RbiSearchHeader

Press escape key to go back

पिछली खोज

पृष्ठ
भारतीय रिज़र्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट
थीम
थीम
टेक्स्ट का साइज़
टेक्स्ट का साइज़
PwC_SIT

Master Circular Marquee

आरबीआई की घोषणाएं
आरबीआई की घोषणाएं

RbiAnnouncementWeb

RBI Announcements
RBI Announcements

RBINotificationSearchFilter

सर्च रिफाइन करें

टैग फेस्ट

टॅग

खोज परिणाम

मास्टर परिपत्र

  • Row View
  • Grid View
जुलाई 02, 2007
मास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं के लिए ऋण (एक्सपोज़र) संबंधी मानदंड
आरबीआइ/2006-2007/50 संदर्भ : बैंपविवि. सं. एफआईडी. एफआईसी. 4/01.02.00/2007-08 2 जुलाई 2007 11 आषाढ़ 1929 (शक) अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री तथा पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाएँ (एक्ज़िम बैंक, आईएफसीआई लि., आईआईबीआई लि., नाबार्ड, एनएचबी, सिडबी एवं टीएफसीआई लि.)महोदयमास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं के लिए ऋण (एक्सपोज़र) संबंधी मानदंडकृपया आप 1 जुलाई 2006 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 4/01.02.00/ 2006-07 देखें जिसमें एक्सपोज़र मानदंड संबंधी विषयों पर
आरबीआइ/2006-2007/50 संदर्भ : बैंपविवि. सं. एफआईडी. एफआईसी. 4/01.02.00/2007-08 2 जुलाई 2007 11 आषाढ़ 1929 (शक) अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री तथा पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाएँ (एक्ज़िम बैंक, आईएफसीआई लि., आईआईबीआई लि., नाबार्ड, एनएचबी, सिडबी एवं टीएफसीआई लि.)महोदयमास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं के लिए ऋण (एक्सपोज़र) संबंधी मानदंडकृपया आप 1 जुलाई 2006 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 4/01.02.00/ 2006-07 देखें जिसमें एक्सपोज़र मानदंड संबंधी विषयों पर
जुलाई 02, 2007
मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइ/2007-08/54 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 15 /21.04.141/2007-08 2 जुलाई 2007 11 आषाढ़ 1929 (शक)  सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 1 जुलाई 2006 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 14/21.04.141/ 2006-2007 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित व
आरबीआइ/2007-08/54 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 15 /21.04.141/2007-08 2 जुलाई 2007 11 आषाढ़ 1929 (शक)  सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 1 जुलाई 2006 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 14/21.04.141/ 2006-2007 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित व
जुलाई 02, 2007
मास्टर परिपत्र - वित्तीय विवरणों में प्रकटीकरण - लेखों पर टिप्पणियाँ
आरबीआइ सं./2007-08/53 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 14/21.04.018/2007-08 2 जुलाई 2007 11 आषाढ़ 1929 (शक) अध्यक्ष / मुख्य कार्यपालक सभी वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय मास्टर परिपत्र - वित्तीय विवरणों में प्रकटीकरण - लेखों पर टिप्पणियाँ कृपया 1 जुलाई 2006 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 16/21.04.018/2006-07 देखें जिसमें ‘लेखों पर टिप्पणियां’ में प्रकटीकरणों से संबंधित विषय पर 30 जून 2006 तक बैंकों को जारी सभी परिचालनगत अनुदेशों को समेकित क
