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अधिसूचनाएं
सितंबर 25, 2011
इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार – उदारीकरण
भारिबैंक/2011-12/199 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.25 23 सितंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/ महोदय, इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार – उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों (प्रा.व्या.श्रेणी I) का ध्यान, समय समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 3/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना तथा उधार देना) विनियमावली, 2000 तथा बाह्य वाणिज्यिक उधार से संबंधित समय-समय पर यथा सं
भारिबैंक/2011-12/199 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.25 23 सितंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/ महोदय, इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार – उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों (प्रा.व्या.श्रेणी I) का ध्यान, समय समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 3/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना तथा उधार देना) विनियमावली, 2000 तथा बाह्य वाणिज्यिक उधार से संबंधित समय-समय पर यथा सं
सितंबर 19, 2011
धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा अंतरण सेवा योजना के तहत सीमापार (क्रास बॉर्डर) आवक धनप्रेषण
भारिबैंक/2011-12/188 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.24 19 सितंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यक्ति जो मुद्रा अंतरण सेवा योजना के तहत भारतीय एजेंट हैं महोदया/महोदय, धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा अंतरण सेवा योजना के तहत सीमापार (क्रास बॉर्डर) आवक धनप्रेषण प्राधिकृत व्यक्तियों, जो मुद्रा अंतरण सेवा योजना (एमटीएसएस) के तहत भारतीय एजेंट हैं, का ध्यान 20 मई 2011 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.66 की ओर आकृष्ट किय
भारिबैंक/2011-12/188 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.24 19 सितंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यक्ति जो मुद्रा अंतरण सेवा योजना के तहत भारतीय एजेंट हैं महोदया/महोदय, धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा अंतरण सेवा योजना के तहत सीमापार (क्रास बॉर्डर) आवक धनप्रेषण प्राधिकृत व्यक्तियों, जो मुद्रा अंतरण सेवा योजना (एमटीएसएस) के तहत भारतीय एजेंट हैं, का ध्यान 20 मई 2011 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.66 की ओर आकृष्ट किय
सितंबर 19, 2011
धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियां
भारिबैंक/2011-12/187 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.23 19 सितंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियां कृपया 20 मई 2011 का हमारा ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.65 देखें, जिसके साथ वित्तीय कार्रवाई टास्क फोर्स (एफएटीएफ) का विवरण प्रेषित किया गया था, जिसमें एएमएल/सीएफटी प्रणाली में समय समय पर पायी गयी कमियों वाले क्षेत्राधिकारों की सूची दी गयी थी
भारिबैंक/2011-12/187 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.23 19 सितंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियां कृपया 20 मई 2011 का हमारा ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.65 देखें, जिसके साथ वित्तीय कार्रवाई टास्क फोर्स (एफएटीएफ) का विवरण प्रेषित किया गया था, जिसमें एएमएल/सीएफटी प्रणाली में समय समय पर पायी गयी कमियों वाले क्षेत्राधिकारों की सूची दी गयी थी
सितंबर 19, 2011
धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा अंतरण सेवा योजना के तहत सीमापार (क्रास बॉर्डर) से आवक धनप्रेषण
भारिबैंक/2011-12/186 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.22 19 सितंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यक्ति जो मुद्रा अंतरण सेवा योजना के तहत भारतीय एजेंट हैं महोदया/महोदय, धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा अंतरण सेवा योजना के तहत सीमापार (क्रास बॉर्डर) से आवक धनप्रेषण प्राधिकृत व्यक्तियों, जो मुद्रा अंतरण सेवा योजना (एमटीएसएस) के तहत भारतीय एजेंट हैं, का ध्यान 20 मई 2011 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.64 की ओर आकृष्ट
भारिबैंक/2011-12/186 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.22 19 सितंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यक्ति जो मुद्रा अंतरण सेवा योजना के तहत भारतीय एजेंट हैं महोदया/महोदय, धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा अंतरण सेवा योजना के तहत सीमापार (क्रास बॉर्डर) से आवक धनप्रेषण प्राधिकृत व्यक्तियों, जो मुद्रा अंतरण सेवा योजना (एमटीएसएस) के तहत भारतीय एजेंट हैं, का ध्यान 20 मई 2011 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.64 की ओर आकृष्ट
सितंबर 19, 2011
धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियां
भारिबैंक/2011-12/185 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.21 19 सितंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियां प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान 20 मई 2011 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.63 की ओर आकृष्ट किया जाता है जो ईरान और डेमोक्रेटिक पीपल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) के एएमएल/सीएफटी व्यवस्था में कमियों के कारण उत्पन्न जोखिमों के संबंध में था। 2
भारिबैंक/2011-12/185 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.21 19 सितंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियां प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान 20 मई 2011 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.63 की ओर आकृष्ट किया जाता है जो ईरान और डेमोक्रेटिक पीपल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) के एएमएल/सीएफटी व्यवस्था में कमियों के कारण उत्पन्न जोखिमों के संबंध में था। 2
सितंबर 16, 2011
निवासी व्यक्तियों द्वारा घनिष्ठ अनिवासी भारतीय संबंधियों/रिश्तेदारों को रुपए में ऋण देना
