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भारतीय रिज़र्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट
मास्टर परिपत्र
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र- "गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ न स्वीकारने व धारण करने वाली)कंपनियाँ विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007"
भारिबैं/2009-10/3गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.145/03.02.001/2009-10 1 जुलाई 2009 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ न स्वीकारने व धारण करने वाली) कंपनियाँ प्रिय महोदय, मास्टर परिपत्र- "गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ न स्वीकारने व धारण करने वाली)कंपनियाँ विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007" आपको ज्ञात होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने मास्टर परिपत्र सं.117 जारी कि
भारिबैं/2009-10/3गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.145/03.02.001/2009-10 1 जुलाई 2009 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ न स्वीकारने व धारण करने वाली) कंपनियाँ प्रिय महोदय, मास्टर परिपत्र- "गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ न स्वीकारने व धारण करने वाली)कंपनियाँ विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007" आपको ज्ञात होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने मास्टर परिपत्र सं.117 जारी कि
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र- "गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ लेखापरीक्षक की रिपोर्ट (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2008"
भारिबैं /2009-10/4 गैबैंपवि(नीप्र)कंपरि.सं.146/03.02.001/2009-10 1 जुलाई 2009 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों और विविध गैर बैंकिंग कंपनियों से इतर) प्रिय महोदय, मास्टर परिपत्र- "गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ लेखापरीक्षक की रिपोर्ट (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2008" आपको ज्ञात होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने उल्लिखित विषय पर, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपन
भारिबैं /2009-10/4 गैबैंपवि(नीप्र)कंपरि.सं.146/03.02.001/2009-10 1 जुलाई 2009 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों और विविध गैर बैंकिंग कंपनियों से इतर) प्रिय महोदय, मास्टर परिपत्र- "गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ लेखापरीक्षक की रिपोर्ट (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2008" आपको ज्ञात होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने उल्लिखित विषय पर, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपन
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र-धोखाधड़ी-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में धोखाधड़ी निरोधक निगरानी के लिए भावी दृष्टिकोण
भारिबैं/2009-10/7 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.149/03.10.042/2009-10 1 जुलाई 2009 जमाराशियाँ स्वीकारने वाली सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों सहित) प्रिय महोदय, मास्टर परिपत्र-धोखाधड़ी-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में धोखाधड़ी निरोधक निगरानी के लिए भावी दृष्टिकोण आपको ज्ञात होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने मास्टर परिपत्र सं.121 जारी किया था,उसे अब 30 जून, 2009 तक अद्यतन कर द
भारिबैं/2009-10/7 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.149/03.10.042/2009-10 1 जुलाई 2009 जमाराशियाँ स्वीकारने वाली सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों सहित) प्रिय महोदय, मास्टर परिपत्र-धोखाधड़ी-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में धोखाधड़ी निरोधक निगरानी के लिए भावी दृष्टिकोण आपको ज्ञात होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने मास्टर परिपत्र सं.121 जारी किया था,उसे अब 30 जून, 2009 तक अद्यतन कर द
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र-"अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी)" संबंधी दिशानिर्देश -धन शोधन निवारणमानदंड
भारिबैं/2009-10/9 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.151/03.10.42/2009-10 1 जुलाई 2009 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) विविध गैर बैंकिंग कंपनियां (एमएनबीसीज) और अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनिया (आरएनबीसीज) प्रिय महोदय, मास्टर परिपत्र-"अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी)" संबंधी दिशानिर्देश -धन शोधन निवारणमानदंड आपको ज्ञात होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भारतीय रिज़र्व बैंक विविध विषयों पर मास्टर परिपत्र जारी करता है। इस