आरबीआइ सं./2007-08/53 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 14/21.04.018/2007-08 2 जुलाई 2007 11 आषाढ़ 1929 (शक) अध्यक्ष / मुख्य कार्यपालक सभी वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय मास्टर परिपत्र - वित्तीय विवरणों में प्रकटीकरण - लेखों पर टिप्पणियाँ कृपया 1 जुलाई 2006 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 16/21.04.018/2006-07 देखें जिसमें ‘लेखों पर टिप्पणियां’ में प्रकटीकरणों से संबंधित विषय पर 30 जून 2006 तक बैंकों को जारी सभी परिचालनगत अनुदेशों को समेकित क
जुलाई 02, 2007
बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 -शाखा प्राधिकरण के संबंध में मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/ 2007-08/55 बैंपविवि. सं. बीएल.बीसी. 16 /22.01.001/2007-08 2 जुलाई 2007 11 आषाढ़ 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक एवं स्थानीय क्षेत्र बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) प्रिय महोदयबैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 -शाखा प्राधिकरण के संबंध में मास्टर परिपत्र जैसा कि आप जानते हैं, शाखा प्राधिकरण के संबंध में संशोधित नीति की घोषणा के बाद भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2006 का एक मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 11/22.01.
आरबीआइ/ 2007-08/55 बैंपविवि. सं. बीएल.बीसी. 16 /22.01.001/2007-08 2 जुलाई 2007 11 आषाढ़ 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक एवं स्थानीय क्षेत्र बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) प्रिय महोदयबैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 -शाखा प्राधिकरण के संबंध में मास्टर परिपत्र जैसा कि आप जानते हैं, शाखा प्राधिकरण के संबंध में संशोधित नीति की घोषणा के बाद भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2006 का एक मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 11/22.01.
जुलाई 02, 2007
मास्टर परिपत्र - प्राथमिक व्यापारियों को परिचालनगत दिशानिर्देश
भारिबैं/2007-08/56 संदर्भ : आंऋप्रवि.पीडीआरएस.सं.01 /03.64.00 /2007-08 2 जुलाई 2007 सरकारी प्रतिभूति बाज़ार में सभी प्राथमिक व्यापारीमहोदय मास्टर परिपत्र - प्राथमिक व्यापारियों को परिचालनगत दिशानिर्देशजैसा कि आपको ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय सरकारी प्रतिभूति बाज़ार में अपने परिचालनों के संबंध में प्राथमिक व्यापारियों को कई दिशानिर्देश/अनुदेश/परिपत्र जारी किए हैं । उक्त विषय पर सभी दिशानिर्देशों/अनुदेशों/निदेशों को सम्मिलित करते हुए दिनांक 18 जुलाई 2006 को
भारिबैं/2007-08/56 संदर्भ : आंऋप्रवि.पीडीआरएस.सं.01 /03.64.00 /2007-08 2 जुलाई 2007 सरकारी प्रतिभूति बाज़ार में सभी प्राथमिक व्यापारीमहोदय मास्टर परिपत्र - प्राथमिक व्यापारियों को परिचालनगत दिशानिर्देशजैसा कि आपको ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय सरकारी प्रतिभूति बाज़ार में अपने परिचालनों के संबंध में प्राथमिक व्यापारियों को कई दिशानिर्देश/अनुदेश/परिपत्र जारी किए हैं । उक्त विषय पर सभी दिशानिर्देशों/अनुदेशों/निदेशों को सम्मिलित करते हुए दिनांक 18 जुलाई 2006 को
जुलाई 02, 2007
मास्टर परिपत्र- सरकारी प्रतिभूति बाजार में प्राथमिक व्यापारी कारोबार कर रहे /करने के लिए प्रस्तावित बैंकों के लिए
