी 8 में दिया गया है।

सारणी 8: विविधि सेवाओं के अंतर्गत सॉफ्टवेयर से भिन्न विविध प्राप्तियों और भुगतानों का ब्यौरा

(मिलियन अमरीकी डॉलर)

मद

प्राप्तियां

भुगतान

अप्रैल-मार्च

अप्रैल-सितंबर

अप्रैल-मार्च

अप्रैल-सितंबर

2007-08
(सं.)

2008-09
(आं. सं.)

2008-09
(आ.सं.)

2009-10
(प्रा.)

2007-08
(सं.)

2008-09
(आं. सं.)

2008-09
(आ.सं.)

2009-10
(प्रा.)

1

2

3

4

5

6

7

8

9

1.संचार

2,408

2,172

1,250

725

860

1087

523

625

2.निर्माण

763

867

372

299

708

896

349

641

3.वित्तीय

3,217

3,948

2,288

1,849

3,133

2,958

1,586

2,062

4.समाचार एजेंसी

503

800

397

172

506

386

165

162

6.रॉयल्टी, कॉपी राइट और
लाइसेन्स फीस

157

132

71

116

1,038

1,721

805

823

कारोबारी सेवाएं

16,772

16,445

8,410

5,090

16,553

15,435

7,251

8,477

निजी, सांस्कृतिक, मनोरंजक

562

729

297

234

211

322

173

147

अन्य

2,328

6,298

1,809

-669

2,931

2,260

546

638

कुल (1से 8)

26,710

31,391

14,894

7,816

25,940

25,065

11,398

13,575

प्रा. : प्रारंभिक     आं.सं. : आंशिक रूप से संशोधित सं. संशोधित
टिप्पणी: कारोबारी सेवाओं का ब्योरा (मद 6) सारणी 9 में दिया गया है।

(ix) कारोबारी सेवा प्राप्तियों और भुगतानों के प्रमुख घटकों में मुख्य रूप से व्यापार से संबंधित सेवाएं, कारोबार और प्रबंधन परामर्श सेवाएं, वास्तुविदी, अभियांत्रिकी तथा अन्य तकनीकी सेवाएं और कार्यालयों के रखरखाव से संबंधित सेवाएं शामिल हैं (सारणी 9)। कारोबारी सेवाओं के अंतर्गत, वास्तुविदी, अभियांत्रिकी तथा अन्य तकनीकी सेवाओं, विदेश स्थित कार्यालयों के रखरखाव तथा कारोबार और प्रबंधन परामर्श सेवाओं में गिरावट आई जबकि भुगतान से संबंधित सेवाओं में मामूली रूप से वृद्धि हुई, इससे इन सेवाओं के निवल निर्यात में गिरावट आई।

(x) अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान निवेश आय प्राप्तियां 7.3 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गईं और पिछले वर्ष के लगभग उसी स्तर पर बनी रहीं।

सारणी 9: कारोबारी सेवाओं का ब्यौरा

(मिलियन अमरीकी डॉलर)

मद

प्राप्तियां

भुगतान

अप्रैल-मार्च

अप्रैल-सितंबर

अप्रैल-मार्च

अप्रैल-सितंबर

2007-08
(सं.)

2008-09
(आं. सं.)

2008-09
(आ.सं.)

2009-10
(प्रा.)

2007-08
(सं.)

2008-09
(आं. सं.)

2008-09
(आ.सं.)

2009-10
(प्रा.)

