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जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र - अनिवासी सामान्य रुपया ( एनआरओ ) खाता
आरबीआइ/2011-12/06 मास्टर परिपत्र सं.06/2011-12 01 जुलाई , 2011 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। बैंक और प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - अनिवासी सामान्य रुपया ( एनआरओ ) खाता प्राधिकृत व्यापारियों/ प्राधिकृत बैंकों द्वारा भारत से बाहर निवासी व्यक्तियों से जमाराशियों की स्वीकृति समय-समय पर यथासंशोधित 03 मई 2000 की फेमा अधिसूचना सं.5/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 की उप धारा (1) और (2) के प्रावधानों द्वारा नियंत्
आरबीआइ/2011-12/06 मास्टर परिपत्र सं.06/2011-12 01 जुलाई , 2011 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। बैंक और प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - अनिवासी सामान्य रुपया ( एनआरओ ) खाता प्राधिकृत व्यापारियों/ प्राधिकृत बैंकों द्वारा भारत से बाहर निवासी व्यक्तियों से जमाराशियों की स्वीकृति समय-समय पर यथासंशोधित 03 मई 2000 की फेमा अधिसूचना सं.5/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 की उप धारा (1) और (2) के प्रावधानों द्वारा नियंत्
जुलाई 01, 2011
माल और सेवाओं के आयात के संबंध में मास्टर परिपत्र
आरबीआई/2011-12/07 मास्टर परिपत्र सं. 07/2011-12 01 जुलाई 2011 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया /महोदय माल और सेवाओं के आयात के संबंध में मास्टर परिपत्र भारत में माल और सेवाओं के आयात की अनुमति समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जी.एस.आर. 381(E) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता) नियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. इस मास्टर परिपत्र में ' माल और सेवाओं का
आरबीआई/2011-12/07 मास्टर परिपत्र सं. 07/2011-12 01 जुलाई 2011 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया /महोदय माल और सेवाओं के आयात के संबंध में मास्टर परिपत्र भारत में माल और सेवाओं के आयात की अनुमति समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जी.एस.आर. 381(E) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता) नियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. इस मास्टर परिपत्र में ' माल और सेवाओं का
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र – फेमा, 1999  के तहत उल्लंघनों की कंपांउंडिंग
आरबीआई/2011-12/08 मास्टर परिपत्र सं. 08/2011-12 01 जुलाई 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक तथा प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र – फेमा, 1999 के तहत उल्लंघनों की कंपांउंडिंग विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 के तहत उल्लंघनों की कंपांउडिंग एक स्वैच्छिक प्रक्रिया है, जिसके जरिये आवेदक फेमा, 1999 की धारा 13 (1) के तहत फेमा, 1999 के किसी प्रावधान के स्वीकृत उल्लंघन की कंपांउडिंग के लिए आवेदन कर सकता है। 2. यह मास्टर परिपत्र " फेमा, 1999 के तहत उ
आरबीआई/2011-12/08 मास्टर परिपत्र सं. 08/2011-12 01 जुलाई 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक तथा प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र – फेमा, 1999 के तहत उल्लंघनों की कंपांउंडिंग विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 के तहत उल्लंघनों की कंपांउडिंग एक स्वैच्छिक प्रक्रिया है, जिसके जरिये आवेदक फेमा, 1999 की धारा 13 (1) के तहत फेमा, 1999 के किसी प्रावधान के स्वीकृत उल्लंघन की कंपांउडिंग के लिए आवेदन कर सकता है। 2. यह मास्टर परिपत्र " फेमा, 1999 के तहत उ
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र - बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार
आरबीआइ / 2011-12/09 मास्टर परिपत्र सं. 09/ 2011-12 01 जुलाई 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र - बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार निवासियों द्वारा लिए गए बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार, समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.3/2000-आरबी, अर्थात् 3 मई 2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना और देना) विनियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 की उप-धारा 3 क
आरबीआइ / 2011-12/09 मास्टर परिपत्र सं. 09/ 2011-12 01 जुलाई 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र - बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार निवासियों द्वारा लिए गए बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार, समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.3/2000-आरबी, अर्थात् 3 मई 2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना और देना) विनियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 की उप-धारा 3 क
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र - माल और सेवाओं का निर्यात
आरबीआइ/2011-12/ 10 मास्टर परिपत्र सं.10/ 2011-12 01 जुलाई 2011 सभी श्रेणी - I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - माल और सेवाओं का निर्यात समय-समय पर यथा संशोधित , 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.जीएसआर 381 (E) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता) नियमावली, 2000 के साथ पठित और विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 7 की उप-धारा (1) के खंड (ए) और उप-धारा (3) के अनुसार भारत से माल और सेवाओं के निर्यात की अनुमति है । 2. यह मास्टर परिपत्र "
आरबीआइ/2011-12/ 10 मास्टर परिपत्र सं.10/ 2011-12 01 जुलाई 2011 सभी श्रेणी - I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - माल और सेवाओं का निर्यात समय-समय पर यथा संशोधित , 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.जीएसआर 381 (E) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता) नियमावली, 2000 के साथ पठित और विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 7 की उप-धारा (1) के खंड (ए) और उप-धारा (3) के अनुसार भारत से माल और सेवाओं के निर्यात की अनुमति है । 2. यह मास्टर परिपत्र "
जुलाई 01, 2011
मास्टर परि‍पत्र - प्रत्यक्ष करों की वसूली - (ओल्टास)
