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जुलाई 01, 2014
मास्टर परिपत्र - गारंटियां और सह-स्वीकृतियां
आरबीआइ/2014-15/67 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 17/13.03.00/2014-15 1 जुलाई 2014 10 आषाढ़ 1936 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया मास्टर परिपत्र - गारंटियां और सह-स्वीकृतियां कृपया आप 1 जुलाई 2013 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 12/13.03.00/2013-14 देखें, जिसमें गारंटियां और सह-स्वीकृतियां के संबंध में बैंकों को उक्त तारीख तक जारी किये गये अनुदेश / दिशानिर्देश समेकित किये गये हैं। इस मास्टर परिपत्र को 30 जून 20
आरबीआइ/2014-15/67 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 17/13.03.00/2014-15 1 जुलाई 2014 10 आषाढ़ 1936 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया मास्टर परिपत्र - गारंटियां और सह-स्वीकृतियां कृपया आप 1 जुलाई 2013 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 12/13.03.00/2013-14 देखें, जिसमें गारंटियां और सह-स्वीकृतियां के संबंध में बैंकों को उक्त तारीख तक जारी किये गये अनुदेश / दिशानिर्देश समेकित किये गये हैं। इस मास्टर परिपत्र को 30 जून 20
जुलाई 01, 2014
आवास वि‍त्त पर मास्टर परि‍पत्र
आरबीआई/2014-15/68 बैंपवि‍वि‍.सं. डीआईआर. बीसी.18/08.12.001/2014-15 1 जुलाई 2014 10 आषाढ़ 1936 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को छोड़कर) महोदय/महोदया आवास वि‍त्त पर मास्टर परि‍पत्र कृपया दि‍नांक 1 जुलाई 2013 का मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍.सं.डीआईआर.बीसी. 17/08.12.001/ 2013-14 देखें जिसमें आवास वित्त के संबंध में 30 जून 2013 तक बैंकों को जारी किए गए अनुदेश/दिशानिर्देश समेकित किए गए हैं। उक्त मास्टर परि‍पत्र को अब 30 जून 2014 तक जारी किए गए अन
आरबीआई/2014-15/68 बैंपवि‍वि‍.सं. डीआईआर. बीसी.18/08.12.001/2014-15 1 जुलाई 2014 10 आषाढ़ 1936 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को छोड़कर) महोदय/महोदया आवास वि‍त्त पर मास्टर परि‍पत्र कृपया दि‍नांक 1 जुलाई 2013 का मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍.सं.डीआईआर.बीसी. 17/08.12.001/ 2013-14 देखें जिसमें आवास वित्त के संबंध में 30 जून 2013 तक बैंकों को जारी किए गए अनुदेश/दिशानिर्देश समेकित किए गए हैं। उक्त मास्टर परि‍पत्र को अब 30 जून 2014 तक जारी किए गए अन
जुलाई 01, 2014
मास्टर परि‍पत्र - वि‍त्तीय संस्थाओं के लि‍ए संसाधन जुटाने संबंधी मानदंड
आरबीआई/2014-15/102 बैंपवि‍वि‍. सं. एफआइडी.एफआइसी. 1/01.02.00/2014-15 1 जुलाई 2014 अखि‍ल भारतीय मीयादी ऋणदात्री तथा पुनर्वि‍त्त प्रदान करनेवाली संस्थाओं के मुख्य कार्यपालक अधि‍कारी (एक्ज़ि‍म बैंक, नाबार्ड, एनएचबी तथा सि‍डबी) महोदय मास्टर परि‍पत्र - वि‍त्तीय संस्थाओं के लि‍ए संसाधन जुटाने संबंधी मानदंड कृपया उपर्युक्त वि‍षय पर 1 जुलाई 2013 का मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. सं. एफआइडी.एफआइसी.1/ 01.02.00/2013-14 देखें। संलग्न मास्टर परि‍पत्र में 30 जून 2014 तक उक्त वि‍षय पर
आरबीआई/2014-15/102 बैंपवि‍वि‍. सं. एफआइडी.एफआइसी. 1/01.02.00/2014-15 1 जुलाई 2014 अखि‍ल भारतीय मीयादी ऋणदात्री तथा पुनर्वि‍त्त प्रदान करनेवाली संस्थाओं के मुख्य कार्यपालक अधि‍कारी (एक्ज़ि‍म बैंक, नाबार्ड, एनएचबी तथा सि‍डबी) महोदय मास्टर परि‍पत्र - वि‍त्तीय संस्थाओं के लि‍ए संसाधन जुटाने संबंधी मानदंड कृपया उपर्युक्त वि‍षय पर 1 जुलाई 2013 का मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. सं. एफआइडी.एफआइसी.1/ 01.02.00/2013-14 देखें। संलग्न मास्टर परि‍पत्र में 30 जून 2014 तक उक्त वि‍षय पर
जुलाई 01, 2014