भारिबैं/2009-10/9 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.151/03.10.42/2009-10 1 जुलाई 2009 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) विविध गैर बैंकिंग कंपनियां (एमएनबीसीज) और अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनिया (आरएनबीसीज) प्रिय महोदय, मास्टर परिपत्र-"अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी)" संबंधी दिशानिर्देश -धन शोधन निवारणमानदंड आपको ज्ञात होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भारतीय रिज़र्व बैंक विविध विषयों पर मास्टर परिपत्र जारी करता है। इस
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र-"बंधक(मार्गेज) गारंटी कंपनियाँ
YeefjyeQ/2009- 2010/14äewyeQhefJe.(ôerhe´Yee.-yebäewkebÀ) kebÀhefj. meb./4/23.11.001/2009-10 1 pegueeFõ 2009 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी बंधक (मार्गेज) गारंटी कंपनियाँ प्रिय महोदय मास्टर परिपत्र-"बंधक(मार्गेज) गारंटी कंपनियाँ आपको ज्ञात ही होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने मास्टर परिपत्र जारी किया था, उसे अब 30 जून 2009 तक अद्यतन कर दिया गया है। यह नोट किया जाए कि परिशिष्ट में दी गई अधिसूचनाओं में
YeefjyeQ/2009- 2010/14äewyeQhefJe.(ôerhe´Yee.-yebäewkebÀ) kebÀhefj. meb./4/23.11.001/2009-10 1 pegueeFõ 2009 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी बंधक (मार्गेज) गारंटी कंपनियाँ प्रिय महोदय मास्टर परिपत्र-"बंधक(मार्गेज) गारंटी कंपनियाँ आपको ज्ञात ही होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने मास्टर परिपत्र जारी किया था, उसे अब 30 जून 2009 तक अद्यतन कर दिया गया है। यह नोट किया जाए कि परिशिष्ट में दी गई अधिसूचनाओं में
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र-"उचित व्यवहार संहिता (एफपीसी)"
भारिबैं/2009-10/15 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.153/03.10.042/2009-10 1 जुलाई 2009 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) और अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनिया (आरएनबीसीज) प्रिय महोदय, मास्टर परिपत्र-"उचित व्यवहार संहिता (एफपीसी)" सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने उल्लिखित विषय पर 30 जून 2009 तक जारी सभी अनुदेशों को समेकित किया है। यह नोट किया जाए कि परिशिष्ट में सूचीबद्ध अधिसूचनाओं में अंतर्विष्ट सभी अनुदेश, जहाँ तक वे इस विषय स
भारिबैं/2009-10/15 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.153/03.10.042/2009-10 1 जुलाई 2009 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) और अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनिया (आरएनबीसीज) प्रिय महोदय, मास्टर परिपत्र-"उचित व्यवहार संहिता (एफपीसी)" सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने उल्लिखित विषय पर 30 जून 2009 तक जारी सभी अनुदेशों को समेकित किया है। यह नोट किया जाए कि परिशिष्ट में सूचीबद्ध अधिसूचनाओं में अंतर्विष्ट सभी अनुदेश, जहाँ तक वे इस विषय स
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र-संबद्ध कार्यकलाप (allied activities)-बीमा कारोबार में प्रवेश, क्रेडिट कार्ड जारी करना तथा कतिपय उत्पादों की मार्केटिंग एवं वितरण
भारिबैं /2009-10/16 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.155/03.10.001/2009-10 1 जुलाई 2009 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) प्रिय महोदय, मास्टर परिपत्र-संबद्ध कार्यकलाप (allied activities)-बीमा कारोबार में प्रवेश, क्रेडिट कार्ड जारी करना तथा कतिपय उत्पादों की मार्केटिंग एवं वितरण सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने उल्लिखित विषय पर 30 जून 2009 तक जारी सभी अनुदेशों को समेकित किया है। यह नोट किया जाए कि परिशिष्ट में सूचीबद्ध अध
भारिबैं /2009-10/16 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.155/03.10.001/2009-10 1 जुलाई 2009 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) प्रिय महोदय, मास्टर परिपत्र-संबद्ध कार्यकलाप (allied activities)-बीमा कारोबार में प्रवेश, क्रेडिट कार्ड जारी करना तथा कतिपय उत्पादों की मार्केटिंग एवं वितरण सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने उल्लिखित विषय पर 30 जून 2009 तक जारी सभी अनुदेशों को समेकित किया है। यह नोट किया जाए कि परिशिष्ट में सूचीबद्ध अध
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र- कारपोरेट गवर्नेंस
भारिबैं /2009-10/17 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.156/03.10.001/2009-10 1 जुलाई 2009 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) प्रिय महोदय, मास्टर परिपत्र- कारपोरेट गवर्नेंस सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने उल्लिखित विषय पर 30 जून 2009 तक जारी सभी अनुदेशों को समेकित किया है। यह नोट किया जाए कि परिशिष्ट में सूचीबद्ध अधिसूचनाओं में अंतर्विष्ट सभी अनुदेश, जहाँ तक वे इस विषय से संबंधित हैं, मास्टर परिपत्र में समेकित एवं अद्यतन कर