भारिबैंक/2011-12/180 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.18 16 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों द्वारा घनिष्ठ अनिवासी भारतीय संबंधियों/रिश्तेदारों को रुपए में ऋण देना प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना स. फेमा 4/2000 अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (रुपए में उधार लेना तथा उधार देना) विनियमावली,2000, समय समय पर यथा संशोधित की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में प्राधिकृत व्यापारी अ
भारिबैंक/2011-12/180 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.18 16 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों द्वारा घनिष्ठ अनिवासी भारतीय संबंधियों/रिश्तेदारों को रुपए में ऋण देना प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना स. फेमा 4/2000 अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (रुपए में उधार लेना तथा उधार देना) विनियमावली,2000, समय समय पर यथा संशोधित की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में प्राधिकृत व्यापारी अ
सितंबर 16, 2011
निवासी व्यक्ति द्वारा अनिवासी घनिष्ठ/निकट संबंधी/रिश्तेदार को उपहार रुपये में देना
भारिबैंक/2011-12/179 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.17 16 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, निवासी व्यक्ति द्वारा अनिवासी घनिष्ठ/निकट संबंधी/रिश्तेदार को उपहार रुपये में देना प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 20 दिसंबर 2006 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 24 और 26 सितंबर 2007 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.9 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार निवासी व्यक्तियों द्वारा उपहार एवं दान संबंधी विप्रेषण उदारीकृत विप्
भारिबैंक/2011-12/179 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.17 16 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, निवासी व्यक्ति द्वारा अनिवासी घनिष्ठ/निकट संबंधी/रिश्तेदार को उपहार रुपये में देना प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 20 दिसंबर 2006 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 24 और 26 सितंबर 2007 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.9 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार निवासी व्यक्तियों द्वारा उपहार एवं दान संबंधी विप्रेषण उदारीकृत विप्
सितंबर 16, 2011
निवासियों द्वारा अनिवासी भारतीय घनिष्ठ रिश्तेदारों के ऋणों की अदायगी
भारिबैंक/2011-12/183 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.19 16 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, निवासियों द्वारा अनिवासी भारतीय घनिष्ठ रिश्तेदारों के ऋणों की अदायगी प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 4/2000-आरबी अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (रुपए में उधार लेना तथा उधार देना) विनियमावली, 2000, समय समय पर यथा संशोधित की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार किसी प्राधिकृत व्यापारी या भारत में आवासीय
भारिबैंक/2011-12/183 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.19 16 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, निवासियों द्वारा अनिवासी भारतीय घनिष्ठ रिश्तेदारों के ऋणों की अदायगी प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 4/2000-आरबी अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (रुपए में उधार लेना तथा उधार देना) विनियमावली, 2000, समय समय पर यथा संशोधित की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार किसी प्राधिकृत व्यापारी या भारत में आवासीय
सितंबर 16, 2011
निवासी भारतीयों द्वारा अनिवासी भारतीय घनिष्ठ संबंधियों/निकट रिश्तेदारों के चिकित्सा व्यय वहन करना
भारिबैंक/2011-12/184 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.20 16 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, निवासी भारतीयों द्वारा अनिवासी भारतीय घनिष्ठ संबंधियों/निकट रिश्तेदारों के चिकित्सा व्यय वहन करना प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 16/आरबी-2000 के पैरा 2 अर्थात भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति से प्राप्तियाँ और ऐसे व्यक्ति को भुगतान, समय-समय पर यथा संशोधित की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार निवा
भारिबैंक/2011-12/184 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.20 16 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, निवासी भारतीयों द्वारा अनिवासी भारतीय घनिष्ठ संबंधियों/निकट रिश्तेदारों के चिकित्सा व्यय वहन करना प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 16/आरबी-2000 के पैरा 2 अर्थात भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति से प्राप्तियाँ और ऐसे व्यक्ति को भुगतान, समय-समय पर यथा संशोधित की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार निवा
सितंबर 07, 2011
बाह्य वाणिज्यिक उधार - क्रियाविधि सरल बनाना
भारिबैं/2011-12/169 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 11 07 सितंबर 2011 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार - क्रियाविधि सरल बनाना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (एडी श्रेणी I) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 3 / 2000 - आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा उधार देना) विनियमावली, 2000, और बाह्य वाणिज्यिक उधार से संबंधित, समय-समय पर यथा संशोधित, 1 अगस्त 20
भारिबैं/2011-12/169 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 11 07 सितंबर 2011 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार - क्रियाविधि सरल बनाना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (एडी श्रेणी I) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 3 / 2000 - आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा उधार देना) विनियमावली, 2000, और बाह्य वाणिज्यिक उधार से संबंधित, समय-समय पर यथा संशोधित, 1 अगस्त 20
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जून 05, 2025