भारिबैं /2007-08/57 संदर्भ : आंऋप्रवि.पीडीआरएस.02 /03.64.00/2007-08 2 जुलाई 2007सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमास्टर परिपत्र- सरकारी प्रतिभूति बाजार में प्राथमिक व्यापारी कारोबार कर रहे /करने के लिए प्रस्तावित बैंकों के लिए परिचालनगत दिशानिर्देश जैसा कि आपका ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर सरकारी प्रतिभूति बाज़ार में अपने परिचालनों के संबंध में प्राथमिक व्यापारियों को कई दिशानिर्देश/अनुदेश/परिपत्र जारी किए हैं । प्राथम
भारिबैं /2007-08/57 संदर्भ : आंऋप्रवि.पीडीआरएस.02 /03.64.00/2007-08 2 जुलाई 2007सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमास्टर परिपत्र- सरकारी प्रतिभूति बाजार में प्राथमिक व्यापारी कारोबार कर रहे /करने के लिए प्रस्तावित बैंकों के लिए परिचालनगत दिशानिर्देश जैसा कि आपका ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर सरकारी प्रतिभूति बाज़ार में अपने परिचालनों के संबंध में प्राथमिक व्यापारियों को कई दिशानिर्देश/अनुदेश/परिपत्र जारी किए हैं । प्राथम
जुलाई 02, 2007
स्वतंत्र प्राथमिक व्यापारियों के लिए पूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखिम प्रबंधन दिशानिर्देश
भारिबैं/2006-07/58संदर्भ : आंऋप्रवि.पीडीआरएस.सं.03 /03.64.00 /2007-08 2 जुलाई 2007 सरकारी प्रतिभूति बाज़ार में सभी स्वतंत्र प्राथमिक व्यापारी महोदय स्वतंत्र प्राथमिक व्यापारियों के लिए पूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखिम प्रबंधन दिशानिर्देश कृपया उपर्युक्त विषय पर 2 अगस्त 2006 के हमारे मास्टर परिपत्र आंऋप्रवि.पीडीआरएस. सं.457/03.64.00/2006-07 के संदर्भ में देखें । चूंकि वर्ष 2006-07 के दौरान रिज़र्व बैंक द्वारा कोई संशोधन/परिवर्तन नहीं किए गए हैं, अत: वही मास्टर परिपत्र
भारिबैं/2006-07/58संदर्भ : आंऋप्रवि.पीडीआरएस.सं.03 /03.64.00 /2007-08 2 जुलाई 2007 सरकारी प्रतिभूति बाज़ार में सभी स्वतंत्र प्राथमिक व्यापारी महोदय स्वतंत्र प्राथमिक व्यापारियों के लिए पूंजी पर्याप्तता मानदंड और जोखिम प्रबंधन दिशानिर्देश कृपया उपर्युक्त विषय पर 2 अगस्त 2006 के हमारे मास्टर परिपत्र आंऋप्रवि.पीडीआरएस. सं.457/03.64.00/2006-07 के संदर्भ में देखें । चूंकि वर्ष 2006-07 के दौरान रिज़र्व बैंक द्वारा कोई संशोधन/परिवर्तन नहीं किए गए हैं, अत: वही मास्टर परिपत्र
जुलाई 02, 2007
इरादतन चूककर्ताओं (जानबूझकर चूक करनेवालों) से संबंधित मास्टर परिपत्र
आरबीआइ / 2007-08/59 बैंपविवि.सं.डीएल बीसी.12928 /20.16.003/2007-08 2 जुलाई 2007 11 आषाड 1929 (शक)मुख्य कार्यपालक i) सभी अनुसूचित वाणिज्य़ बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बेंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) तथा ii) अखिल भारतीय अधिसूचित वित्तीय संस्थाएँमहोदय इरादतन चूककर्ताओं (जानबूझकर चूक करनेवालों) से संबंधित मास्टर परिपत्रजैसा कि आप जानते हैं, भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को समय समय पर ऐसे अनेक परिपत्रजारी किए हैं ज़िनमें इरादतन चूककर्ताओं से संब
आरबीआइ / 2007-08/59 बैंपविवि.सं.डीएल बीसी.12928 /20.16.003/2007-08 2 जुलाई 2007 11 आषाड 1929 (शक)मुख्य कार्यपालक i) सभी अनुसूचित वाणिज्य़ बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बेंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) तथा ii) अखिल भारतीय अधिसूचित वित्तीय संस्थाएँमहोदय इरादतन चूककर्ताओं (जानबूझकर चूक करनेवालों) से संबंधित मास्टर परिपत्रजैसा कि आप जानते हैं, भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को समय समय पर ऐसे अनेक परिपत्रजारी किए हैं ज़िनमें इरादतन चूककर्ताओं से संब