1

2

3

4

5

6

7

8

9

1.व्यापार संबंधी

2,234

2,016

1,150

675

2,285

1,651

828

1,036

2.कारोबार और प्रबंधन परामर्श

4,433

5,017

2,605

1,791

3,422

3,530

1,355

2,324

3.वास्तुविदी, अभियांत्रिकी
और अन्य तकनीकी

3,145

1,766

903

655

3,090

3,130

1,498

1,939

4.कार्यालयों का रखरखाव

2,861

2,984

1,269

704

2,761

2,673

1,150

1,152

अन्य

4,099

4,662

2,483

1,265

4,995

4,451

2,420

2,026

कुल (1से 5)

16,772

16,445

8,410

5,090

16,553

15,435

7,251

8,477

प्रा. : प्रारंभिक     आं.सं. : आंशिक रूप से संशोधित सं. संशोधित

अदृश्य मद भुगतान

  1. अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान अदृश्य मद भुगतानों में भी 2.6 प्रतिशत की गिरावट दिखी है (अप्रैल-सितंबर 2008 में 15.0 प्रतिशत की वृद्धि)। अदृश्य मद भुगतानों में मुख्य रूप से यात्रा, परिवहन, सॉफ्टवेयर सेवाओं और निजी अंतरणों में कम भुगतान के कारण गिरावट आई।

  2. अप्रैल-सितंबर 2009 में (29.4 प्रतिशत की गिरावट) कम परिवहन भुगतान मुख्य रूप से आयात की कम मात्रा को दर्शाते हैं। इसके अलावा, पिछले वर्ष की तदनुरूप अवधि की तुलना में कम भुगतानों को भी अंतरराष्ट्रीय जहाजरानी पर कम भाड़ा दरों के लिए उत्तरदायी माना जा सकता है।

  3. निवेश आय भुगतान, जिसमें मुख्य रूप से वाणिज्यिक उधारों पर ब्याज भुगतान, बाह्य सहायता, अनिवासी जमाराशियां और भारत में कार्यरत विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआइ) उद्यमों की पुनर्निवेश आय परिलक्षित होती है, अप्रैल-सितंबर 2009 में 9.4 बिलियन अमरीकी डॉलर था जो अप्रैल-सितंबर 2008 की तुलना में अधिक था (सारणी 10)। निवेश आय भुगतानों में वृद्धि मुख्य रूप से एफडीआइ कंपनियों की पुनर्निवेश आय में वृद्धि के कारण थी।

सारणी 10: निवेश आय की प्राप्तियों और भुगतान का ब्यौरा

(मिलियन अमरीकी डॉलर)

मद

अप्रैल-मार्च

अप्रैल-सितंबर

2007-08 (सं.)

2008-09 (आं.सं.)

2008-09 (आं.सं.)

2009-10 (प्रा.)

1

2

3

4

5

क.प्राप्तियां

13,811

13,483

7,273

7,267

जिनमें से :

 

1.विदेश में भारतीय निवेश पर पुनर्निवेशित आय

1,084

1,084

542

542

2.विदेशी मुद्रा भंडार पर ब्याज/बट्टा आय

10,124

10,480

5,849

3,925

ख.भुगतान

18,244

17,506

8,704

9,358

जिनमें से :

 

 

 

 

1.अनिवासी भारतीय जमाराशियों पर ब्याज भुगतान

1,813

1,547

735

796

2.ईसीबी पर ब्याज भुगतान

2,647

2,702

1,407

812

3.बाह्य सहायता पर ब्याज भुगतान

1,143

1,010

505

438

4.लाभांश और लाभ

3,226

3,172

2,153

2,246

5.भारत में एफडीआइ कंपनियों की पुनर्निवेशित आय

7,679

6,428

2,98 5

3,831

ग.निवल निवेश आय (क -ख)

-4,433

-4,023

-1,431

-2,091

प्रा.: प्राथमिक   आं.सं. : आंशिक रूप से संशोधित   सं.  : संशोधित

अदृश्य मद शेष

  1. निवल अदृश्य मदें (अदृश्य मद प्राप्तियों से अदृश्य मद भुगतान घटाकर) अप्रैल-सितंबर 2008 के 48.5 बिलियन अमरीकी डॉलर की तुलना में अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान 39.6 बिलियन अमरीकी डॉलर रहीं। इस स्तर पर, अदृश्य मद अधिशेष ने अप्रैल-सितंबर 2008 के 75.4 प्रतिशत की तुलना में अप्रैल-सितंबर 2009 में व्यापार घाटे के लगभग 68.0 प्रतिशत का वित्तपोषण किया।