आरबीआई/2011-12/99 डीजीबीए.जीएडी.सं.एच.2/42.01.034/2011-12 01 जुलाई 2011 सभी एजेंसी बैंक महोदय/महोदया, मास्टर परि‍पत्र - प्रत्यक्ष करों की वसूली - (ओल्टास) कृपया दि‍नांक 1 जुलाई 2010 का उक्त वि‍षयक हमारा मास्टर परि‍पत्र आरबीआई/2010-11/87 देखें। वह इस दृष्टि‍ से जारी कि‍या गया था कि‍ इस वि‍षय पर जारी सभी वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर शीघ्र मि‍ल सकें । अभी हमने इसमें जून 2011 के अंत तक आवश्यक अनुदेश अद्यतन कि‍ये हैं और आपकी सूचना के लि‍ए यहां संलग्न कर रहे हैं। यह परि‍पत
आरबीआई/2011-12/99 डीजीबीए.जीएडी.सं.एच.2/42.01.034/2011-12 01 जुलाई 2011 सभी एजेंसी बैंक महोदय/महोदया, मास्टर परि‍पत्र - प्रत्यक्ष करों की वसूली - (ओल्टास) कृपया दि‍नांक 1 जुलाई 2010 का उक्त वि‍षयक हमारा मास्टर परि‍पत्र आरबीआई/2010-11/87 देखें। वह इस दृष्टि‍ से जारी कि‍या गया था कि‍ इस वि‍षय पर जारी सभी वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर शीघ्र मि‍ल सकें । अभी हमने इसमें जून 2011 के अंत तक आवश्यक अनुदेश अद्यतन कि‍ये हैं और आपकी सूचना के लि‍ए यहां संलग्न कर रहे हैं। यह परि‍पत
जुलाई 01, 2011
बैंककारी वि‍नि‍यमन अधि‍नि‍यम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधि‍करण पर मास्टर परि‍पत्र
आरबीआइ/2011-12/100 बैंपवि‍वि‍. सं. बीएल.बीसी. 33/22.01.001/2011-12 1 जुलाई 2011 10 आषाढ़ 1933(शक) सभी वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंककारी वि‍नि‍यमन अधि‍नि‍यम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधि‍करण पर मास्टर परि‍पत्र कृपया 1 जुलाई 2010 का मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. सं. बीएल. बीसी. 8/22.01.001/ 2010-11 का संदर्भ लें जि‍समें 30 जून 2010 तक बैंकों को शाखा प्राधि‍करण पर जारी अनुदेशों/ दि‍शानि‍र्देशों को समेकि‍त कि‍या गया है। उपर्युक्त मास्टर परि‍
आरबीआइ/2011-12/100 बैंपवि‍वि‍. सं. बीएल.बीसी. 33/22.01.001/2011-12 1 जुलाई 2011 10 आषाढ़ 1933(शक) सभी वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंककारी वि‍नि‍यमन अधि‍नि‍यम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधि‍करण पर मास्टर परि‍पत्र कृपया 1 जुलाई 2010 का मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. सं. बीएल. बीसी. 8/22.01.001/ 2010-11 का संदर्भ लें जि‍समें 30 जून 2010 तक बैंकों को शाखा प्राधि‍करण पर जारी अनुदेशों/ दि‍शानि‍र्देशों को समेकि‍त कि‍या गया है। उपर्युक्त मास्टर परि‍
जुलाई 01, 2011
30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना -"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशि स्वीकार  या धारण न करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007"
भारिबैं /2011-12/19 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.225/03.02.001/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ न स्वीकारने व धारण करने वाली)कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना -"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशि स्वीकार या धारण न करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007" जैसा कि आप विदित है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाए
भारिबैं /2011-12/19 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.225/03.02.001/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ न स्वीकारने व धारण करने वाली)कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना -"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशि स्वीकार या धारण न करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007" जैसा कि आप विदित है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाए
जुलाई 01, 2011
30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना - "गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी लेखापरीक्षकों की रिपोर्ट (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2008"
भारिबैं /2011-12/20 गैबैंपवि(नीप्रभा.)कंपरि.सं.226/03.02.001/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों और विविध गैर बैंकिंग कंपनियों से इतर) महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना - "गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी लेखापरीक्षकों की रिपोर्ट (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2008" आपको ज्ञात ही है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी कर
भारिबैं /2011-12/20 गैबैंपवि(नीप्रभा.)कंपरि.सं.226/03.02.001/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों और विविध गैर बैंकिंग कंपनियों से इतर) महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना - "गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी लेखापरीक्षकों की रिपोर्ट (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2008" आपको ज्ञात ही है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी कर
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली विवरणियाँ
भारिबैं /2011-12/21 गैबैंपवि.नीति प्रभा.कंपरि.सं.227/03.10.042/2011-12 1 जुलाई 2011 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों को छोड़कर) महोदय, मास्टर परिपत्र-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली विवरणियाँ सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए, भारतीय रिज़र्व बैंक ने गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को विविध विषयों पर मास्टर परिपत्र जारी किए हैं। यह सूचित किया जाता है कि गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा प्रस्तुत क
भारिबैं /2011-12/21 गैबैंपवि.नीति प्रभा.कंपरि.सं.227/03.10.042/2011-12 1 जुलाई 2011 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों को छोड़कर) महोदय, मास्टर परिपत्र-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली विवरणियाँ सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए, भारतीय रिज़र्व बैंक ने गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को विविध विषयों पर मास्टर परिपत्र जारी किए हैं। यह सूचित किया जाता है कि गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा प्रस्तुत क

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पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: अगस्त 17, 2023

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