मास्‍टर परिपत्र – प्राथमिकता-प्राप्त क्षेत्र को उधार – लक्ष्‍य और वर्गीकरण
भारिबैं/2014-15/95 ग्राआऋवि.केंका.प्लान.बीसी.10/04.09.01/2014-15 1 जुलाई 2014 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी [सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)] महोदय, मास्‍टर परिपत्र – प्राथमिकता-प्राप्त क्षेत्र को उधार – लक्ष्‍य और वर्गीकरण भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्राथमिकता-प्राप्त क्षेत्र को उधार के बारे में बैंकों को समय-समय पर कई दिशा-निर्देश / अनुदेश / निदेश जारी किए हैं । बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प
भारिबैं/2014-15/95 ग्राआऋवि.केंका.प्लान.बीसी.10/04.09.01/2014-15 1 जुलाई 2014 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी [सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)] महोदय, मास्‍टर परिपत्र – प्राथमिकता-प्राप्त क्षेत्र को उधार – लक्ष्‍य और वर्गीकरण भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्राथमिकता-प्राप्त क्षेत्र को उधार के बारे में बैंकों को समय-समय पर कई दिशा-निर्देश / अनुदेश / निदेश जारी किए हैं । बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प
जुलाई 01, 2014
मास्टर परिपत्र-धोखाधड़ी-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में धोखाधड़ी निरोधक निगरानी के लिए भावी दृष्टिकोण
भारिबैं/2014-15/44 गैबैंपवि.नीति प्रभा.कंपरि. सं.385/03.10.042/2014-15 1 जुलाई 2014 जमाराशियाँ स्वीकारने वाली सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों सहित) तथा एनबीएफसी-एनडी-एसआई महोदय, मास्टर परिपत्र-धोखाधड़ी-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में धोखाधड़ी निरोधक निगरानी के लिए भावी दृष्टिकोण जैसा कि आप विदित है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने मास्टर परिपत्र सं. 283 जारी किया था, उसे अब 3
भारिबैं/2014-15/44 गैबैंपवि.नीति प्रभा.कंपरि. सं.385/03.10.042/2014-15 1 जुलाई 2014 जमाराशियाँ स्वीकारने वाली सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों सहित) तथा एनबीएफसी-एनडी-एसआई महोदय, मास्टर परिपत्र-धोखाधड़ी-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में धोखाधड़ी निरोधक निगरानी के लिए भावी दृष्टिकोण जैसा कि आप विदित है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने मास्टर परिपत्र सं. 283 जारी किया था, उसे अब 3
जुलाई 01, 2014
मास्टर परिपत्र – फेमा,1999 के तहत उल्लंघनों की कंपांउंडिंग
आरबीआई/2014-15/1 मास्टर परिपत्र सं. 9/2014-15 1 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक तथा प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र – फेमा,1999 के तहत उल्लंघनों की कंपांउंडिंग विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 के तहत उल्लंघनों की कंपांउडिंग एक स्वैच्छिक प्रक्रिया है, जिसके जरिये आवेदक फेमा, 1999 की धारा 13 (1) के तहत फेमा, 1999 के किसी प्रावधान के स्वीकृत उल्लंघन की कंपांउडिंग के लिए आवेदन कर सकता है। 2. यह मास्टर परिपत्र "फेमा, 1999 के तहत उल्लंघ
आरबीआई/2014-15/1 मास्टर परिपत्र सं. 9/2014-15 1 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक तथा प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र – फेमा,1999 के तहत उल्लंघनों की कंपांउंडिंग विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 के तहत उल्लंघनों की कंपांउडिंग एक स्वैच्छिक प्रक्रिया है, जिसके जरिये आवेदक फेमा, 1999 की धारा 13 (1) के तहत फेमा, 1999 के किसी प्रावधान के स्वीकृत उल्लंघन की कंपांउडिंग के लिए आवेदन कर सकता है। 2. यह मास्टर परिपत्र "फेमा, 1999 के तहत उल्लंघ
जुलाई 01, 2014
मास्टर परिपत्र - निवासियों द्वारा विदेश स्थित संयुक्त उद्यम (JV)/ पूर्ण स्वामित्ववाली सहायक संस्थाओं/कंपनियों (WOS) में प्रत्यक्ष निवेश