चालू खाता घाटा

  1. अपेक्षाकृत कम व्यापार घाटे के बावजूद मुख्य रूप से निम्न निवल अदृश्य अधिशेष के कारण चालू खाता घाटा अप्रैल-सितंबर 2008 के 15.8 बिलियन अमरीकी डालर से बढ़कर अप्रैल-सितंबर 2009 में 18.6 बिलियन अमरीकी डालर हो गया (चार्ट 4)।

5

पूंजी खाता

(i) अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान भारत में हुए सकल पूंजी अंतर्वाह 175.3 बिलियन अमरीकी डालर (अप्रैल-सितंबर 2008 में 184.4 बिलियन अमरीकी डालर) थे जबकि बहिर्वाह 145.8 बिलियन अमरीकी डालर थे (अप्रैल-सितंबर 2008 में 172.5 बिलियन अमरीकी डालर) (सारणी 11)।

(ii) तथापि, निवल पूंजी प्रवाह अप्रैल-सितंबर 2008 के 12.0 बिलियन अमरीकी डालर की तुलना में अप्रैल-सितंबर 2009 में काफी अधिक होकर 29.6 बिलियन अमरीकी डालर हुआ। निवल पूंजी प्रवाह के अंतर्गत ऋण एवं बैंकिंग पूंजी को छोड़कर सभी घटकों ने अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान पिछले वर्ष की तदनुरूपी अवधि के अपने स्तर से सुधार दर्शाया (सारणी 12)। बैंकिंग पूंजी में, अनिवासी भारतीय जमाराशि के अंतर्गत निवल अंतर्वाह पिछले वर्ष के अपने स्तर की तुलना में अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान ऊंचे रहे।

(iii) भारत में होने वाले निवल अंतर्वाही विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआइ) अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान उछाल भरे रहे और ये 21.0 बिलियन अमरीकी डालर (अप्रैल-सितंबर 2008 में 20.7 बिलियन अमरीकी डालर) थे जो भारतीय अर्थव्यवस्था के सतत उदारीकरण और बेहतर वृद्धि निष्पादन को दर्शाते हैं। इस अवधि के दौरान विदेशी प्रत्यक्ष निवेश मुख्य रूप से विनिर्माण (21.4 प्रतिशत) क्षेत्र की ओर गये और उसके बाद संचार सेवाओं (12.8 प्रतिशत) तथा स्थावर संपदा क्षेत्र (12.6 प्रतिशत) का स्थान रहा। भारत का निवल बहिर्वाही विदेशी प्रत्यक्ष निवेश अप्रैल-सितंबर 2009 में 6.8 बिलियन अमरीकी डालर रहा जो लगभग पिछले वर्ष के स्तर के समान है। भारी अंतर्वाही विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के कारण यह निवल विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (अंतर्वाही विदेशी प्रत्यक्ष निवेश से बहिर्वाही विदेशी प्रत्यक्ष निवेश घटाकर) अप्रैल-सितंबर 2009 में 14.1 बिलियन अमरीकी डालर रह कर मामूली रूप से अधिक था।

सारणी 11 : सकल पूंजी अंतर्वाह और बहिर्वाह

(मिलियन अमरीकी डॉलर)

मद

सकल अंतर्वाह

सकल बहिर्वाह

अप्रैल-मार्च

अप्रैल-सितंबर

अप्रैल-मार्च

अप्रैल-सितंबर

2007-08

2008-09

2008-09

2009-10

2007-08

2008-09

2008-09

2009-10

(सं.)

(आं.सं.)

(आं.सं.)

(प्रा.)

(सं.)

(आं.सं.)

(आं.सं.)

(प्रा.)