भारिबैं /2009-10/17 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.156/03.10.001/2009-10 1 जुलाई 2009 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) प्रिय महोदय, मास्टर परिपत्र- कारपोरेट गवर्नेंस सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने उल्लिखित विषय पर 30 जून 2009 तक जारी सभी अनुदेशों को समेकित किया है। यह नोट किया जाए कि परिशिष्ट में सूचीबद्ध अधिसूचनाओं में अंतर्विष्ट सभी अनुदेश, जहाँ तक वे इस विषय से संबंधित हैं, मास्टर परिपत्र में समेकित एवं अद्यतन कर
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता और बाज़ार अनुशासन पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश- नये पूंजी पर्याप्तता ढांचे का कार्यान्वयन
आरबीआइ/2009-2010/43 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 21/21.06.001/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता और बाज़ार अनुशासन पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश- नये पूंजी पर्याप्तता ढांचे का कार्यान्वयन कृपया 1 जुलाई 2008 के पत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 11/21.06.001/2008-09 के साथ उपर्युक्त विषय पर जारी मास्टर परिपत्र देखें, जिसके अनुसार ‘नये पूंजी पर्याप्तता ढाँचे
आरबीआइ/2009-2010/43 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 21/21.06.001/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता और बाज़ार अनुशासन पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश- नये पूंजी पर्याप्तता ढांचे का कार्यान्वयन कृपया 1 जुलाई 2008 के पत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 11/21.06.001/2008-09 के साथ उपर्युक्त विषय पर जारी मास्टर परिपत्र देखें, जिसके अनुसार ‘नये पूंजी पर्याप्तता ढाँचे
जुलाई 01, 2009
सितंबर 2009 तक सभी शेष स्वच्छकारों और उनके आश्रितों के पुनर्वास हेतु सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्रालय की नई "मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना" (एसआरएमएस) पर मास्टर परिपत्र
आरबीआइ /2009-10/34 ग्राआऋवि.एसपी.बीसी.सं. 6 /09.03.01/2009-10 1 जुलाई 2009 अध्यक्ष /प्रबंध निदेशकसार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, सितंबर 2009 तक सभी शेष स्वच्छकारों और उनके आश्रितों के पुनर्वास हेतु सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्रालय की नई "मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना" (एसआरएमएस) पर मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने पहले नई मेला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजन
आरबीआइ /2009-10/34 ग्राआऋवि.एसपी.बीसी.सं. 6 /09.03.01/2009-10 1 जुलाई 2009 अध्यक्ष /प्रबंध निदेशकसार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, सितंबर 2009 तक सभी शेष स्वच्छकारों और उनके आश्रितों के पुनर्वास हेतु सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्रालय की नई "मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना" (एसआरएमएस) पर मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने पहले नई मेला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजन
जुलाई 01, 2009
Master Circular - Frauds - Classification and Reporting - UCBs
RBI/2009-10/76 DBS.CO.FrMC.BC..No. 2 /23.04.001/2009-10 July 01, 2009 The Chief Executives of all Primary (Urban) Co-operative Banks Dear Sir, Frauds – Classification and Reporting Please refer to our letter DBS.CO. FrMC BC No. 16 /23.04.001/2008-09 dated July 01, 2008 forwarding therewith Master Circular on 'Frauds – Classification & Reporting'. It may be noted that the Master Circular consolidates and updates all the instructions issued during the year since the
RBI/2009-10/76 DBS.CO.FrMC.BC..No. 2 /23.04.001/2009-10 July 01, 2009 The Chief Executives of all Primary (Urban) Co-operative Banks Dear Sir, Frauds – Classification and Reporting Please refer to our letter DBS.CO. FrMC BC No. 16 /23.04.001/2008-09 dated July 01, 2008 forwarding therewith Master Circular on 'Frauds – Classification & Reporting'. It may be noted that the Master Circular consolidates and updates all the instructions issued during the year since the
जुलाई 01, 2009
Master Circular on Customer Service - UCBs
RBI/2009-10/87 UBD.BPD.(PCB).MC.No. 10 /09.39.000/2009-10 July@@NBSP@@ 1 , 2009 Chief Executive Officers of All Primary (Urban) Co-operative Banks@@NBSP@@ Dear Sir, Master Circular on Customer Service - UCBs Please refer to our Master Circular UBD.BPD.(PCB).MC No. 10/ 09.39.00/2008-09 dated July 1, 2008 on the captioned subject (available at RBI website www.rbi.org.in).The enclosed Master Circular consolidates and updates all the instructions / guidelines on the subje
