महात्मा गांधी (नई) श्रृंखला बैंकनोट के वितरण – एटीएमों के पुनःमापांकन (रिकैलीब्रेशन) और पुनःसक्रियकरण के लिए कार्यदल का गठन
14 नवंबर 2016 महात्मा गांधी (नई) श्रृंखला बैंकनोट के वितरण – एटीएमों के पुनःमापांकन (रिकैलीब्रेशन) नए डिज़ाइन में नए उच्च मूल्यवर्ग (₹ 2000) सहित महात्मा गांधी (नई) श्रृंखला बैंकनोटों के शुरू होने से नए डिज़ाइन के नोटों को वितरित करने के लिए सभी एटीएमों/नकदी हैंडलिंग मशीनों का पुनःमापांकन (रिकैलीब्रेशन) करना जरूरी हो गया है। 2. एटीएम जनता की मुद्रा अपेक्षाओं को पूरा करने में मुख्य भूमिका निभाते हैं और नकदी के संवितरण का प्रमुख चैनल बन गए हैं। एटीएमों के पुनःसक्रियकरण से बैंकों के ग्राहकों के लिए उच्चतर और कम मूल्यवर्ग के नोटों के सही मिश्रण के साथ सुविधाजनक समय और स्थान पर नोटों की उपलब्धता और संवितरण की सुविधा दी गई है। 3. एटीएमों के पुनःमापांकन में बहु-एजेंसियां जैसे बैंक, एटीएम विनिर्माता, भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई), स्विच ऑपरेटर आदि शामिल हैं तथा बहु गतिविधियां शामिल हैं जो इसे एक जटिल कार्य बनाती है जिसमें इन एजेंसियों के बीच काफी अधिक समन्वय की आवश्यकता है। 4. इस संबंध में दिशानिर्देश और मार्गदर्शन प्रदान करने की दृष्टि से यह निर्णय लिया गया है कि श्री एस.एस. मूंदड़ा, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक की अध्यक्षता में एक कार्यदल का गठन किया जाए। इस कार्यदल में निम्नलिखित शामिल होंगेः
5. एटीएम कार्यालय उपस्कर विनिर्माताओं (ओईएम), प्रबंधित सेवा प्रदाताओं, मार्गस्थ नकदी कंपनियों और व्हाइट लेबल एटीएम (डब्ल्यूएलए) ऑपरेटरों में से एक प्रतिनिधि को कार्यदल की चर्चाओं में आमंत्रित किया जाएगा। आवश्यकतानुसार कार्यदल अन्यों को भी आमंत्रित कर सकता है। 6. कार्यदल के विचारार्थ विषय निम्नानुसार हैं :
7. डीपीएसएस, केंद्रीय कार्यालय सचिवीय सहायता प्रदान करेगा। अल्पना किल्लावाला प्रेस प्रकाशनी : 2016-2017/1197 |
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