1

2

3

4

5

6

7

8

9

1.विदेशी प्रत्यक्ष निवेश

37,321

36,261

21,280

21,262

21,429

18,763

7,413

7,120

2. संविभाग निवेश

233,800

128,654

83,398

82,985

206,367

142,685

88,916

65,040

जिसमें से                

विदेशी संस्थागत निवेशक

226,621

127,349

82,228

80,252

206,294

142,366

88,842

64,987

एडीआर/जीडीआर

6,645

1,162

1,135

2,707

-

-

-

-

3. बाह्य सहायता

4,241

5,041

2,004

2,057

2,126

2,405

1,135

1,486

4.बाह्य वाणिज्यिक उधार

30,293

15,244

6,332

5,168

7,684

7,303

3,166

4,424

5. अनिवासी भारतीय जमाराशियां

29,400

37,147

18,274

21,513

29,222

32,858

17,202

18,649

6. अनिवासी भारतीय जमाराशियां
छोड़कर बैंकिंग पूंजी

26,414

28,060

20,073

10,608

14,832

35,595

16,175

12,414

7.अल्पावधि व्यापार ऋण

47,658

41,841

23,892

21,692

31,729

43,750

18,986

22,310

8.रुपया ऋण सेवा

0

0

0

0

122

100

32

23

9.अन्य पूंजी

29,229

20,179

9,154

10,047

18,261

21,723

19,430

14,298

कुल (1 से 9)

438,357

312,427

184,407

175,333

331,772

305,181

172,455

145,765

सं.  : संशोधित    प्रा.: प्राथमिक    आं.सं. : आंशिक रूप से संशोधित   

(iv) पोर्टफोलियो निवेश, जिसमें मुख्यत: विदेशी संस्थागत निवेशकों के निवेश और अमरीकी डिपाजिटरी रसीद (एडीआर) / वैश्विक डिपाजिटरी रसीद (जीडीआर) होते हैं, ने अप्रैल-सितंबर 2009 में भारी निवल अंतर्वाह (17.9 बिलियन अमरीकी डालर) दर्शाया (अप्रैल-सितंबर 2008 में 5.5 बिलियन अमरीकी डालर का निवल बहिर्वाह) जिसका कारण भारतीय शेयर बाजार में एफआइआइ द्वारा भारी इक्विटी खरीद थी जो अर्थव्यवस्था में वृद्धि की संभावनाओं में सुधार आने तथा वैश्विक निवेशकें के भाव में बेहतरी को दर्शाता है। अप्रैल-सितंबर 2009 में एडीआर/जीडीआर के अंतर्गत अंतर्वाह बढ़कर 2.7 बिलियन अमरीकी डालर हो गया (अप्रैल-सितंबर 2008 में 1.1 बिलियन अमरीकी डॉलर)।

सारणी 12 : निवल पूंजी प्रवाह

(मिलियन अमरीकी डालर)

मद

अप्रैल-मार्च

अप्रैल-सितंबर

2007-08
(सं.)

2008-09
(आं.सं.)

2008-09
(आं.सं.)

2009-10
(प्रा.)

1

2

3

4

5

1.विदेशी प्रत्यक्ष निवेश

15,893

17,498

13,867

14,142

अंतर्वाही विदेशी प्रत्यक्ष निवेश

34,728

34,992

20,654

20,977

बहिर्वाही विदेशी प्रत्यक्ष निवेश

18,835

17,495

6,788

6,835

2.संविभाग निवेश

27,433

-14,030

-5,518

17,946

जिसमें से :        

विदेशी संस्थागत निवेशक

20,327

-15,017

-6,614

15,265

एडीआर/जीडीआर

6,645

1,162

1,135

2,707

3.बाह्य सहायता

2,114

2,637

869

571

4.बाह्य वाणिज्यिक उधार

22,609

7,941

3,166

745

5.अनिवासी भारतीय जमाराशि

179

4,290

1,073

2,864

6.अनिवासी भारतीय जमाराशि
छोड़कर बैंकिंग पूंजी

11,580

-7,535

3,898

-1,807

7.अल्पावधि व्यापार ऋण

15,930

-1,909

4,905

-618

8.रुपया ऋण सेवा

-122

-100

-33

-23

9.अन्य पूंजी

10,969

-1,545

-10,276

-4,251

कुल (1 से 9)