RBI/2009-10/87 UBD.BPD.(PCB).MC.No. 10 /09.39.000/2009-10 July@@NBSP@@ 1 , 2009 Chief Executive Officers of All Primary (Urban) Co-operative Banks@@NBSP@@ Dear Sir, Master Circular on Customer Service - UCBs Please refer to our Master Circular UBD.BPD.(PCB).MC No. 10/ 09.39.00/2008-09 dated July 1, 2008 on the captioned subject (available at RBI website www.rbi.org.in).The enclosed Master Circular consolidates and updates all the instructions / guidelines on the subje
जुलाई 01, 2009
Frauds - Classification and Reporting
@@NBSP@@ RBI/2009-10/58 DBS. FrMC. BC. No. 1/23.04.001/2009-10 July 01, 2009 The Chief Executives of all Commercial Banks (Excluding RRBs) and Financial Institutions @@NBSP@@ Dear Sir, Frauds – Classification and Reporting Please refer to our letter DBS. FrMC. BC. No.15 /23.04.001/2008-09 dated July 01, 2008 forwarding the Master Circular on 'Frauds – Classification and Reporting'. It may be noted that the Master Circular consolidates and updates all the instructions
@@NBSP@@ RBI/2009-10/58 DBS. FrMC. BC. No. 1/23.04.001/2009-10 July 01, 2009 The Chief Executives of all Commercial Banks (Excluding RRBs) and Financial Institutions @@NBSP@@ Dear Sir, Frauds – Classification and Reporting Please refer to our letter DBS. FrMC. BC. No.15 /23.04.001/2008-09 dated July 01, 2008 forwarding the Master Circular on 'Frauds – Classification and Reporting'. It may be noted that the Master Circular consolidates and updates all the instructions
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - अवशिष्ट गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1987
भारिबैं.2009-10/11 गैबैंपवि.(नीप्र)कंपरि.सं. 154/28.18.001/2009-10 01 जुलाई 2009 अध्यक्ष/सभी अवशिष्ट गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रिय महोदय मास्टर परिपत्र - अवशिष्ट गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1987 आपको ज्ञात ही होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने मास्टर परिपत्र जारी किया था, उसे अब 30 जून 2009 तक अद्यतन कर दिया गया है। यह नोट किया जाए कि परिशिष्ट में दी गई अ
भारिबैं.2009-10/11 गैबैंपवि.(नीप्र)कंपरि.सं. 154/28.18.001/2009-10 01 जुलाई 2009 अध्यक्ष/सभी अवशिष्ट गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रिय महोदय मास्टर परिपत्र - अवशिष्ट गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1987 आपको ज्ञात ही होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने मास्टर परिपत्र जारी किया था, उसे अब 30 जून 2009 तक अद्यतन कर दिया गया है। यह नोट किया जाए कि परिशिष्ट में दी गई अ
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र आवास योजनाओं के लिए वित्त -शहरी सहकारी बैंक
आरबीआई/2009-10/77 शबैंवि.पीसीबी.एमसी.सं.2/09.22.010/2009-10 01 जुलाई 2009 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदय/महोदया मास्टर परिपत्र आवास योजनाओं के लिए वित्त -शहरी सहकारी बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि.बीपीडी. (यूसीबी). एमसी.सं.2/09.22.010/2008-09 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2009 तक के सभी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित तथा अद्यत
आरबीआई/2009-10/77 शबैंवि.पीसीबी.एमसी.सं.2/09.22.010/2009-10 01 जुलाई 2009 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदय/महोदया मास्टर परिपत्र आवास योजनाओं के लिए वित्त -शहरी सहकारी बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2008 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि.बीपीडी. (यूसीबी). एमसी.सं.2/09.22.010/2008-09 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2009 तक के सभी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित तथा अद्यत
जुलाई 01, 2009
देशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य)खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरें से संबंधित मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2009-10/67 बैंपविवि.सं.डीआइआर.बीसी.11/13.03.00/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय देशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य)खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरें से संबंधित मास्टर परिपत्र कृपया आप देशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य) खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों के संबंध में 30 जून 2008 तक बैंकों को जारी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित करनेवाला, 1 जुलाई 2008 का मा
आरबीआइ/2009-10/67 बैंपविवि.सं.डीआइआर.बीसी.11/13.03.00/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय देशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य)खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरें से संबंधित मास्टर परिपत्र कृपया आप देशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य) खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों के संबंध में 30 जून 2008 तक बैंकों को जारी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित करनेवाला, 1 जुलाई 2008 का मा