भारिबैं/2014-15/2 मास्टर परिपत्र सं. 11/2014-15 01 जुलाई 2014 (4 जुलाई 2014 तक अद्यतन) सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र - निवासियों द्वारा विदेश स्थित संयुक्त उद्यम (JV)/ पूर्ण स्वामित्ववाली सहायक संस्थाओं/कंपनियों (WOS) में प्रत्यक्ष निवेश समय-समय पर यथा संशोधित, 7 जुलाई 2004 की अधिसूचना सं.फेमा.120/आरबी-2004 (19 नवंबर 2004 का जीएसआर 757 (E) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2004 के
भारिबैं/2014-15/2 मास्टर परिपत्र सं. 11/2014-15 01 जुलाई 2014 (4 जुलाई 2014 तक अद्यतन) सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र - निवासियों द्वारा विदेश स्थित संयुक्त उद्यम (JV)/ पूर्ण स्वामित्ववाली सहायक संस्थाओं/कंपनियों (WOS) में प्रत्यक्ष निवेश समय-समय पर यथा संशोधित, 7 जुलाई 2004 की अधिसूचना सं.फेमा.120/आरबी-2004 (19 नवंबर 2004 का जीएसआर 757 (E) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2004 के
जुलाई 01, 2014
मास्टर परिपत्र - बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार
आरबीआई/2014-15/3 मास्टर परिपत्र सं.12/2014 -15 1 जुलाई 2014 (21 नवंबर 2014 तक अद्यतन) सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक और प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र - बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार निवासियों द्वारा लिए गए बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार, समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.3/2000-आरबी, अर्थात 3 मई 2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना और देना) विनियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अ
आरबीआई/2014-15/3 मास्टर परिपत्र सं.12/2014 -15 1 जुलाई 2014 (21 नवंबर 2014 तक अद्यतन) सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक और प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र - बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार निवासियों द्वारा लिए गए बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार, समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.3/2000-आरबी, अर्थात 3 मई 2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना और देना) विनियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अ
जुलाई 01, 2014
माल और सेवाओं के आयात के संबंध में मास्टर परिपत्र
भारिबैंक/2014-15/4 मास्टर परिपत्र सं.13/2014-15 1 जुलाई 2014 (30 अप्रैल 2015 तक अद्यतन) सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया /महोदय, माल और सेवाओं के आयात के संबंध में मास्टर परिपत्र भारत में माल और सेवाओं के आयात की अनुमति, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जी.एस.आर. 381(ई) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता) नियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. इस मास्टर परिपत्र मे
भारिबैंक/2014-15/4 मास्टर परिपत्र सं.13/2014-15 1 जुलाई 2014 (30 अप्रैल 2015 तक अद्यतन) सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया /महोदय, माल और सेवाओं के आयात के संबंध में मास्टर परिपत्र भारत में माल और सेवाओं के आयात की अनुमति, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जी.एस.आर. 381(ई) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता) नियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. इस मास्टर परिपत्र मे

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पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: अगस्त 17, 2023

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