106,585

7,246

11,952

29,568

सं.  :  संशोधित  प्रा.: प्राथमिक  आं.सं. : आंशिक रूप से  संशोधित    
टिप्पणी  :  अन्य पूंजी का ब्यौरा (मद 9) सारणी 13 में दिया गया है।

(v) अप्रैल-सितंबर 2009 में निवल बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) अंतर्वाह 0.7 बिलियन अमरीकी डालर रह कर कम बना रहा (अप्रैल-सितंबर 2008 में 3.2 बिलियन अमरीकी डालर)।

(vi) बैंकिंग पूंजी (निवल) अप्रैल-सितंबर 2008 के 5.0 बिलियन अमरीकी डालर की तुलना में अप्रैल-सितंबर 2009 में 1.1 बिलियन अमरीकी डालर थी। बैंकिंग पूंजी घटकों में अनिवासी भारतीय (एनआरआइ) जमाराशियों में अप्रैल-सितंबर 2008 के 1.1 बिलियन अमरीकी डालर के निम्न निवल अंतर्वाह की तुलना में अप्रैल-सितंबर 2009 में 2.9 बिलियन अमरीकी डालर के उंचे निवल अंतर्वाह दिखाई दिए।

(vii) अल्पावधि व्यापार ऋण में पिछले वर्ष की इसी अवधि के 4.9 बिलियन अमरीकी डालर के निवल अंतर्वाह की तुलना में अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान 0.6 बिलियन अमरीकी डालर के निवल बहिर्वाह (180 दिवसीय आपूर्तिकर्ता क्रेडिट सहित) दर्ज किए गए।

(viii) ‘अन्य पूंजी’ के अंतर्गत निर्यात में कमीबेशी, एसडीआर आबंटन, विदेश में धारित निधियां, एफडीआइ के अंतर्गत शेयर जारी होने तक प्राप्त अग्रिम और अन्यत्र शामिल न की गई पूंजी प्राप्तियां शामिल हैं। अप्रैल-सितंबर 2008 के 10.3 बिलियन अमरीकी डालर के उंचे निवल बहिर्वाह की तुलना में अप्रैल-सितंबर 2009 में 4.3 बिलियन अमरीकी डालर का निम्न निवल बहिर्वाह दर्ज किया गया। अन्य पूंजी का ब्यौरा सारणी 13 में दिया गया है।

सारणी 13 : ‘अन्य पूंजी’ (निवल) का ब्यौरा

(मिलियन अमरीकी डालर)

मद

अप्रैल-मार्च

अप्रैल-सितंबर

2007-08
(सं.)

2008-09 (आं.सं.)

2008-09
(आं.सं.)

2009-10
(प्रा.)

1

2

3

4

5

1.निर्यात में कमीबेशी

-899

-11,866

-14,585

2,945

2.विदेश में धारित निवल निधियां

-2,682

320

223

-5,265

3.एफडीआइ के अंतर्गत शेयर
जारी होने तक प्राप्त अग्रिम

7,200

3,002

2,821

-2,689

4. एसडीआर आबंटन

-

-

-

5,161

5.अन्यत्र शामिल न की गई अन्य पूंजी
(इसमें डेरिवेटिव तथा हेजिंग, माइग्रेंट ट्रान्सफर और अन्य पूंजी ट्रान्सफर शामिल हैं।)

7,350

6,999

1,266

4,401

कुल (1 से 5)