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - ऋण और अग्रिम - सांविधिक और अन्य प्रतिबंध
आरबीआई/2009-10/69 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 13 /13.03.00/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - ऋण और अग्रिम - सांविधिक और अन्य प्रतिबंध कृपया आप 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 17 /13.03.00/2008-09 देखें, जिसमें ऋणों और अग्रिमों के संबंध में सांविधिक और अन्य प्रतिबंधों से संबंधित विषयों पर 30 जून 2008 तक बैंकों को जारी किये गये अनुदेश / दिशानिर्देश समेकि
आरबीआई/2009-10/69 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 13 /13.03.00/2009-10 1 जुलाई 2009 9 आषाढ़ 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - ऋण और अग्रिम - सांविधिक और अन्य प्रतिबंध कृपया आप 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 17 /13.03.00/2008-09 देखें, जिसमें ऋणों और अग्रिमों के संबंध में सांविधिक और अन्य प्रतिबंधों से संबंधित विषयों पर 30 जून 2008 तक बैंकों को जारी किये गये अनुदेश / दिशानिर्देश समेकि
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - माल और सेवाओं का भारत में आयात
आरबीआई/2009-10/28 मास्टर परिपत्र सं. 08/2009-10 01 जुलाई, 2009 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - माल और सेवाओं का भारत में आयात भारत में माल और सेवाओं के आयात की अनुमति समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जीएसआर 381(E) के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. इस मास्टर परिपत्र में ‘माल और सेवाओं का आयात’ विषय पर वर्तमान अनुदेशों को एक स्थान में समेकित किया गय
आरबीआई/2009-10/28 मास्टर परिपत्र सं. 08/2009-10 01 जुलाई, 2009 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - माल और सेवाओं का भारत में आयात भारत में माल और सेवाओं के आयात की अनुमति समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जीएसआर 381(E) के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. इस मास्टर परिपत्र में ‘माल और सेवाओं का आयात’ विषय पर वर्तमान अनुदेशों को एक स्थान में समेकित किया गय
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन
आरबीआई/2009-10/26 मास्टर परिपत्र सं.06/2009-10 01 जुलाई, 2009 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन अनिवासी बैंक, अंतर बैंक लेनदेन, विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न करार आदि मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 1/2000-आरबी, अधिसूचना सं. फेमा.3/आरबी-2000 के पैरा 4(2) और अधिसूचना सं. फेमा.25/आरबी-2000 और बाद उसमें किए गए संशोधनों द्वारा नियंत्रित होते हैं। 2. इस मास्टर परिपत्र में "जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक लेनदेन"
आरबीआई/2009-10/26 मास्टर परिपत्र सं.06/2009-10 01 जुलाई, 2009 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन अनिवासी बैंक, अंतर बैंक लेनदेन, विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न करार आदि मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 1/2000-आरबी, अधिसूचना सं. फेमा.3/आरबी-2000 के पैरा 4(2) और अधिसूचना सं. फेमा.25/आरबी-2000 और बाद उसमें किए गए संशोधनों द्वारा नियंत्रित होते हैं। 2. इस मास्टर परिपत्र में "जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक लेनदेन"
जुलाई 01, 2009
मास्टर परिपत्र - भारत से विविध प्रेषण-निवासियों के लिए सुविधाएं
आरबीआइ/2009-10/25 मास्टर परिपत्र सं.05 /2009-10 01 जुलाई, 2009 सेवा में, विदेशी मुद्रा में कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी व्यक्ति महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - भारत से विविध प्रेषण-निवासियों के लिए सुविधाएं निवासियों के लिए भारत से विविध प्रेषण सुविधाओं की अनुमति, समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई, 2000 के भारत सरकार की अधिसूचना सं. जी.एस.आर.381(E) के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. इस मास्टर परिपत्र में "भारत से विविध प्र
आरबीआइ/2009-10/25 मास्टर परिपत्र सं.05 /2009-10 01 जुलाई, 2009 सेवा में, विदेशी मुद्रा में कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी व्यक्ति महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - भारत से विविध प्रेषण-निवासियों के लिए सुविधाएं निवासियों के लिए भारत से विविध प्रेषण सुविधाओं की अनुमति, समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई, 2000 के भारत सरकार की अधिसूचना सं. जी.एस.आर.381(E) के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. इस मास्टर परिपत्र में "भारत से विविध प्र
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