स्वर्ण ऋण–एकबारगी चुकौती
भा.रि.बैं/2014-15/395 08 जनवरी 2015 मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदया / महोदय, स्वर्ण ऋण–एकबारगी चुकौतीकृपया 5 मार्च 2010 का परिपत्र सं.ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.60/07.37.02/2009-10 देखें जहां पर राज्य सहकारी बैंकों / केंद्रीय सहकारी बैंकों को एकबारगी चुकौती के विकल्प के साथ 1.00 लाख रुपये तक स्वर्ण ऋण की मंज़ूरी प्रदान करने की अनुमति दी गई थी। 2. समीक्षा के दौरान यह निर्णय लिया गया है कि निम्नलिखित शर्तों के अधीन योजना के तहत दी जाने वाली ऋण की मात्रा को 1.00 लाख से 2.00 लाख रुपये तक बढ़ाया जाए :
भवदीया, (सुमा वर्मा) |
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