10,969

-1,545

-10,276

-4,251

प्रा.: प्राथमिक  आं.सं. : आंशिक रूप से संशोधित  सं.:संशोधित   - : शून्य

4. आरक्षित राशियों में उतार-चढ़ाव

(i) भुगतान संतुलन आधार पर (अर्थात मूल्यन को छोड़कर) विदेशी मुद्रा आरक्षितों में वृद्धि (अप्रैल-सितंबर 2008 के 2.5 बिलियन अमरीकी डालर की गिरावट की तुलना में)अप्रैल-सितंबर 2009 में 9.5 बिलियन अमरीकी डालर रही (सारणी 14 और चार्ट 5)। मूल्यन लाभ को हिसाब में लेते हुए, विदेशी मुद्रा आरक्षितों में अप्रैल-सितंबर 2009 में (अप्रैल-सितंबर 2008 के 23.4 बिलियन अमरीकी डालर की गिरावट की तुलना में) 29.3 बिलियन अमरीकी डालर की वृद्धि दर्ज की गई। डविदेशी मुद्रा आरक्षितों में घटबढ़ के स्रोतें से संबंधित एक प्रेस विज्ञप्ति अलग से जारी की जा रही है।

(ii) अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने 250 बिलियन अमरीकी डालर के बराबर की राशि के लिए विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) के सामान्य आबंटन का अनुमोदन किया जो 28 अगस्त 2009 को किया गया था। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के करार की शर्तों के चौथे संशोधन के अनुसरण में 9 सितंबर 2009 को 33 बिलियन अमरीकी डालर की राशि का विशेष एसडीआर आबंटन किया गया था। इसके अनुसरण में भारत को 28 अगस्त 2009 को और 9 सितंबर 2009 को क्रमश: 3,082 मिलियन एसडीआर (4,821 मिलियन अमरीकी डालर के बराबर) का सामान्य आबंटन और 214.6 मिलियन एसडीआर (340 मिलियन अमरीकी डालर के बराबर) का विशेष आबंटन किया गया था। इसके परिणामस्वरूप भारत के विदेशी मुद्रा भंडारों में 5.2 बिलियन अमरीकी डालर की वृद्धि हुई।

(iii) सितंबर 2009 के अंत में बकाया विदेशी मुद्रा आरक्षित 281.3 बिलियन अमरीकी डालर रहे।

सारणी 14 : अप्रैल-सितंबर 2009 में आरक्षितों में (भुगतान संतुलन आधार पर) घट-बढ़ के स्रोत

(मिलियन अमरीकी डालर)

मद

अप्रैल-मार्च

अप्रैल-सितंबर

2007-08
(सं.)

2008-09 (आं.सं.)

2008-09
(आं.सं.)

2009-10 (प्रा.)

1

2

3

4

5

क. चालू खाता शेष

-15,737

-28,728

-15,849

-18,618

ख. पूंजी खाता*

107,901

8,648

13,350

28,151

जिसमें से:

 

 

 

 

विदेशी प्रत्यक्ष निवेश

15,893

17,498

13,867

14,142

संविभाग निवेश

27,433

-14,030

-5,518

17,946

बाह्य वाणिज्यिक उधार

22,609

7,941

3,166

745

बैंकिंग पूंजी

11,759

-3,245

4,971

1,057

अल्पावधि व्यापार ऋण

15,930

-1,909

4,906

-618

ग.आरक्षितों में परिवर्तन :
(-) वृद्धि दर्शाता है ; (+) गिरावट दर्शाता है #

-92,164

20,080

2,499

-9,533

* : भूल-चूक सहित. #  : भुगतान संतुलन आधार पर (अर्थात मूल्यन छोड़कर).
प्रा.: प्राथमिक  आं.सं. : आंशिक रूप से संशोधित  सं.:संशोधित 


