ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2009-10/57 1 जुलाई 2009 सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र कृपया 3 नवंबर 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एलईजी.बीसी.75/09.07.005/2008-09 देखें, जिसमें 31 अक्तूबर 2008 तक ग्राहक सेवा के क्षेत्र में हमारे द्वारा जारी महत्वपूर्ण अनुदेशों को समेकित किया गया था । इस मास्टर परिपत्र में 30 जून 2009 तक जारी अनुदेशों को शामिल करते हुए इसे समुचित रीति से अद्यतन किया गया है तथा इसे भारतीय रिजर्व बैंक की वेबसाइट (http://www.rbi.org.in) पर भी उपलब्ध करा दिया गया है। 2. यह नोट किया जाए कि मास्टर परिपत्र में उसके परिशिष्ट में सूचीबद्ध परिपत्रों में निहित सभी अनुदेशों को समेकित तथा अद्यतन किया गया है । 3. बैंकों को यह भी सूचित किया जाता है कि वे यह सुनिश्चित करें कि उनकी सभी शाखाओं में इस परिपत्र की प्रतियाँ उपलब्ध हैं, ताकि ग्राहक उन्हें पढ़ सकें।
(बी. महापात्र) |
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