जुलाई 02, 2007
मास्टर परिपत्र - नोटों तथा सिक्कों को बदलने की सुविधा
आरबीआई /2007-08/60 डीसीएम(नोट विनिमय) सं. 7/08.07.18/2006-07 02 जुलाई 2007 अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक सरकारी और निजी क्षेत्र के सभी बैंक, विदेशी बैंक एवं राज्य सहकारी बैंक महोदया / महोदय मास्टर परिपत्र - नोटों तथा सिक्कों को बदलने की सुविधा कृपया नोटों तथा सिक्कों के विनिमय की सुविधा संबंधी 5 जुलाई 2002 के हमारे मास्टर परिपत्र डीसीएम (नोट विनिमय) सं. जी.2/08.07.18/2002-03 का संदर्भ लें । हम इसके साथ इस मामले में हुए परिवर्तनों को सम्मिलित करते हुए इस विषय पर संशोधित मास्
आरबीआई /2007-08/60 डीसीएम(नोट विनिमय) सं. 7/08.07.18/2006-07 02 जुलाई 2007 अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक सरकारी और निजी क्षेत्र के सभी बैंक, विदेशी बैंक एवं राज्य सहकारी बैंक महोदया / महोदय मास्टर परिपत्र - नोटों तथा सिक्कों को बदलने की सुविधा कृपया नोटों तथा सिक्कों के विनिमय की सुविधा संबंधी 5 जुलाई 2002 के हमारे मास्टर परिपत्र डीसीएम (नोट विनिमय) सं. जी.2/08.07.18/2002-03 का संदर्भ लें । हम इसके साथ इस मामले में हुए परिवर्तनों को सम्मिलित करते हुए इस विषय पर संशोधित मास्
जुलाई 02, 2007
मास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं के लिए प्रकटीकरण मानदंड
आरबीआइ सं. 2007-08/48 बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 2/01.02.00/2007-08 2 जुलाई 2007 11 आषाढ़ 1929 (शक) अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री तथा पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाओं के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एक्ज़िम बैंक, आइएफसीआइ लि., आइआइबीआइ लि.,नाबार्ड, एनएचबी, सिडबी तथा टीएफसीआइ लि.)महोदयमास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं के लिए प्रकटीकरण मानदंड  कृपया प्रकाशित वित्तीय विवरणों में प्रकटीकरण के मानदंडों से संबंधित विषयों पर 30 जून 2006 तक बैंकों को जारी किये गये अनुदेश
आरबीआइ सं. 2007-08/48 बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 2/01.02.00/2007-08 2 जुलाई 2007 11 आषाढ़ 1929 (शक) अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री तथा पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाओं के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एक्ज़िम बैंक, आइएफसीआइ लि., आइआइबीआइ लि.,नाबार्ड, एनएचबी, सिडबी तथा टीएफसीआइ लि.)महोदयमास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं के लिए प्रकटीकरण मानदंड  कृपया प्रकाशित वित्तीय विवरणों में प्रकटीकरण के मानदंडों से संबंधित विषयों पर 30 जून 2006 तक बैंकों को जारी किये गये अनुदेश

आरबीआई-इंस्टॉल-आरबीआई-सामग्री-वैश्विक

आरबीआई मोबाइल एप्लीकेशन इंस्टॉल करें और लेटेस्ट न्यूज़ का तुरंत एक्सेस पाएं!

हमारा ऐप इंस्टॉल करने के लिए QR कोड स्कैन करें

Scan Your QR code to Install our app

RBIPageLastUpdatedOn

पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जून 26, 2024

Was this page helpful

पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: नवंबर 23, 2022

श्रेणी पहलू

केटेगरी

Custom Date Facet