6

(iv) भारत के भुगतान संतुलन के महत्वपूर्ण पहलू जो अप्रैल-सितंबर 2009 में उभरे, वे थे : (i) निम्न व्यापार घाटा (58.2 बिलियन अमरीकी डालर) जिसमें निम्न तेल आयात बिल अग्रणी थे, (ii) निम्न निवल अदृश्य अधिशेष (39.6 बिलियन अमरीकी डालर) जिसमें निम्न सॉफ्टवेयर सेवाएं अग्रणी तथा कारोबारी सेवाओं तथा निवेश आय में गिरावट थी, (iii) निम्न निवल अदृश्य मदों के कारण ऊंचा चालू खाता घाटा (18.6 बिलियन अमरीकी डालर), (iv) भारत निवल पूंजी अंतर्वाह जिसमें मुख्यरूप से विदेशी संस्थागत निवेशकों से होने वाले अंतर्वाहों में पलटाव तथा स्थिर विदेशी प्रत्यक्ष निवेश अंतर्वाह और (v) भारी पूंजी अंतर्वाहों तथा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से एसडीआर आबंटनों के कारण आरक्षितों में (मूल्यन को छोड़कर) 9.5 बिलियन अमरीकी डालर की वृद्धि (अप्रैल-सितंबर 2008 में आरक्षितों में 2.5 बिलियन अमरीकी डालर की गिरावट की तुलना में)। महत्वपूर्ण संकेतकों के ब्यौरे सारणी 15 में दिए गए हैं।

सारणी 15: भारत के भुगतान संतुलन के प्रमुख संकेतक

मद

अप्रैल-मार्च

अप्रैल-सितंबर

2007-08

2008-09

2008-09

2009-10

1

2

3

4

5

वणिक व्यापार

1. निर्यात (बीओपी आधार पर अम.डा.)  वृद्धि दर (%)

28.9

13.7

48.1

-27.0

2. आयात (बीओपी आधार पर अम.डा.)  वृद्धि दर (%)

35.1

19.4

51.0

-20.6

3. कच्चे तेल की कीमत, प्रति बैरल (भारतीय बास्केट)

79.2

82.7

116.5

63.4

4. व्यापार संतुलन (बिलियन अम.डॉ.)

-91.5

-118.7

-64.4

-58.2

5.निर्यात/जीडीपी (%)

14.2

16.3

 -

 -

6.आयात /जीडीपी (%)

22.0

26.6

 -

 -

7.व्यापार संतुलन/जीडीपी (%)

-7.8

-10.3

 -

 -

अदृश्य मदें

8.निवल अदृश्य मदें (बिलियन अम.डा.)

75.7

89.9

48.5

39.6

9. निवल अदृश्य मद अधिशेष / व्यापार घाटा (%)

82.8

75.8

75.4

68.0

10. अदृश्य मद प्राप्तियां /चालू प्राप्तियां (%)

47.3

46.4

43.4

48.2

11. सेवा प्राप्तियां / चालू प्राप्तियां (%)

28.7

28.8

26.0

25.6

12. निजी अंतरण प्राप्तियां/चालू प्राप्तियां (%)

13.8

13.3

13.4

17.6

13. निवल अदृश्य मद/जीडीपी (%)

6.5

7.8

 

14.निजी अंतरण प्राप्तियां/जीडीपी (%)

3.7

4.1

15.सॉफ्टवेयर निर्यात/जीडीपी (%)

3.4

4.0

16. सेवा (निवल)/जीडीपी (%)

3.3

4.3

 

चालू खाता

17. चालू प्राप्तियां (बिलियन अम.डॉ.)

315.0

352.5

196.4

156.5

18.चालू भुगतान (बिलियन अम.डॉ.)

330.8

381.3

212.2

175.1

19. चालू खाता शेष (बिलियन अम.डॉ.)

-15.7

-28.7

-15.8

-18.6

20. चालू खाता शेष/जीडीपी (%)

-1.3

-2.5

 -

 -

पूंजी  खाता

21.सकल पूंजी अंतर्वाह (बिलियन अम.डॉ.)

438.4

312.4

184.4

175.3

22. सकल पूंजी बहिर्वाह (बिलियन अम.डॉ.)

331.8

305.2

172.5

145.8

23. निवल पूंजी प्रवाह (बिलियन अम.डॉ.)

106.6

7.2

12.0

29.6

24. निवल एफडीआइ / निवल पूंजी प्रवाह (%)

14.9

241.5

116.0

47.8

25. निवल पोर्टफोलियो निवेश / निवल पूंजी प्रवाह (%)

25.7

-193.6

-46.2

60.7

26. निवल ईसीबी / निवल पूंजी प्रवाह (%)

21.2

109.6

26.5

2.5

खुलेपन के संकेतक

 

 

 

 

27. माल निर्यात + आयात/जीडीपी (%)

36.1

42.9

-

-

28.चालू प्राप्तियां+ चालू भुगतान/जीडीपी (%)

55.0

63.4

-

-

29. निवल पूंजी अंतर्वाह/जीडीपी (%)

9.1

0.6

-

-

30. सकल पूंजी अंतर्वाह + बहिर्वाह/जीडीपी (%)

65.6

53.4

-

-

31. चालू प्राप्तियां +चालू भुगतान और सकल
पूंजी अंतर्वाह +बहिर्वाह/जीडीपी (%)

120.7

116.8

-

-

मुद्रा भंडार

32. रिज़र्व का आयात कवर (महीनों में)

14.4

9.8

10.8

12.4

33. अवधि के अंत में शेष भंडार (बिलियन अम.डॉ.)

309.7

252.0

286.3

281.3

5. डीजीसीआइ एंड एस तथा भुगतान संतुलन आयात में अंतर

(i) अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान, डीजीसीआइ एंड एस आयात (सीमा शुल्क पर आधारित) के आंकड़ों और बीओपी वणिक माल आयात (बैंकिंग चैनल के आंकड़ों पर आधारित) के रेकार्ड के आधार पर, इन दो डाटा सेटों के बीच का अंतर लगभग 14.8 बिलियन अमरीकी डॉलर है (सारणी 16)।

सारणी 16: डीजीसीआइ एंड एस तथा भुगतान संतुलन आयात के आंकड़े

(मिलियन अमरीकी डॉलर)

मद

2007-08 (आर)
(अप्रैल-मार्च)

2008-09 (पीआर)
(अप्रैल-मार्च)

2009-10 (पी)
(अप्रैल-सितंबर)

1

2

4

1.बीओपी आयात

257,629

307,651

139,356

2.डीजीसीआइ एंड एस आयात

251,439

303,696

124,522

3.अंतर (1-2)

6,190

3,955

14,834

6. 2007-08, 2008-09 और 2009-10 की पहली तिमाही के बीओपी आंकड़ों में संशोधन

(i) 30 सितंबर 2004 को घोषित संशोधन नीति के अनुसार, 2007-08, 2008-09 और 2009-10 की पहली तिमाही के आंकड़े विभिन्न रिपोर्टिंग संस्थाओं से प्राप्त अद्यतन सूचना के आधार पर संशोधित किए गए हैं। संशोधित आंकड़ों के अनुसार, 2007-08 और 2008-09 का चालू खाते का घाटा क्रमश: 15.7 बिलियन अमरीकी डॉलर (जीडीपी का 1.3 प्रतिशत) और 28.7 बिलियन अमरीकी डॉलर (जीडीपी का 2.5 प्रतिशत) था। संशोधित आंकड़े विवरण II में प्रस्तुतीकरण के मानक फार्मेट में दिए गए हैं।

7. सितंबर 2009 को समाप्त तिमाही का बाह्य ऋण

(i) वर्तमान प्रथा के अनुसार, मार्च और जून को समाप्त तिमाहियों का बाह्य ऋण भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा संकलित और जारी किया जाता है जबकि सितंबर और दिसंबर को समाप्त तिमाहियों का बाह्य ऋण वित्त मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संकलित और जारी किया जाता है। तदनुसार, सितंबर 2009 को समाप्त तिमाही के बाह्य ऋण के आंकड़े वित्त मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी किए जा रहे हैं। इन्हें http://finmin.nic.in. पर देखा जा सकता है।

अजीत प्रसाद
प्रबंधक

प्रेस प्रकाशनी : 2009-2010/915

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